- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- मुंबई
- /
- ईमल हैक कर म्यूजिक कंपनी के मालिक...
ईमल हैक कर म्यूजिक कंपनी के मालिक को 10 लाख का चूना, गिरोह का सदस्य गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, मुंबई। ईमेल हैक कर म्यूजिक बनाने वाली कंपनी के मालिक को 10 लाख रुपए से ज्यादा का चूना लगाने वाले झारखंड के कुख्यात जामताडा गिरोह से जुड़े एक 32 वर्षीय आरोपी को मुंबई की ओशिवारा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी को पुलिस ने उस वक्त दबोचा जब वह ठगे गए पैसों को मुंबई के गोरेगांव इलाके में स्थित एक एटीएम से निकाल रहा था। आरोपी का नाम मोहम्मद अबरार अब्दुल सहुद अहमद है। अहमद मूल रूप से बिहार के वैशाली जिले का रहने वाला है।
आरोपी जिस बैंक खाते का इस्तेमाल कर रहा था, वह फर्जी कागजात के आधार पर किसी और के नाम पर खोले गए थे। अहमद के पास से विभिन्न बैंकों के 25 डेबिट कार्ड, 19 पासबुक, 12 चेकबुक, 3 आधार कार्ड, 2 मतदाता पहचान पत्र, एक पैनकार्ड, 4 मोबाइल फोन और 40 हजार रुपए नकद जब्त किए गए हैं। जिस मामले में अहमद को गिरफ्तार किया है, उसकी शिकायत मोहम्मद दाऊद सैयद नाम के व्यक्ति ने की है। सैयद ने पुलिस को बताया कि उनकी एक कंपनी है जो संगीत तैयार करती है। कंपनी की ओर से दो गाने बनाकर सोहम रॉक स्टार इंटरटेनमेंट प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के मालिक दीपक मुकुट को सुनाया गया था। मुकुट को गाने पसंद आए और उन्होंने 26 अगस्त को दोनों गानों के लिए 21 लाख 24 हजार रुपए चुकाने का वादा किया और कंपनी के साथ समझौता कर लिया। उन्होंने सैयद को कहा कि वे भुगतान के लिए इनवाइस तैयार कर ईमेल करें। लेकिन इसी बीच सैयद की कंपनी का ईमेल एकाउंट हैक कर लिया गया। उनकी कंपनी के ईमेल आईडी से मिलता जुलता ईमेल आईडी बनाकर मुकुट की कंपनी को इनवाइस भेजा गया। इसे असली समझकर संबंधित खाते में 10 लाख 47 हजार 600 रुपए का भुगतान कर दिया गया। इसके बाद सैयद को सूचना दी गई कि भुगतान कर दिया गया है तो उन्होंने अपने बैंक खाते की जांच की लेकिन पैसे नहीं आए थे। बाद में ईमेल एकाउंट हैक कर ठगी का पता चला तो मामले की शिकायत ओशिवारा पुलिस स्टेशन में की गई।
ठगी के लिए इस्तेमाल बैंक खाते और उससे जुड़े मोबाइल के लोकेशन और दूसरी तकनीकी जानकारियों के सहारे पुलिस आरोपी अहमद तक पहुंच गई और उसे एक एटीएम से पैसे निकालते समय गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि वह झारखंड के जामताडा से साइबर ठगी करने वाले गिरोह का हिस्सा है और फर्जी नाम पर सिम कार्ड, बैंक खाते खोलकर उसमें ठगी की रकम हासिल करने में आरोपियों की मदद करता है।
Created On :   7 Sept 2022 9:12 PM IST