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मंडला : लाखों बच्चे, 30 गंभीर बीमारियां और 12 डॉक्टर के भरोसे RBSK का स्टाफ
डिजिटल डेस्क, मंडला। राष्ट्र्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 0 से 18 साल तक के बच्चों की 30 गंभीर बीमारियों का नि:शुल्क उपचार कराया जा रहा है। स्टाफ की कमी के चलते, जिले भर में 12 आयुष DOCTOR के भरोसे बच्चों का उपचार हो रहा है। जिससे परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत 0 से 18 वर्ष तक के बच्चों को 30 गंभीर बीमारी न्यूरल ट्यूब विकृति, डाउन्ससिन्ड्रोम, कटे फटे होंठ , क्लब फूट, कूल्हे के विकास न होना, जन्मजात मोतियाबिंद, बहरापन, हदय रोग, दृष्टि पटल विकृति, त्वचा के रोग, दम की शिकायत, दंत क्षय रोग, मिर्गी, खून की कमी, विटामिन ए, बी की कमी, घेंघा, दृष्टि दोष, श्रवण दोष, बोध ज्ञान में विलंब, देरी से बोलना समेत अन्य बीमारी का उपचार कराया जा रहा है। इसके लिए जिले भर में स्वास्थ्य अमला तैनात किया गया है।
मंडला जिले के हर विकासखंड में दो टीम स्वीकृत की गई है, एक टीम में दो आयुष DOCTOR, एक फार्मासिस्ट, एक एएनएम को नियुक्त किया जाना है। जिले भर में 36 डॉक्टर, 18 फार्मासिस्ट और 18 एएनएम के पद स्वीकृत है, लेकिन मंडला जिले में टीमों में पर्याप्त स्टाफ नहीं है। यहां स्टाफ की कमी बनी हुई है। फिलहाल यहां 12 DOCTOR, 2 फार्मासिस्ट और 15 एएनएम काम कर रही है। बीजाडांडी, निवास, बिछिया को छोड़कर कही भी फार्मासिस्ट नहीं है। टीम में एक-एक डॉक्टर है।
कार्यक्रम के तहत आंगनबाड़ी और स्कूलों से बच्चों का सर्वे कर, इलाज के लिए चिन्हित किया जा रहा है। गंभीर बीमारी होने की दशा में District hospital में स्थित डीईआईसी में बच्चों को रैफर किया जा रहा है। स्टाफ की कमी के चलते सर्वे में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है और दवा वितरण भी DOCTOR ही कर रहे है।
एक हजार सर्जरी
RBSK के तहत करीब एक हजार सर्जरी हुई है, जिनमें न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट 1, कटे फटे होंठ 29, तिरछे पैर 33, कूल्हे जोड़ 10, जन्मजात मोतियाबिंद 12, क्वालियर इम्लांट 4, हदय रोग 32, अन्य 341 सर्जरी हुई है। दांत की 965, कान बहना 32 की सर्जरी हुई है। 414 सर्जरी का लक्ष्य मिला था। जिसमें 1459 सर्जरी की गई है। 3 लाख 3 हजार 600 बच्चों के स्क्रीनिंग का लक्ष्य दिया गया था। जिसमें से 2 लाख 88 हजार 558 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई। सर्वे कर 28 हजार 856 बच्चें ढूंढने थे। जिसमें से 29 हजार 593 बच्चों की जांच कराई गई। आपको बता दें कि पिछले साल मंडला जिले को कटे फटे होंठ मुक्त किया गया है और सर्जरी में अवार्ड भी मिल चुका है।
डीईआईसी में 10 पद खाली
District hospital मंडला में स्थित जिला शीघ्र पहचान एवं हस्तक्षेप केन्द्र में भी पद खाली है। यहां 13 पद स्वीकृत किये गए है। जिसमें मैनेजर और आडियोलॉजिस्ट ही पदस्थ है और DOCTOR, DENTAL DOCTOR, शिशु रोग विशेषज्ञ, मानसिक परामर्शदाता, सामाजिक कार्यकर्ता, फिजियोथेरेपिस्ट, लेब टेक्नीशियन, स्टाफ नर्स, ऑपरेटर ओर दंत टेक्नीशियन के पद खाली है। केन्द्र में बोरा टेस्ट, ऑडियोमेट्री, ओएई टेस्ट की सुविधा उपलब्ध कराई गई। जिसके चलते मरीजों को मेडिकल नहीं ले जाना पड़ रहा है।
Created On :   9 Aug 2017 8:25 PM IST