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एसटी के 1135 और कर्मचारी हुए निलंबित, राज ठाकरे से मिले कर्मचारी
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एसटी महामंडल) के हड़ताल करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ लगातार तीसरे दिन कार्रवाई जा रही। गुरुवार को एसटी महामंडल प्रशासन ने 29 जिलों के 133 बस डिपो के 1135 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। इससे अभी तक राज्य में 2053 आंदोलनकारी कर्मचारी निलंबित हो चुके हैं। इस बीच एसटी महामंडल के कर्मचारियों का मुंबई के आजाद मैदान में आंदोलन जारी है। प्रदेश के परिवहन मंत्री तथा एसटी महामंडल के अध्यक्ष अनिल परब ने कहा है कि एसटी कर्मचारियों को यदि वेतन वृद्धि के बारे में सरकार से चर्चा करना है तो उन्हें हड़ताल खत्म करनी पड़ेगी। एसटी कर्मचारी हड़ताल खत्म करके चर्चा के लिए आएं। उनसे चर्चा के लिए हमारे दरवाजे खुले हैं। परब ने कहा कि सरकार ने बाम्बे हाईकोर्ट के आदेश पर एसटी महामंडल को राज्य सरकार में विलय करने की मांग के बारे में अध्ययन के लिए मुख्य सचिव सीताराम कुंटे की अध्यक्षता में समिति का गठन कर दिया गया है। कुंटे समिति की रिपोर्ट के बाद सरकार एसटी महामंडल के विलय के संबंध में उचित फैसला करेगी लेकिन फिलहाल एसटी कर्मचारियों को कुंटे समिति के समक्ष ही अपनी मांगों को रखना पड़ेगा।
हमारी सत्ता आई तो देंगे आंदोलन संग्राम सैनिक का दर्जाः मुनगंटीवार
पूर्व मंत्री तथा भाजपा विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि महाराष्ट्र में भाजपा की सत्ता आने के बाद एसटी महामंडल के निलंबित हुए सभी कर्मचारियों को आंदोलन संग्राम सैनिक का दर्जा दिया जाएगा। आंदोलन में कर्मचारियों को हुए नुकसान की दोगुना भरपाई की जाएगी। मुनगंटीवार ने कहा कि कांग्रेस-राकांपा ने विधानसभा चुनाव के घोषणा पत्र में एसटी कर्मचारियों को राज्य सरकार के कर्मचारियों की तरह सभी वेतन और भत्ते देने का वादा किया गया था। मुनगंटीवार ने कहा कि मेरी जानकारी के अनुसार कांग्रेस-राकांपा का घोषणा पत्र किसी हर्बल वनस्पति का सेवन किए बिना और क्रूज के ड्रग्स पार्टी में गए बिना तैयार किया गया था। यदि दोनों दलों ने बिना हर्बल वनस्पति और ड्रग्स के सेवन के घोषणा पत्र में वादा किया था तो सरकार एसटी कर्मचारी की महामंडल को विलय की मांग को स्वीकार करे। मुनगंटीवार ने कहा कि भाजपा पूरी ताकत के साथ कर्मचारियों के साथ खड़ी है। यदि सरकार की तरफ से आंदोलन में फूट डालने की कोशिश की जाएगी तो सरकार लोकतांत्रिक तरीके से भस्म हो जाएगी। मुनगंटीवार ने कहा कि एसटी महामंडल 12 हजार करोड़ रुपए के संचित घाटे में हैं। लेकिन इसमें पिछले दो सालों में सरकार की गलत नीतियों के कारण एसटी महामंडल को 6 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। मुनगंटीवार ने कहा कि यदि सरकार ने यात्रा कर 17.5 प्रतिशत का 970 करोड़ रुपए एसटी महामंडल को वापस कर तो यह निगम मुनाफे में आ सकता है।
सहयोग नहीं कर रही सरकारः दरेकर
जबकि विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि एसटी कर्मचारियों के हड़ताल मामले में सरकार की भूमिका अडियल नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि मंत्री परब का रुख एसटी कर्मचारियों का सहयोग करने की बजाय आंदोलन को भड़काने वाला है। एसटी कर्मचारियों को लगातार निलंबित किया जा रहा है। शिवसेना के समर्थन वाले एसटी यूनियन के लोग एसटी कर्मचारियों को ब्रिटिश नीति के तहत तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं। इसके पहले बुधवार रात को भाजपा के विधायक गोपीचंद पडलकर और रयत क्रांति संगठन के अध्यक्ष सदाभाऊ खोत आंदोलनकारी कर्मचारियों के साथ आजाद मैदान में सोए थे।
राज ठाकरे से मिले एसटी कर्मचारी
एसटी कर्मचारियों के संगठन के पदाधिकारियों ने मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे से कुष्णकुंज में मुलाकात की। राज ने कहा कि मेरी पहली शर्त है कि सबसे पहले एसटी कर्मचारियों की आत्महत्या को रोका जाए। मैं आत्महत्या करने वालों का नेतृत्व नहीं करता।
किस जिले में कितने कर्मचारी निलंबित हुए
एसटी महामंडल ने गुरुवार को नागपुर के 30, भंडारा के 18, गडचिरोली के 34, चंद्रपुर के 5, वर्धा के 2, अकोला के 66, अमरावती के 50, बुलढाणा के 40, यवतमाल के 56, अहमदनगर के 20, धुलिया के 54, जलगांव के 91 नाशिक के 54, औरंगाबाद के 15, बीड़ के 67, जालना के 13, लातूर के 5, उस्मानाबाद के 22, परभणी के 5, मुंबई के 64, पालघर के 57, रायगड के 63, रत्नारिगी के 27, ठाणे के 73, कोल्हापुर के 15, पुणे के 138, सांगली के 44, सातारा के 2, सोलापुर के 5 कर्मचारियों को निलंबित किया है।
Created On :   11 Nov 2021 9:23 PM IST