महाराष्ट्र में बनाए जाएंगे 12 नए वन रिजर्व क्षेत्र, राज्य वन्य मंडल की बैठक में फैसला 

12 new forest reserve areas to be created in Maharashtra
महाराष्ट्र में बनाए जाएंगे 12 नए वन रिजर्व क्षेत्र, राज्य वन्य मंडल की बैठक में फैसला 
तीन अभ्यारण्य घोषित  महाराष्ट्र में बनाए जाएंगे 12 नए वन रिजर्व क्षेत्र, राज्य वन्य मंडल की बैठक में फैसला 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश में 692.74 वर्ग किमी क्षेत्र के नए 12 संरक्षित रिजर्व क्षेत्र और विस्तारित बुलढाणा के लोणार सहित 3 अभयारण्य घोषित किए गए हैं। सोमवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता में वर्षा बंगले पर हुई राज्य वन्यजीव मंडल की 18 वीं बैठक में यह फैसला लिया गया है। बैठक में औरंगाबाद शहर में जलापूर्ति योजना के लिए जायकवाडी पक्षी अभयारण्य क्षेत्र के निर्माण कार्य को मंजूरी दी गई। इससे संबंधित प्रस्ताव राष्ट्रीय वन्यजीव मंडल के पास भेजने के लिए निर्देश दिए गए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी तक राज्य में कुल 15 संरक्षित रिजर्व क्षेत्र अधिसूचित किए गए हैं। जिसमें से 8 संरक्षित रिजर्व क्षेत्र को पिछले दो सालों में मंजूरी दी गई है। अब नए 12 संरक्षित रिजर्व क्षेत्र घोषित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने वन क्षेत्र के गांवों के पुनवर्सन और मुआवजे के बारे में नागरिकों को विश्वास में लेकर चर्चा करने के निर्देश दिए हैं। जबकि प्रदेश के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने कहा कि वनक्षेत्र की सड़कों के कामों को मंजूरी देते समय वन्यजीवों के भ्रमण मार्ग के बारे में भी सावधानी बरती जाए। मुख्य रूप से संवेदनशील और टाइगर रिजर्व परियोजना के कामों के बारे में विशेष रूप से सावधानी बरतें। इस बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार सीताराम कुंटे, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त मुख्य सचिव आशीष कुमार सिंह, वन विभाग के प्रधान सचिव बी. वेणुगोपाल रेड्डी, नागपुर के प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वनबल प्रमुख) वाई एल पी राव, प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव) सुनील लिमये, अतिरिक्त प्रधान मुख्य वनसंरक्षक (वन्यजीव-पश्चिम मुंबई) क्लेमेंट बेन समेत कई अधिकारी मौजूद थे। जबकि विभिन्न जिलों के जिलाधिकारी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हुए थे। 

राज्य में नए 12 संरक्षित रिजर्व क्षेत्र 

राज्य में घोषित किए गए 12 संरक्षित रिजर्व क्षेत्र में नागपुर के मोगरकसा (103.92 वर्ग किमी), धुलिया के चिवटीबावरी (66.04 वर्ग किमी), अलालदारी (100.56 वर्ग किमी), नाशिक के कलवण ( 84.12 वर्ग किमी), मुरागड (42.86 वर्ग किमी), त्र्यंबकेश्वर (96.97 वर्ग किमी), इगतपुरी (88.499 वर्ग किमी), रायगड के रोहा (27.30 वर्ग किमी), रायगड (47.62 वर्ग किमी, पुणे के भोर (28.44 वर्ग किमी), सातारा के दरे खुर्द (महादरे) फुलपाखरू (1.07 वर्ग किमी), कोल्हापुर के मसाई पठार (5.34 वर्ग किमी) का समावेश है। 

राज्य में नए 3 अभयारण्य क्षेत्र

मुक्ताई भवानी संरक्षित रिजर्व क्षेत्र सहित कोलामार्का और  विस्तारित लोणार को वन्यजीव अभयारण्य घोषित करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। 

राज्य में 10 लुप्तप्राय वन्यजीव अधिवास घोषित

राज्य में 10 लुप्तप्राय वन्यजीव अधिवास घोषित करने को मंजूरी दी गई है। इसमें मयूरेश्वर- सुपे (5.145 वर्ग किमी), बोर (61.64 वर्ग किमी, नवीर बोर (60.69 वर्ग किमी, विस्तारित बोर (16.31 वर्ग किमी, नरनाला (12.35 वर्ग किमी), लोणार वन्यजीव अभयारण्य (3.35 वर्ग किमी) गुगामल राष्ट्रीय उद्यान (361.28 वर्ग किमी, येडशी रामलिंगघाट वन्यजीव अभयारण्य (22.37 वर्ग किमी) नायगाव- मयूर वन्यजीव अभयारण्य (29.90 वर्ग किमी, देऊलगाव-रेहेकुरी कालवीट अभयारण्य (2.17 वर्ग किमी) का समावेश है। 

 

Created On :   6 Jun 2022 7:38 PM IST

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