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नाग नदी प्रकल्प: नाग नदी में बाेटिंग का सपना, 2024 में शुरू होगा कार्य
डिजिटल डेस्क, नागपुर। नाग नदी में बाेटिंग व सौंदर्यीकरण का सपना 16 वर्ष पूर्व 2007 में देखा गया था, जो अब तक पूरा नहीं हो सका, लेकिन इस सपने को साकार करने के लिए नाग नदी प्रकल्प पर जनवरी-फरवरी 2024 से काम शुरू होने की संभावना है। मनपा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, जापान व फ्रांस की मदद से दो चरणों में इस प्रकल्प को पूरा किया जाएगा। प्रथम चरण में नाग नदी प्रदूषण संवर्धन प्रकल्प के तहत नाग नदी को प्रदूषण मुक्त कर 102 एमएलडी पानी को नहाने योग्य बनाने की योजना है। कुल 1927 करोड़ के इस प्रकल्प को पूरा करने के लिए जापान नाग नदी प्रकल्पसे 1860 करोड़ रुपए का कर्ज प्राप्त हुआ है। इस प्रकल्प को पूरा करने के लिए 60 फीसदी खर्च का भार केंद्र सरकार द्वारा 25 फीसदी राज्य सरकार द्वारा तथा 15 फीसदी मनपा द्वारा उठाया जाएगा।
फ्रांस से मदद : नाग नदी प्रदूषण संवर्धन प्रकल्प के दूसरे चरण में नाग नदी पुनर्जीवन प्रकल्प को पूरा किया जाएगा, जिसके तहत नाग नदी के दोनों छाेर पर 15 मीटर के क्षेत्र से अतिक्रमणकारियों को हटाकर उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों में विस्थापित करने की योजना है। साथ ही नाग नदी के किनारे साइकिल ट्रैक, रोज़ गार्डन, सिट आउट स्पेस, लैंडस्केप आदि विकसित करना है। इसके अलावा मोक्षधाम से केडीके कॉलेज तक नाग नदी में बोटिंग के सपने को साकार किया जाएगा। इसके लिए फ्रांस सरकार द्वारा आर्थिक मदद मिलेगी। प्रथम चरण का काम पूरा होने में तकरीबन 8 वर्ष लगेंगे, जिसके बाद ही दूसरे चरण का काम शुरू किया जा सकेगा।
प्रथम चरण में नाग नदी, पीली नदी व बोर नाला में तकरीबन 42 किमी क्षेत्र में 92 एमएलडी पानी शुद्ध करने के लिए 3 एसटीपी (स्मॉल ट्रीटमेंट प्लांट) तैयार किए जाएंगे। इनमें से 45 एमएलडी क्षमता का प्लांट नारा घाट के पास, 12 एमएलडी क्षमता का प्लांट वीएनआइटी परिसर में व 35 एमएलडी क्षमता का प्लांट मोरभवन बस स्टैंड के पीछे बनाया जाएगा।
इसके अलावा पहले से मानकापुर घाट पर मौजूद 5 एमएलडी क्षमता के प्लांट व मोक्षधाम घाट पर बने 5 एमएलडी क्षमता के प्लांट को अपग्रेड करने की योजना है। इस तरह नाग नदी के कुल 102 एमएलडी पानी का शुद्धिकरण कर उसे नहाने योग्य बनाया जाएगा।
इस प्रकल्प को पूरा करने के लिए 8 वर्ष का समय निर्धारित किया गया है। अधिकारी दावा कर रहे कि 5 वर्ष में शुद्धिकरण प्रकल्प को पूर्ण करने की योजना है। इन प्लांट तक पानी पहुंचाने के लिए पुरानी सीवरेज लाइन को 525 किलोमीटर की नई सीवर लाइन में बदलने की योजना है।
शहर के उत्तर व मध्य भाग में क्षतिग्रस्त सीवर लाइन बदली जाएगी, जबकि अच्छी हालत में मौजूद सीवर लाइन को यथावत रखा जाएगा। यह कार्य जनवरी-फरवरी-2024 से शुरू होने की संभावना है।
जनवरी-फरवरी में शुरू हो सकता है काम : नाग नदी काे प्रदूषण मुक्त करने के लिए योजना तैयार की गई है। इस योजना के तहत जनवरी-फरवरी-2024 में विकासकार्य शुरू होने की संभावना है। प्रदूषण मुक्त होने के बाद नाग नदी में बोटिंग की जा सकती है। -श्वेता बैनर्जी, प्रकल्प अधिकारी, मनपा
Created On :   13 Sept 2023 10:49 AM IST