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रोजगार के इंतजार में 10 हजार प्रवासी मजदूर - लॉक डाउन के बाद ढाई लाख को 51.90 करोड़ का हुआ भुगतान
डिजिटल डेस्क शहडोल । लॉक डाउन के बाद वतन वापसी करने वाले 10 हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों को भले रोजगार का इंतजार हो, लेकिन मनरेगा में रोजगार उपलब्ध कराने के मामले में शहडोल पूरे मप्र में दूसरे स्थान पर है। मप्र के बाहर और मप्र के अन्य जिलों से लॉक डाउन के बाद 36 हजार प्रवासी मजदूरों की वापसी हुई थी। इनमें से 9 हजार से अधिक रोजगार से जुड़ चुके हैं, जबकि 3 हजार से अधिक लोगों को रोजगार की आवश्यकता नहीं है। वहीं मनरेगा में रोजगार उपलब्ध कराने को लेकर शहडोल जिले में स्थिति काफी अच्छी मानी जा रही है। अपै्रल से लेकर अब तक की स्थिति में 27 लाख 73 हजार 146 मानव दिवसों का रोजगार सृजन कर 85 हजार जॉब कार्डधारी परिवारों के 1 लाख 41 हजार 619 सदस्यों को रोजगार देकर 51.91 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।
पंचायतों के जरिए रोजगार
जिले के स्थानीय व प्रवासी मजदूरों को पंचायतों के माध्यम से रोजगार देेने का कार्य किया जा रहा है। जिले की 391 ग्रांम पंचायतों में से 389 पंचायतों में वर्तमान में 3181 विभिन्न प्रकार के कार्य कराए जा रहे हैं। जिनमें 42659 जाब कार्डधारी श्रमिक रोजगार से जुड़े हुए हैं। वर्तमान में 33812 मजदूरों को भुगतान की प्रक्रिया प्रोसस में हैं। जिनको 64.92 लाख का भुगतान 15 दिवस के भीतर किया जाना है।
36 हजार में 9475 प्रवासी मजूदर ही पा सके रोजगार
लॉक डाउन के बाद जिले में 36 हजार से अधिक प्रवासी मजदूरों की वापसी हुई थी। इनमें से 14 से अधिक राज्य से बाहर के तथा 21 हजार मप्र के विभिन्न जिलों से लौटे थे। इनमें से जिले में 9475 को ही रोजगार मिला, जबकि 10213 श्रमिकों को कार्य की आवश्यकता है। जिन्हें रोजगार मिला उनमें कुछ को मनरेगा तथा कुछ को अन्य संस्थाओं में रोजगार दिलाया गया है। वहीं 475 श्रमिक फिर से कार्य के लिए वापस जा चुके हैं।
जिले में मनरेगा की स्थिति
जॉबकार्डधारी परिवार - 152541
परिवार में सदस्य संख्या - 248250
मानव दिवस रोजगार - 2773146
रोजगार मिला परिवार - 85000
सदस्यों को रोजगार - 141619
भुगतान श्रमिकों को - 437441000
भुगतान मैटेरियल - 81582000
इनका कहना है
मनरेगा में 8 से 15 दिन में भुगतान हो रहे हैं। 99.69 अंक के साथ शहडोल जिला मप्र में दूसरे स्थान पर है। भुगतान में विलंब नोडल खाते से राशि आने में देरी से होती है। प्रवासी मजदूरों को भी रोजगार दिलाने की प्रक्रिया चल रही है।
राहुल सक्सेना, पीओ मनरेगा शहडोल
Created On :   30 Sept 2020 3:21 PM IST