तीन निजी अस्पतालों के 20 फीसदी बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित

20% beds of three private hospitals reserved for Kovid patients
 तीन निजी अस्पतालों के 20 फीसदी बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित
 तीन निजी अस्पतालों के 20 फीसदी बेड कोविड मरीजों के लिए आरक्षित

कलेक्टर ने जारी किए आदेश, इलाज के साथ एंबुलेंस सुविधा भी उपलब्ध कराएं
डिजिटल डेस्क शहडोल ।
जिले में कोरोना संक्रमण बढ़ती रफ्तार और कम पड़ते संसाधनों को देखते हुए इसके वैकल्पिक इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं। कलेक्टर डॉ. सतेंद्र सिंह ने जिले के बड़े निजी चिकित्सालयों में उपलब्ध बेड का 20 फीसदी कोविड मरीजों के लिए आरक्षित करने के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही कोविड मरीजों को इलाज उपलब्ध कराने व एंंबुलेंस की सुविधा प्रदान करने के लिए भी कहा गया है। 
सीएमएचओ डॉ. राजेश पांडेय ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले के श्रीराम हेल्थ सेंटर सोहागपुर, देवांता अस्पताल सिंहपुर रोड एवं अमृता अस्पताल रीवा रोड को आदेशित किया गया है कि उनके अस्पताल के स्वीकृत बेड का 20 प्रतिशत कोरोना मरीजों के लिए सुरक्षित रखें। मरीजों को कोरोना संबंधी उपचार व एम्बुलेंस आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराएं और रोजाना 6 बजे तक ई-मेल के माध्यम से जानकारी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। ऐसा नहीं होने पर मध्यप्रदेश शासन की महामारी अधिनियम के अंतर्गत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए इन संस्था के विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
कोरोना संक्रमण के बीच युवा समाजसेवियों की अच्छी पहल 
होम आइसोलेशन के मरीजों को मुफ्त में पल्स ऑक्सीमीटर
जिले में तेजी से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण और लोगों की समस्या को देखते हुए नगर के कुछ युवा समाजसेवी आगे आए हैं। उन्होंने होम आइसोलेशन के मरीजों के लिए नि:शुल्क पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराने की व्यवस्था की है। इसके अलावा जल्द ही थर्मामीटर और दवाइयों की व्यवस्था भी बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इस नेक काम का बीड़ा उठाने वाले युवा समाजसेवियों के अनुसार नगर में जितने भी मरीज होम आइसोलेट होंगे, उन सबको वे पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराएंगे। जब तक मरीज घर पर है और पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो जाता है, वह नियमित रूप से अपना ऑक्सीजन लेवल चेक करता रहे। मरीज के स्वस्थ होने के बाद इसे वापस ले लिया जाएगा, ताकि यह किसी और मरीज के काम आ सके। ऑक्सीमीटर के लिए इन नंबरों 9425183200, 9425180531, 9425180519 पर संपर्क किया जा सकता है।
अस्थायी हॉस्पिटल की चल रही तैयारी 
संकट के इस दौर में कई लोग ऐसे हैं, जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। भविष्य मेें कोरोना मरीजों के बढऩे और अस्पतालों में जगह कम होने की स्थिति में एक अस्थायी अस्पताल बनाने की योजना पर भी काम चल रहा है, ताकि हर मरीज को समय पर उपचार मिल सके। इस अभियान से जुड़े लोगों के अनुसार अस्थायी हॉस्पिटल के लिए जगह की तलाश की जा रही है। इसके लिए दवाइयां और ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था भी जुटाई जा रही है।
 

Created On :   24 Sept 2020 6:12 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story