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एक साल में 6 जिलों में 110 सरकारी कर्मचारियों ने मांगे 1.50 करोड़ रुपए
डिजिटल डेस्क, नागपुर, अभय यादव| रिश्वतखोरों पर शिकंजा कसने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो हर क्षण प्रयास में लगा रहता है। पिछले एक साल में विदर्भ के 6 जिलों में 110 सरकारी नौकरों ने करीब 1 करोड़ 50 लाख रुपए से अधिक की रिश्वत मांगी। तीन साल में करीब 330 आरोपियों के खिलाफ एसीबी ने कार्रवाई कर धरपकड़ की। एसीबी की तमाम कोशिशों व आरोपियों की धरपकड़ के बावजूद भी रिश्वतखोरी के मामले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। सरकारी महकमे के विविध विभागों में पड़ी आम इंसानों के दस्तावेजों की फाइल एक टेबल से दूसरे टेबल पर तभी सरकती है, जब रिश्वतखोरों की जेब को पैसों की आंच से गरम किया जाता है। कुछ सरकारी विभाग तो ऐसे हैं जो बिना पैसे के टस से मस तक नहीं होते हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार गत 3 सालों में 1.50 करोड़ से अधिक की रिश्वतखोरी की गई। इस दौरान 400 से अधिक रिश्वतखोरों पर एसीबी के दस्ते ने धरपकड़ की कार्रवाई की, जिसमें सरकारी नौकरों की संख्या 330 है, जो कि यह संख्या अपने आप में एक बड़ा रिकार्ड माना जा रहा है। जिन जिलों में एसीबी के दस्तों ने कार्रवाई की है, उनमें नागपुर, चंद्रपुर, वर्धा, भंडारा, गड़चिरोली और गोंदिया का समावेश है।
आंकड़ाें पर एक नजर : सूत्रों के अनुसार वर्ष 2020, 2021 व अप्रैल 2022 के दौरान एसीबी के पास 80 से ज्यादा रिश्वतखोरों के बारे में लिखित शिकायतें पहुंचीं, जिसमें 2020 में 25, 2021 में 30 से अधिक और अप्रैल 2022 में 14 से ज्यादा शिकायतें शामिल हैं। इस मामले में एसीबी ने गंभीरता से छानबीन कर आरोपियों के खिलाफ रिश्वत मांगने की कार्रवाई की। तीन साल में 320 से ज्यादा ट्रैप एसीबी ने विदर्भ के उक्त 6 िजलों में कार्रवाई की। 80 से अधिक मामले में आराेपियों द्वारा रिश्वत मांगने पर मामले दर्ज हुए।
उपराजधानी ज्यादा भ्रष्ट : सूत्रों के अनुसार गत 3 सालों में रिश्वतखोरी के मामले में नागपुर अव्वल नंबर पर है। दूसरे नंबर पर गोंदिया रहा और चंद्रपुर का रिश्वतखोरी के मामले में तीसरा नंबर रहा। वर्ष 2020 में 14.66 लाख, वर्ष 2021 में 12. 66 लाख और अप्रैल 2022 तक करीब 1.20 करोड से अधिक रुपए की रिश्वतखोरी मांगी गई।
एसीबी हर पल तैयार
राकेश ओला, अधीक्षक, एसीबी के मुताबिक एसीबी रिश्वतखोरों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए हमेशा तैयार रहती है। कई बार नागरिक ही कदम पीछे खींच लेते हैं। रिश्वत मांगने वाले के खिलाफ शिकायत मिलते ही एसीबी के दस्ते पूरी मुस्तैदी से कार्रवाई में जुट जाते हैं। एसीबी इसी तरह रिश्वतखोरों पर शिकंजा कसते रहेगी।
Created On :   5 May 2022 6:10 PM IST