3 सैंपल निकले एंटेरोवायरस पॉजिटिव, मंकीपॉक्स के 8 सैंपल की जांच

3 samples turned out to be enterovirus positive, 8 samples of monkeypox tested
3 सैंपल निकले एंटेरोवायरस पॉजिटिव, मंकीपॉक्स के 8 सैंपल की जांच
नागपुर 3 सैंपल निकले एंटेरोवायरस पॉजिटिव, मंकीपॉक्स के 8 सैंपल की जांच

डिजिटल डेस्क, नागपुर. अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में पिछले दो महीने में मंकीपॉक्स के संदेहास्पद 8 सैंपल की जांच की गई। इनमें सभी सैंपल निगेटिव पाए गए हैं। इनमें से तीन सैंपल एंटेरोवायरस पॉजिटिव पाए गए हैं। यह तीनों सैंपल जिले के बाहर के हैं। कुछ महीने पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल प्रकोप घोषित किया था। इसलिए इस बीमारी की व्यापक जांच करने का आदेश जारी किया था। इसके बाद इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने एम्स को मंकीपॉक्स के सैंपल की जांच के लिए नोडल एजेंसी के रूप में केंद्र घोषित किया था। मध्य भारत का यह पहला केंद्र है। केंद्र बनने के बाद यहां संदेहास्पद सैंपल भेजे जाने लगे थे। हालांकि दो महीने की अवधि में एम्स के माइक्रोबायोलॉजी विभाग को केवल 8 सैंपल प्राप्त हुए थे। इसमें भंडारा के 6 व नागपुर से मेडिकल से 1 व मेयो का 1 सैंपल शामिल है। इन सैंपल की जांच के बाद किसी मंकीपॉक्स नहीं होने का पता चला है। भंडारा से प्राप्त सैंपल में से 3 में एंटेरोवायरस पाए गए। इस वायरस से प्रभावित को जुकाम व हाथ पैर व मुंह की बीमारी होती है। इसे हैंड, फुट और माउथ डिजीज कहा जाता है। इससे त्वचा पर चकत्ते दिखाई देते हैं। मुंह के अंदर छाले आते हैं। यह बीमारी घातक नहीं होती है। नियमित उपचार के बाद मरीज स्वस्थ हो जाता है। 

जिले में कोई पॉजिटिव नहीं

गौरतलब है कि जून महीने में मनपा ने एक संदेहास्पद मंकीपॉक्स का सैंपल पुणे की राष्ट्रीय विषाणु प्रयोगशाला में भेजा था। इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह बाद मिली थी। यह रिपोर्ट निगेटिव आई थी। एम्स में की गई सैंपलों की जांच में भी मंकीपॉक्स पॉजिटिव नहीं पाया गया। इसलिए यह कहा जा रहा है कि जिले में ऐसा कोई मरीज नहीं होने से राहत मिली है।

Created On :   9 Oct 2022 2:32 PM IST

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