सेंट्रल जेल के 12 कैदी हुए उच्च शिक्षित, कैदियों को मिला प्रमाणपत्र

कैदियों को भी सुधरने का अवसर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। जेल में बंद कैदियों के सुधार व पुनर्वसन के लिए शासन की ओर से विविध उपक्रम चलाए जाते हैं। जेल से छूटने के बाद उनका पुनर्वसन हो सके इस उद्देश्य से उच्च शिक्षा की सुविधा अब जेल में भी की गई है, जहां सजा भुगतने के दौरान कैदी उच्च शिक्षा हासिल कर सकते हैं। नागपुर की सेंट्रल जेल में इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विद्यापीठ दिल्ली की ओर से वर्ष 2009 में विशेष अभ्यास केंद्र की स्थापना की गई। इस अभ्यास केंद्र में नि:शुल्क प्रवेश कैदियों को दिया जाता है। इस उपक्रम के अंतर्गत मध्यवर्ती कारागृह में कई कैदी शिक्षा हासिल कर रहे हैं। इस वर्ष 12 कैदियों को उच्च शिक्षित होने पर उन्हें प्रमाण पत्र दिया गया।

इन विषयों में प्राप्त की शिक्षा

नागपुर मध्यवर्ती कारागृह के 12 कैदियों ने एमए (समाजशास्त्र), एमए (राज्यशास्त्र), एमए (अंग्रेजी) आैर एमबीए पाठयक्रम में इग्नू विद्यापीठ के अंतर्गत प्रवेश लिया था। सभी कैदियों ने सफलता पूर्वक परीक्षा पास की। गुरुवार को मध्यवर्ती कारागृह के अधीक्षक अनूप कुमरे ने कैदियों को प्रमाण पत्र वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया। कार्यक्रम के लिए मातृसेवा संघ समाजकार्य महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. किशोर वालके, राष्ट्रसंत तुकड़ोजी महाराज विद्यापीठ के इतिहास विभाग के प्रमुख डॉ. श्याम कोरटी, कृषि रत्न डॉ. बी. आर. ठाकरे, इग्नू विद्यापीठ के प्रमुख डॉ. पी. विश्वस्वरूप, उप अधीक्षक दीपा आग्रे प्रमुख रूप से उपस्थित थे। सभी कैदियों को प्रोत्साहित किया गया। जेल अधीक्षक कुमरे ने उच्च शिक्षा हासिल करने वाले कैदियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह शिक्षा उन्हें जेल से बाहर जाने के बाद सहयोगी साबित होगी। संचालन शिक्षक लक्ष्मण सा‌‌लवे ने किया।

Created On :   5 May 2023 2:36 PM IST

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