बरगी बाँध के 13 गेट खुले, बारिश थमने पर घटाकर 1.26 मीटर की गई हाइट

धुँआधार गायब, ग्वारीघाट में भी ऊपर तक आया पानी बरगी बाँध के 13 गेट खुले, बारिश थमने पर घटाकर 1.26 मीटर की गई हाइट

डिजिटल डेस्क जबलपुर। बारिश के कारण पानी की मात्रा बढऩे के बाद 15 अगस्त को दोपहर में बरगी बाँध के 13 गेट 1.60 मीटर की ऊँचाई तक खोल दिए गए। बाँध के 13 गेटों को मंगलवार को भी खुला रखा गया लेकिन जल ग्रहण क्षेत्र में बारिश थमने के बाद इन खुले गेटों की हाइट को कम कर दिया गया है। अब 1.26 मीटर की सीमा तक ये गेट खुले हैं और 2400 घन मीटर प्रति सेकेण्ड की रफ्तार से पानी छोड़ा जा रहा है। बाँध का जल स्तर मंगलवार की शाम तक 422.20 मीटर पर है और डैम 96 फीसदी भर चुका है। रानी अवंती बाई सागर परियोजना के ईई अजय सुरे के अनुसार जल ग्रहण क्षेत्र में बारिश अब थम चुकी है। संभावना है िक आगे कुछ गेटों को बंद भी िकया जा सकता है। पहले बाँध से जो जल की मात्रा बाहर जा रही थी उसमें अब कमी कर दी गई है।
धुँआधार गायब, ग्वारीघाट में भी ऊपर तक आया पानी
इधर बाँध से पानी छोड़े जाने के बाद नर्मदा घाटों में पिछले 24 घंटे में जल स्तर बढ़ गया है। भटौली, जिलहरी, उमाघाट, ग्वारीघाट, खारीघाट, तिलवारा भेड़ाघाट सहित सभी घाटों के हिस्से में नर्मदा उफान पर है। भेड़ाघाट धुआँधार फॉल पानी का बहाव बढऩे पर गायब हो गया है। बारिश थमने के बाद अब आगे संभावना है िक जल स्तर जल्द नीचे जा सकता है। बाँध के खुले हुए गेटों की हाइट कम होने के बाद अब बाँध से नर्मदा में थोड़ी कम मात्रा में पानी आएगा जिससे घाटों में जल स्तर आगे कम हो सकता है।
एक नजर इस पर -
उच्चतम जल स्तर - 422.76
वर्तमान जल स्तर - 422.20
31 अगस्त तक होना चाहिए - 422.50
30 सितंबर तक होना चाहिए - 422.76

(सभी जल स्तर मीटर में )
बाँध मार्ग पर लगा जाम
बरगी डैम के गेट खुलने के बाद सैकड़ों की संख्या में लोग पन्द्रह अगस्त के दिन डैम पहुँच गए। समाधि मार्ग से बरगी को जोडऩे वाली रोड पर वाहनों की संख्या इतनी अधिक थी कि जाम लग गया। लोग काफी देर तक फँसे रहे।

की 2 मानसून की एक्टिविटी घटेगी -
मानसून की एक्टिविटी में आगे 2 दिन तक कुछ कमी आएगी। 19 से 20 अगस्त तक फिर एक कम दबाव का क्षेत्र बनता दिख रहा है जिससे पूरे मध्य प्रदेश में एक बार फिर से जोरदार बारिश हो सकती है। वैसे 15 अगस्त की सुबह से 16 अगस्त की सुबह तक कुल 2.40 इंच बारिश दर्ज हुई। इस बारिश को मिलाकर शहर में अब तक कुल 31 इंच बरसात हो चुकी है। एक्सपर्ट के अनुसार पूर्वी मध्य प्रदेश के जबलपुर से 150 किलोमीटर दूर जो कम दबाव का क्षेत्र बना था उसमें बदलाव हुआ, यह पश्चिमी मध्य प्रदेश के ऊपर शिफ्ट हो गया है। इन हालातों में मंगलवार को दिन में बारिश थमने के बाद धूप भी निकली। मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में संभाग के जिलों में कहीं-कहीं गरज के साथ बरसात की संभावना बनी हुई है।
तापमान भी बढ़ गया -
बारिश थमने के बाद मंगलवार को अधिकतम तापमान में 4 डिग्री के करीब बढ़ोत्तरी हुई। अधिकतम तापमान 29.3 डिग्री दर्ज िकया गया, तो न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री दर्ज िकया गया। मौसम वैज्ञानिक बीजू जॉन जैकब के अनुसार 2 दिन बाद एक लो प्रेशर फिर सामने आ रहा है जिससे जबलपुर के आसपास के जिलों में फिर तेजी के साथ बादल सक्रिय होंगे।

Created On :   16 Aug 2022 11:34 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story