सुविधा: ओएचई फेल होने पर नहीं रुकेगी ट्रेन

ओएचई फेल होने पर नहीं रुकेगी ट्रेन
तुरंत पता लगाकर शुरू हो सकेगी मरम्मत

डिजिटल डेस्क, नागपुर। ट्रेन संचालन के दौरान ओएचई फेल होना सबसे बड़ी दिक्कत पैदा करता है। घंटों गाड़ियों को रोका जाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, क्योंकि ओएचई पैरामीटर मापन गेज नामक यंत्र से तुरंत ओएचई का फेलियर का पता लगाकर इसकी मरम्मत की जा सकेगी।

गंतव्य की ओर दौड़ने वाली ट्रेन इंजन में लगे पेंटो ग्राफ (इंजन को बिजली की आपूर्ति देने वाला प्वाइंट) से चलती है। ओएचई तारों से सटा यह पेंटो ग्राफ किसी भी कारणवश खराब हो सकता है। कई बार ओएचई तारों में तकनीकी खामी भी आ जाती है और उसे जांचने में ही घंटों लग जाते हैं। ऐसे में लंबे समय तक गाड़ियां रुक जाती हैं और आवागमन बाधित होता है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। ओएचई पैरामीटर मापन गेज नामक यंत्र अब रेलवे के पास आ गया है, जिसकी सहायता से बहुत कम समय में ओएचई फॉल्ट को पकड़ा जा सकता है।

इस प्रकार करता है काम

ओएचई ऊंचाई, स्टैगर और इम्प्लांटेशन माप गेज सटीक माप प्रदान करने के लिए संपर्क रहित लेजर-आधारित तकनीक का लाभ उठाता है।

जीपीएस मैपिंग सुविधाओं से लैस उपयोगकर्ता-अनुकूल मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से, रेलवे कर्मचारी अब लाइव लाइन जांच कुशलतापूर्वक कर सकते हैं और निगरानी कर सकते हैं।

ऐसे मिलेगा लाभ

-अत्याधुनिक लेजर तकनीक का उपयोग करके तेज, सुरक्षित और सटीक ओएचई माप।

-ट्रैक की स्थिति के आधार पर स्वचालित स्टैगर माप समायोजन।

-हल्के और संभालने में आसान

-ऑपरेशन के दौरान ट्रैफिक और पावर ब्लॉक की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।

-कर्मचारियों की आवश्यकताओं में उल्लेखनीय कमी, संचालन के लिए केवल 1 से 2 कर्मियों की आवश्यकता।

-तेजी से जांच, प्रत्येक स्थान को मापने में सिर्फ 5 से 10 मिनट का समय लगता है।

-लागत प्रभावी सेटअप, प्रत्येक गेज की लागत केवल 1.2 लाख तक।

Created On :   29 Sept 2023 2:53 PM IST

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