कारंजा घाडगे तहसील के 10 गांवों का टूटा संपर्क, गांजेगांव पुलिया के 15 फीट ऊपर से बह रहा पानी

10 villages of Karanja Ghadge tehsil lost contact
कारंजा घाडगे तहसील के 10 गांवों का टूटा संपर्क, गांजेगांव पुलिया के 15 फीट ऊपर से बह रहा पानी
पानी-पानी कारंजा घाडगे तहसील के 10 गांवों का टूटा संपर्क, गांजेगांव पुलिया के 15 फीट ऊपर से बह रहा पानी

डिजिटल डेस्क, कारंजा घाडगे। तहसील के माणिकवाड़ा मार्ग स्थित खड़क नदी में बाढ़ आ गयी। देर रात से जारी मूसलाधार बारिश के कारण नदी व नाले उफान पर है। खड़का नदी की पुलिया पर से पाच फीट पानी बह रहा था। जिससे 10 गावों का संपर्क टूट गया हैं। पुल के ऊपर से पानी बहने के कारण सावरडोह, खापरी, बेलगांव, सुसुंद्रा, माणिकवाडा, तारासावंगा, दुर्गवाडा, साहुर समेत अन्य गावों का संपर्क टूट गया हैं। दुर्गवाडा की ओर जानेवाली बस फंस गयी थी। लेकिन बाढ़ का पानी कम होने के बजाये अधिक बढ़ रहा था। इसके कारण चालक बस को कारंजा की ओर वापस लेकर गया। संपर्क टूट चुके गांव के छात्र बुधवार को स्कूल नहीं पहुंच सके। दोपहर 2 बजे तक पुल से पानी कम नहीं हुआ था। दोपहर के बाद बारिश थमने पर पानी कम होने लगा था। लेकिन यातायात शुरू नहीं हो सकी। तकरीबन 7 घंटे यह मार्ग बंद था। सावरडोह के पुलिस पाटील शरद ढोले ने मौके पर उपस्थित रहकर प्रशासन को इसकी जानकारी दी। पानी कम होने के पश्चात 12 बजे के दरम्यान कारंजा के तहसीलदार ने भेट देकर स्थिति का जायजा लिया।

गांजेगांव पुलिया के 15 फीट ऊपर से बह रहा पानी

विदर्भ और मराठवाड़ा की सीमा से बहनेवाली पैनगंगा में बाढ़ आयी है। गांजेगांव पुलिया पर से पानी 15 फीट ऊंचाई से बह रहा है। जिससे कल रात से विदर्भ और मराठवाड़ा का संपर्क टूट चुका है। यातायात ठप हो गई है। कई किमी तक वाहनों की कतारें लग गई है। सभी लोग बाढ़ का पानी उतरने का इंतजार कर रहे हैं। नदी किनारे के खेतों में बाढ़ का पानी घुस जाने से फसलों का बडे़ पैमाने पर  नुकसान हुआ है। गत कई वर्षो से गाजेगांव पुलिया की ऊंंचाई बढ़ाने की मांग की जा रही है। ढाणकी से पलसपुर, हिमायतनगर इस रास्ते से  विदर्भ-मराठवाड़ा जुड़ता है। मगर गाजेगांव में बाढ़ आ जाने से यह संपर्क टूट गए है। गत कई वर्षो से खरीफ के मौसम में मूसलाधार बारिश से नदी, नाले उफान पर रहते हैं। पैनगंगा नदी में इसापुर बांध का पानी छोड़ा गया है। कयादू नदी का बाढ़ का पानी पैनगंगा में आकर मिल रहा है। गांव के पास के  नाले उफान पर हैं। हजारो हेक्टेअर फसल बर्बाद हो गई है। विदर्भ से मराठवाड़ा का संपर्क टूटने से लोगों को  30 से 35 किमी फेरे से आवागमन की नौबत आयी है। एक भी जनप्रतिनिधि ने यह पुलिया ऊंची करने के लिए अबतक कोई प्रयास  नहीं किए हैं। यह रास्ता तेलंगाना–आंध्रप्रदेश–कर्नाटक से भी जुड़ा हुआ है। इसी रास्ते से  माहूर, सरस्वती देवी का बासर, बंजारा की कुलदेवता पोहरा देवी  ऐसे बड़े बड़े धार्मिक स्थल भी है। विदर्भ के लोगों को करीबी रेलवे स्टेशन भी इसी रास्ते पर पड़ता है। 30 करोड़ खर्च कर ढाणकी- गांजेगाव-शिंदगी इस रास्ते पर हनुमान मंदिर के पास पैनगंगा नदी पर पुलिया बनाई गई है, जिसका उद्घाटन आगामी कुछ माह में होनेवाला है। देर रात प्राप्त जानकारी के अनुसार दरोड़ा-माहूर मार्ग पर पैनगंगा नदी की पुलिया पर से 10 फीट तक पानी बहने से विदर्भ व मराठवाड़ा का संपर्क टूट गया है।

Created On :   14 July 2022 2:09 PM GMT

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