Corona : दोनो टीका लेने के बाद भी हुई 20 पुलिसकर्मियों की मौत, नागपुर सहित विदर्भ में घट सरे संक्रमितों के आंकड़े

20 policemen died even after taking both the vaccines
Corona : दोनो टीका लेने के बाद भी हुई 20 पुलिसकर्मियों की मौत, नागपुर सहित विदर्भ में घट सरे संक्रमितों के आंकड़े
Corona : दोनो टीका लेने के बाद भी हुई 20 पुलिसकर्मियों की मौत, नागपुर सहित विदर्भ में घट सरे संक्रमितों के आंकड़े

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राज्य में कोरोना संक्रमण के चलते 469 पुलिसवालों की मौत हो चुकी है। हैरानी की बात ये है कि मरने वालों में 20 पुलिसकर्मी ऐसे हैं जिनकी मौत कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए दोनों टीके लेने के बाद हुई है। राज्य के 1 लाख 99 हजार 39 पुलिसवालों में से 1 लाख 33 हजार 683 ऐसे हैं जिनकों कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीके की दोनों खुराक दी जा चुकी है। बता दें कि राज्य में अब तक 43 हजार 882 पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो चुके हैं और 469 इसके चलते अपनी जान गंवा चुके हैं। जान गंवाने वालों में 41 पुलिस अधिकारी जबकि 428 पुलिसकर्मी थे। कोरोना संक्रमण की शुरूआत से औसतन करीब 50 पुलिसकर्मियोें की मौत हर महीने हो रही है। मई महीने में भी राज्य के 47 पुलिसकर्मियों ने अपनी जान गंवाई है। पुलिस महानिदेशक कार्यालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक कोरोना संक्रमित हुए पुलिसकर्मियों ने से 42 हजार 87 इस बीमारी को मात दे कर ठीक हो चुके हैं। पिछले साल का सितंबर महीना पुलिसकर्मियों के लिए सबसे खराब रहा जब राज्य के सबसे ज्यादा 87 पुलिसवालों ने कोरोना संक्रमण के चलते अपनी जान गंवाई थी। इसके बाद इसी साल अप्रैल महीने में 6 हजार पुलिसवाले कोरोना संक्रमित हुए थे और 68 की इस बीमारी के चलते मौत हुई थी। पिछले साल अगस्त महीने में 55 पुलिसवालों की कोरोना संक्रमण के चलते मौत हुई थी। कोरोना संक्रमण फैलने के बाद इस साल का मई महीना पुलिसवालों की मौत के मामले में चौथे नंबर पर रहा। राहत की बात यह रही कि अप्रैल के 6 हजार के मुकाबले मई महीने में पुलिस वालों के कोरोना संक्रमण के 2934 मामले सामने आएं। राज्य में 1 लाख 99 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी हैं जिनमें से 22 फीसदी से ज्यादा कोरोनों संक्रमण के शिकार हुए हैं। एक पुलिस अधिकारी के मुताबिक आम लोगों के साथ लगातार संपर्क में रहने की मजबूरी के चलते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण के शिकार हुए। यही नहीं ऐसे भी पुलिसवालों की संख्या काफी है जो छुट्टी के दौरान इस बीमारी की चपेट में आए।

मुंबई में सबसे ज्यादा पुलिसवालों ने गंवाई जान

कोरोना संक्रमण के चलते सबसे ज्यादा 119 पुलिसवालों ने मुंबई में जान गंवाई। देश की आर्थिक राजधानी में तैनात कुल 45 हजार पुलिसवालों में से 8 हजार 886 पुलिसवाले कोविड-19 की चपेट में आए थे। इनमें से अब भी 176 का इलाज जारी है। इसके अलावा ठाणे में 36, नागपुर में 23, पुणे में 18, अहमदनगर में 14, गडचिरोली में 13 और नई मुंबई-नाशिक ग्रामीण में 12-12 पुलिसवालों ने कोरोना संक्रमण के चलते जान गंवाई है। 

