- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- दक्षिण नागपुर के मते नहीं, सुधाकर...
दक्षिण नागपुर के मते नहीं, सुधाकर कोहले विधायक!
डिजिटल डेस्क, नागपुर। आपको जानकार आश्चर्य होगा कि दक्षिण नागपुर के विधायक मोहन मते नहीं, बल्कि सुधाकर कोहले हैं...ऐसा हम नहीं कह रहे। दरअसल, सरकार द्वारा आयोजित बैठक में उन्हें दक्षिण नागपुर के जनप्रतिनिधि के तौर पर आमंत्रित किया गया है। कामगार मंत्री सुरेश खाडे द्वारा उमरेड रोड, बहादुरा के शिवम फूड्स में कामगारों की समस्या को लेकर मंगलवार 29 अगस्त को मुंबई में एक बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में विधायक के तौर पर सुधाकर कोहले और विधानपरिषद चंद्रशेखर बावनकुले को आमंत्रित किया गया। हालांकि कुछ कारणों से यह बैठक अचानक रद्द कर दी गई। कारण स्पष्ट नहीं हो पाया, लेकिन इसे लेकर भाजपा में ही राजनीति गर्मा गई है। मौजूदा विधायक मोहन मते ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त कर नेतृत्व पर नाराजगी जताई है। इस मामले में पूर्व विधायक सुधाकर कोहले से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन कोई प्रतिसाद नहीं मिला।
मते समर्थकों में नाराजगी : मामला यूं है कि 2014-19 तक सुधाकर कोहले दक्षिण नागपुर के विधायक थे। 2019 में टिकट नहीं मिलने से उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा और मोहन मते निर्वाचित हुए। इसके बाद कोहले पूर्व विधायक हो गए। लेकिन इसके बाद भी सुधाकर कोहले ने अपने लेटरहेड पर कोई बदलाव नहीं किया। 19 जुलाई 2023 को कामगार मंत्री सुरेश खाडे को शिवम फूड्स के कामगारों की समस्या को लेकर कोहले के लेडरहेड पर लिखे गए पत्र पर अभी भी वे खुद को दक्षिण नागपुर का विधायक और नागपुर शहर के भाजपा अध्यक्ष के तौर पर उल्लेख कर रहे हैं। सिर्फ नीचे हस्ताक्षर करते समय वे ब्रैकेट में 2014-19 का उल्लेख कर रहे हैं। आगे-पीछे कहीं भी पूर्व नहीं लिखा है। ऐसे में उनके द्वारा सरकार से किए गए पत्र-व्यवहार के आधार पर उन्हें जनप्रतिनिधि मानकर सरकार ने उन्हें बैठक में आमंत्रित किया, लेकिन सरकार के इस बुलावे से मौजूदा विधायक मोहन मते सहित उनके समर्थकों में तीव्र नाराजगी देखी जा रही है।
पार्टी फोरम पर बात रखूंगा : मुझे अभी भी इसकी जानकारी मिली है। यह बात मैं पार्टी फोरम पर रखूंगा। पार्टी नेतृत्व ने इसका संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। अगर मुझे पार्टी से निकालना है तो निकाल दें। -मोहन मते, विधायक, दक्षिण नागपुर
Created On :   29 Aug 2023 2:42 PM IST