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मादा बाघ व शावक के शिकार के आरोप में 10 गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क शहडोल । तीनों बाघों और एक तेंदुए के शिकार के बाद अब वन विभाग का पूरा फोकस वन और वन्यजीवों की चौकसी बढ़ाने पर है। सीसीएफ प्रशांत जाधव मंगलवार को आते ही एक्शन में दिखे। उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा है कि वनों और वन्य प्राणियों की सुरक्षा में किसी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने डीएफओ से लेकर रेंज ऑफिसर तक को गश्ती पर लगा दिया है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए हैं। घुनघुटी में बाघिन और शावक के शिकार मामले में 10 आरोपियों को पकड़ लिया गया है। सभी आरोपी आमगार गांव के रहने वाले हैं। एक आरोपी फरार बताया जा रहा है। उसकी भी तलाश की जा रही है। इसमें पुलिस से भी सहयोग मांगा गया है। मालाचुआ निवासी सूरज सिंह को शिकार मामले का मास्टरमाइंड बताया जा रहा है। वह भी फरार है। आरोपियों के पास से वन विभाग ने बाघिन के दांत, मूंछ के बाल और नाखून भी बरामद कर लिए हैं। सीसीएफ प्रशांत जाधव का कहना है कि एक-दो दिन में पूरे मामले का खुलासा कर दिया जाएगा। सीसीएफ ने सभी डीएफओ को निर्देश दिए हैं कि जो भी अधिकारी और कर्मचारी अपने मुख्यालय में नहीं मिलता है उसका वेतन रोक दिया जाए। इसके लिए डीएफओ और एसडीओ जांच करेंगे। सीसीएफ स्वयं भी छापामार कार्रवाई करेंगे। जो मौके पर नहीं मिलेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डीएफओ समेत सभी अधिकारी करेंगे रात गश्ती
सीसीएफ प्रशांत जाधव ने बताया कि वनों की गश्ती को और पुख्ता किया जा रहा है। वन्य प्राणियों की सुरक्षा के लिए वे स्वयं रोस्टर तैयार कर रहे हैं। इसमें डीएफओ से लेकर सर्किल प्रभारी तक की रात गश्ती में ड्यूटी लगाई जा रही है। डीएफओ महीने में चार नाइट गश्ती करेंगे। वहीं एसडीओ अपने सब रेंज में दो रात गश्ती करेंगे, जबकि रेंज ऑफिसर भी अपने रेंज में दो रात गश्त करेंगे। इसके अलावा सर्किल प्रभारी पूरे दिन रात में अमले के साथ पूरे रेंज की गश्ती करेंगे। इसके लिए उन्हें रेंजर वाहन उपलब्ध कराएंगे।
शावक की तलाश के लिए हाथी मंगवाए
पूछताछ में मालाचुआ के आसपास के ग्रामीणों ने बताया था कि बाघिन को दो शावकों के साथ जंगल में देखा गया था। दो शव बरामद होने के बाद एक अन्य शावक की तलाश की जा रही है। इसके लिए बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से 10 हाथी भी मंगवाए गए हैं। साथ ही टीएसएफ की 40 सदस्यीय टीम टेंट लगाकर पूरे क्षेत्र में सघन सर्चिंग कर रही है। आसपास के 10 किलोमीटर के क्षेत्र में सर्चिंग की जाएगी। वन्य जीव विशेषज्ञों के मुताबिक शावक अधिकतम पांच किलोमीटर के क्षेत्र में जा सकता है। अगर आसपास शावक होगा या उसकी मौत हो गई होगी तो सर्चिंग में पता चल जाएगा। सर्चिंग में बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम भी सहयोग कर रही है। इस पूरे घटनाक्रम की जांच टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर मृदुल पाठक कर रहे हैं।
अभी भी जंगल में घूम रहे 7-8 बाघ
घुनघुटी के जंगल में अभी भी 7-8 बाघों का मूवमेंट है। यह सभी मेटापॉपुलेशन वाले हैं। यानि इसी जंगल के बाघ हैं। वन विभाग को इनके मूवमेंट की जानकारी है। वहीं अनूपपुर के जंगलो में भी 2-3 बाघों का मूवमेंट है। अधिकारियों ने मैदानी अमले को दिन-रात चौकसी बढ़ाने के निर्देश दिए हैं।
Created On :   14 Dec 2017 1:29 PM IST