चार साल में 34 किलोमीटर ही बनी अब 5 माह में 28 किलोमीटर काम पूरा करने का दावा

34 km built in four years, now claims to complete 28 km work in 5 months
चार साल में 34 किलोमीटर ही बनी अब 5 माह में 28 किलोमीटर काम पूरा करने का दावा
165 किलोमीटर की अनूपपुर-कटनी थर्डलाइन परियोजना चार साल में 34 किलोमीटर ही बनी अब 5 माह में 28 किलोमीटर काम पूरा करने का दावा

डिजिटल डेस्क,शहडोल। अनूपपुर-कटनी 165.52 किलोमीटर की थर्ड लाइन विस्तार परियोजना पर चार साल में महज 34 किलोमीटर का काम ही पूरा हो सका। अब इस वित्तीय वर्ष के शेष बचे 5 माह में 28 किलोमीटर काम पूरा होने की बात कही जा रही है। 1370.94 करोड़ रुपए की परियोजना 2016 में मंजूर हुई थी, तब 6 साल में काम पूरा होने का दावा किया जा रहा था।

काम की धीमी गति के बाद अब ठेका कंपनी को एक्सटेंशन दिए जाने की तैयारी है। खास बात यह है कि कोरोना काल के 2 साल में यात्री ट्रेनें रद्द रहने के दौरान रेलवे द्वारा काम की गति तेज होने के दावे के बीच साउथ ईस्टर्न मध्य रेलवे (एसईसीआर) में काम की गति धीमी का यह बड़ा उदाहरण है। रेलवे की महत्वाकांछी परियोजना में समय पर काम पूरा नहीं होने से रेलवे के ढांचागत विकास पर असर पड़ रहा है तो आए दिन काम के नाम यात्री ट्रेनों को रद्द करने से आम यात्रियों को भी परेशानी हो रही है।

इसलिए महत्वपूर्ण है परियोजना

शहडोल संभाग की इस महत्वपूर्ण रेल परियोजना का काम पूरा होने के बाद माल लदान में इजाफा होगा। फिलहाल कोयला लोड मालगाड़ी परिचालन के कारण आए दिन यात्री ट्रेनों को विलंब किया जाता है, इससे यात्रियों को परेशानी होती है। जरुरी काम से जाने वाले यात्री गंतव्य तक समय पर नहीं पहुंच पा रहे हैं। अंचल के रहवासियों को उम्मीद थी कि 2022 तक परियोजना का काम पूरा होने के बाद यात्री ट्रेन परिचालन में राहत मिलती।

खास-खास

> 34 किलोमीटर पूरा हुए काम में अमलाई से सिंहपुर 22 और झलवारा से रुपौंद 12 किलोमीटर शामिल है। 
> 28 किलोमीटर पूरा होने वाले काम में अनूपपुर से अमलाई 13 और सिंहपुर से बंधवाबाड़ा 15 किलोमीटर है। 
> 162.52 किलोमीटर अनूपपुर-कटनी थर्ड रेलवे लाइन विस्तार परियोजना को माल लदान के लिहाज से माना जा रहा महत्वपूर्ण।

अनूपपुर-कटनी थर्ड लाइन विस्तार परियोजना का काम चल रहा है। बीच में मिट्टी की उपलब्धता नहीं होने के साथ ही पेड़ कटाई के लिए समय पर अनुमति नहीं मिलने से परियोजना के काम पर असर पड़ा। अब सभी अड़चनों को दूर कर काम की गति बढ़ाई जा रही है।                                                                           साकेत रंजन सीपीआरओ एसईसीआर बिलासपुर

Created On :   27 Oct 2022 3:35 PM IST

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