नागपुर जिले की पांच बड़ी लैब में 5 और उससे भी कम संक्रमित मिलें

उधर नागपुर जिले में संक्रमितों की संख्या कम हो गई है। बुधवार को जिले में 649 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जबकि 204 नए मरीज मिले। खास बात यह रही कि सभी निजी लैब और मनपा के एंटीजन जांच अलावा किसी भी लैब में 5 से अधिक संक्रमित नहीं आए हैं। संक्रमितों से करीब तीन गुना मरीज डिस्चार्ज हुए जिससे अब स्थिति सामान्य हो रही है। पिछले 24 घंटे में जिले में 13419 नमूनों की जांच की गई। जिसके अनुसार संक्रमण दर सिर्फ 1.52 प्रतिशत रही। अब रिकवरी दर भी तेजी से बढ़ती नजर आ रही है। साथ ही बुधवार को साथ ही 11 मरीजों की मौत हुई। जिले में बुधवार को 13419 नमूनों की जांच की गई। जिसमें से 204 नए संक्रमित मिले। जिसमें ग्रामीण के 84, शहर के 117 और जिले के बाहर के 3 मरीज मिले हैं। जांच में नागपुर की सबसे बड़ी मेडिकल, मेयो, एम्स, नीरी और नागपुर युनिवर्सिटी लैब में में 5 और उससे भी कम संक्रमित मिले हैं। नए संक्रमितों में एम्स  में 1, मेडिकल में 2, मेयो में 3, नीरी में 4, नागपुर युनिवर्सिटी में 5, निजी लैब में 133 और एंटीजन में 56 नमूने पॉजिटिव आए। कुल संक्रमितों की संख्या 475012 हो गई है। मई माह में में रिकवरी दर तेजी से बढ़ी है। इसका कारण है बड़ी संख्या में मरीजों का डिस्चार्ज होना। रिकवरी दर अब 97.03 प्रतिशत तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में जिले में 649 मरीज डिस्चार्ज किए गए। इनमें होम आइसोलेट मरीज भी शामिल हैं। इसके साथ कुल डिस्चार्ज मरीजों की संख्या 460924 पहुंच गई है।

तीन माह बाद यवतमाल में कोरोना से एक भी मौत नहीं

बुधवार को लगभग तीन माह बाद यवतमाल जिले में पहली बार ऐसा हुआ कि कोरोना से एक भी व्यक्ति की मृत्यु दर्ज नहीं हुई। गोंदिया और भंडारा में भी यही स्थिति रही। विदर्भ में कोरोना की दूसरी लहर धीरे-धीरे शांत होने लगी है। हालांकि वर्धा जिले में एक दिन बाद फिर मरीजों की संख्या बढ़ी नजर आयी। अमरावती जिले में बुधवार को 363 लोग संक्रमित पाए गए तथा 7 लोगों ने जान गंवाई। 637 मरीज स्वस्थ भी हुए। वर्धा जिले में मंगलवार को मरीजों की तादाद घटी थी, लेकिन मंगलवार फिर 268 नए मरीज पाए गए। 387 लोग स्वस्थ भी हुए। जबकि 6 लोगों ने कोरोना से जूझते हुए दम तोड़ दिया। यवतमाल जिले में 101 लोग पॉजिटिव पाए गए तथा 267 ठीक हुए। चंद्रपुर जिले में 355 लोगों ने कोरोना पर मात की। साथ ही 148 लोग पॉजिटिव पाए गए। 11 मरीज कोरोना से जिंदगी की जंग हार गए। गड़चिरोली जिले में 3 लोगों ने जान गंवाई। 69 लोग संक्रमित पाए गए तथा 51 लोग स्वस्थ हुए। गोंदिया में 29 लो स्वस्थ हुए तथा 60 नए मरीज मिले। भंडारा जिले में 81 मरीज ठीक हुए तथा 90 लोग संक्रमित पाए गए। 

अकोला, बुलढाणा, वाशिम में 18 मृत, 7,214 एक्टिव केस

अकोला जिले में बुधवार को 8 मरीजों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 1,080 पर पहुंच गई है। 189 नए संक्रमितों की वृध्दि से कुल संक्रमित 56,058 हो गए हैं। 408 लोग स्वस्थ हो जाने से अब ठीक हो चुके लोगों की कुल संख्या 51,084 हो गई हैं। 3,894 एक्टिव मरीजों का इलाज जारी है। 

बुलढाणा जिले में बुधवार को इलाजरत 7 मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या बढ़कर 616 हो गई है। 175 नए संक्रमित केस मिलने से मरीजों की कुल संख्या 85,081 हो गई है। 333 लोगों के स्वस्थ हो जाने से अब ठीक होने वालों की संख्या 82,998 हो गई है। 1,469 सक्रिय मरीजों पर उपचार जारी है।

वाशिम जिले में बुधवार को 3 मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 586 तथा 102 नए पॉजिटिव पाए जाने से संक्रमितों की कुल संख्या 40,275 हो गई है। 241 मरीजों के ठीक हो जाने से अब तक 37,837 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। 1,851 एक्टिव मरीजों का उपचार जारी है। 

 



 

 

Created On :   2 Jun 2021 4:40 PM GMT

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