कड़े पुलिस बंदोबस्त में माजरी के 17 मकानों को किया धराशायी

17 houses of Majri were demolished in strict police arrangements
कड़े पुलिस बंदोबस्त में माजरी के 17 मकानों को किया धराशायी
अतिक्रमण हटाने पहुंचा तोड़ूदस्ता कड़े पुलिस बंदोबस्त में माजरी के 17 मकानों को किया धराशायी

डिजिटल डेस्क, माजरी(चंद्रपुर)।  कड़े बंदोबस्त के साथ माजरी के 17 घर, दुकानों का अतिक्रमण रेलवे प्रशासन के अतिक्रमण दस्ते ने हटा दिया। इससे 40 वर्ष से रहनेवाले नागरिक बेघर हो गए। इस बीच विरोध करनेवाले नेताओं को पुलिस ने नजरबंद कर दिया।  बता दें कि, रेलवे प्रशासन माजरी के सैकड़ों लोगों को नोटिस देने के बाद फिर से 17 नागरिकों को नोटिस देकर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए थे। 13 मई तक मोहलत भी दी गई थी। आरपीएफ के जवानों द्वारा रोज गांव में सूचना देकर 13 मई तक घर खाली करें अन्यथा 14 मई से घर व दुकानों को हटाने का अल्टीमेटम दिया गया था। इसके बाद रेलवे के इस कार्रवाई को नागरिक, संघर्ष समिति, व्यापारी संगठनों ने विगत दिनों आंदोलन कर तीव्र विरोध किया था परंतु रेलवे प्रशासन इसे नजरअंदाज कर अतिक्रमण दस्ते, स्थानीय पुलिस प्रशासन व 400 जवानों के तगड़े बंदोबस्त के साथ नियोजित रेलवे साइडिंग पर पहुंचे। अतिक्रमण दस्ते ने साइडिंग में बाधा बननेवाले 5 घर व 12 दुकान हटाने की कार्रवाई करते हुए धराशायी किए गए। मंगलवार को सुबह 6 बजे से शुरू कार्रवाई में 2 जेसीबी मशीन लगाई गई थी। 

कार्रवाई से कई करीब परिवार कड़ी धूप में बेघर हो गए हंै। बेघर परिवार जाएं कहां? ऐसा सवाल निर्माण हुआ है। रेलवे भूखंड पर ये लोग 40-50 वर्ष से रह रहे थे। अतिक्रमण हटाने के पूर्व उनकी वैकल्पिक व्यवस्था करनी चाहिए, ऐसी नागरिकों में चर्चा है। एक ओर गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत घर दिए जा रहे हंै। दूसरी ओर नागरिकों को बेघर करने को लेकर रोष व्यक्त किया जा रहा है। उन्हें न्याय देने की मांग की जा रही है। कार्रवाई का निषेध करने के लिए पूर्व जि.प.सदस्य प्रवीण सुर,सुदर्शन समाज महासंघ के प्रदेश संगठक राजेश रेवते, व्यापारी संगठन के अध्यक्ष उल्हास रत्नपारखी ने निषेध कर रेलवे प्रशासन व वेकोलि प्रशासन के विरोध में नारेबाजी की। इस पर माजरी पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर धारा 68 के तहत नजरबंद किया। इससे कुछ समय के लिए तनावपूर्ण स्थिति बनी थी। पुलिस ने स्थिति नियंत्रण में लाकर दोपहर को उन्हें रिहा किया गया।
अतिक्रमण कार्रवाई के दौरान उपविभागीय पुलिस अधिकारी आयुष नोपानी, माजरी के थानेदार विनीत घागे, एपीआई अजितसिंह देवरे, विविध थानों के अधिकारी, आरपीएफ के आशुतोष पांडे, के.एन. राय इंस्पेक्टर चंद्रपुर समेत पाच इंस्पेक्टर, आठ सबइंस्पेक्टर उपस्थित थे। 

Created On :   18 May 2022 9:18 AM GMT

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