जिले में 10 नए खरीदी केंद्र बनाए, समय पर धान का उठाव नहीं हुआ तो परिवहनकर्ता पर पैनाल्टी

10 new procurement centers built in the district, penalty if paddy is not lifted in time
जिले में 10 नए खरीदी केंद्र बनाए, समय पर धान का उठाव नहीं हुआ तो परिवहनकर्ता पर पैनाल्टी
जिले में 10 नए खरीदी केंद्र बनाए, समय पर धान का उठाव नहीं हुआ तो परिवहनकर्ता पर पैनाल्टी

16 से शुरू होगा धान उपार्जन, इस बार 13 लाख क्विंटल खरीदी का लक्ष्य
डिजिटल डेस्क शहडोल ।
जिले में धान उपार्जन का कार्य 16 नवंबर से शुरू होगा। इसके लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। कोरोना संक्रमण को देखते हुए जिले में इस बार 10 नए खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। इस तरह कुल 51 केंद्रों में धान की खरीदी की जाएगी। वहीं पहली बार समय पर धान का उठाव और गोदाम में भंडारण नहीं कराने पर परिवहनकर्ता पर ऑनलाइन जुर्माना लगाया जाएगा। अभी तक ऑफलाइन जुर्माना लगाया जाता था। जिले में करीब 13 क्विंटल की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। 
धान उपार्जन का कार्य दो माह यानि 16 जनवरी तक चलेगा। समर्थन मूल्य 1868 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है। इस बार जो नए खरीदी केंद्र बनाए गए हैं। उनमें मुख्य रूप से सन्नौसी, लफदा, कुआं शामिल हैं। वहीं रसमोहनी, जयसिंहनगर, सिंहपुर, सामतपुर और सुखाड़ में दो-दो खरीदी केंद्र कर दिए गए हैं। सिंहपुर के अंतर्गत फतेहपुर स्थित गोदाम में नया खरीदी केंद्र बनाया गया है। यहां पहली बार धान की खरीदी की जाएगी। इसी तरह सामतपुर में कृषि विकास केंद्र भानपुर को नया सेंटर बनाया गया है। जिले में धान उपार्जन के लिए कुल 26113 किसानों ने पंजीयन कराया है। इनमें सत्यापन का कार्य चल रहा है।
एक सप्ताह में लग जाएगी पैनाल्टी
धान उपार्जन में पहली बार पैनाल्टी की गणना ऑनलाइन होगी। अभी तक ऑफ लाइन पैनाल्टी लगाई जाती थी। इसके लिए एक सप्ताह का समय रखा गया है। इसे टेंडर की शर्तों में भी शामिल किया गया है। अगर समय पर धान का उठाव नहीं होता है और समय पर गोदाम में भंडारित नहीं कराया जाता है तो उसकी ऑनलाइन गणना होगी और परिवहनकर्ता को जानकारी भेजी जाएगी। चार दिन में परिवहनकर्ता को कारण स्पष्ट करना होगा। नहीं तो एक सप्ताह के भीतर ही जुर्माना लग जाएगा।
नोडल अधिकारी नियुक्त 
कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट डॉ सतेंद्र सिंह ने धान एवं मोटे अनाज के समर्थन मूल्य पर उपार्जन के लिए जिले में स्थापित 51 उपार्जन केंद्रों में अधिकारियों की केंद्रवार ड्यूटी लगाई है। कलेक्टर ने जिला आपूर्ति नियंत्रक को निर्देशित किय है कि सभी उर्पाजन केन्द्रों में आधारभूत सुविधाएं, बारदाने आदि की उपलब्धता, पेयजल, सैनेटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें एवं कोविड-19 बचाव के सभी दिशा-निर्देशों का प्रत्येक उर्पाजन केन्द्रों में पालन किया जाए। साथ ही उर्पाजन केंन्द्रों फ्लैक्स आदि भी लगवाना सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने सभी एमडीएम, तहसीलदार एवं सीईओ जनपद को निर्देशित किया कि किसानों के सत्यापन कार्य तेजी से पूर्ण कराएं, ताकि शासन द्वारा निर्धारित तिथि से उर्पाजन का प्रारंभ हो सके। वहीं एसडीएम को अपने अनुभाग अंतर्गत सभी उर्पाजन केन्द्रों के नोडल अधिकारियों की बैठक लेकर उर्पाजन केन्द्रों का निरीक्षण करने को कहा है। खाद्य आपूर्ति नियंत्रक को सभी उर्पाजन केन्द्रों की मैपिंग कराने को भी कहा गया है।
एसएमएस के माध्यम से होगी खरीदी
धान की खरीदी के लिए किसानों को एसएमएस से सूचना जाएगी। उनको उसी डेट और समय पर अपनी फसल लेकर केंद्रों में पहुंचना है, ताकि भीड़ न लगने पाए। इसके अलावा खरीदी केंद्रों में टोकन सिस्टम के आधार पर धान की खरीदी की जाएगी। धान का समर्थन मूल्य 1868 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है। खरीदी के लिए दुकानों से पुराने बारदाने लिए जाएंगे। इस बार जिले में 1 लाख 30 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी का लक्ष्य रखा गया है। पिछले वर्ष 92 हजार मीट्रिक टन धान की खरीदी हुई थी। 
इनका कहना है
खरीफ  विपणन वर्ष 2020-21 में समर्थन मूल्य पर धान एवं मोटे आनाज ज्वार-बाजरा की उर्पाजन की तिथि 16 नवंबर से 16 जनवरी तक निर्धारित की गई है। जिले के सभी कृषक जिनका पंजीयन और सत्यापन हो चुका है, वे 16 नवंबर से जिले के उर्पाजन केन्द्रों में विक्रय कर सकते हैं।
कमलेश टांडेकर, जिला आपूर्ति अधिकारी 
 

Created On :   3 Nov 2020 3:59 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story