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19-19 हजार में बेच रहे थे, 4 इंजेक्शन मोबाइल व कार जब्त - रेमडेसिविर की कालाबाजारी करते हुए दो डॉक्टर सहित 5 को एसटीएफ ने दबोचा
डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना संक्रमित गंभीर मरीजों के इलाज के लिए उपयोगी रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी किए जाने की सूचना पर स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने छापामारी करते हुए रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गये आरोपियों में निजी अस्पताल में कार्यरत दो चिकित्सक व एक निजी अस्पताल का पैथोलॉजी कर्मी बताया जा रहा है।
इस संबंध में एसटीएफ जबलपुर इकाई के एसपी नीरज सोनी ने बताया कि कोरोना के गंभीर मरीजों के इलाज में उपयोगी सिद्ध होने वाले रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी किए जाने की घटनाओं को देखते हुए अति. पुलिस महानिदेशक एसटीएफ वीके माहेश्वरी द्वारा निर्देशित किया गया था। निर्देश के परिपालन में एक टीम गठित कर लगाई गई थी। इस दौरान मुखबिर की सूचना पर टीम के दो सदस्यों को ग्राहक बनाकर रेमडेसिविर इंजेक्शन लेने भेजा गया और कालाबाजारी करने वाले गिरोह से प्रति इंजेक्शन 19 हजार में लेने का सौदा हुआ था। उसके बाद एसटीएफ टीम ने एक-एक करके पाँच आरोपियों को दबोच लिया। पकड़े गये आरोपियों में आशीष हॉस्पिटल में कार्यरत डॉ. नीरज साहू निवासी दीक्षितपुरा, लाइफ मेडिसिटी हॉस्पिटल में कार्यरत डॉ. जितेंद्र सिंह ठाकुर निवासी विजय नगर व संस्कारधानी हॉस्पिटल का पैथोलॉजी कर्मी राकेश मालवीय निवासी दीक्षितपुरा के अलावा दो दलाल सुधीर सोनी गंगा नगर गढ़ा व राहुल विश्वकर्मा गंगा नगर गढ़ा को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से रेमडेसिविर के 4 नग इंजेक्शन, 6 मोबाइल व स्विफ्ट कार क्रमांक एमपी 20 सीके 0830, नकदी 10 हजार 4 सौ रुपये जब्त किए हैं।
पकड़े गए आरोपी डॉक्टर और पैथोलॉजी कर्मी। दलालों ने खोला पूरा राज
सूत्रों के अनुसार रेमडेसिविर की कालाबाजारी करने वाले दलाल सुधीर सोनी व राहुल विश्वकर्मा जीसीएफ फैक्ट्री के पास घूम रहे थे। जानकारी लगने पर एसटीएफ के आरक्षक को ग्राहक बनाकर भेजा गया। वहाँ पर दो लोगों ने जैसे ही आरक्षक को 2 इंजेक्शन दिए आरक्षक ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उन्होंने इंजेक्शन पैथोलॉजी कर्मी राकेश मालवीय से लेना बताया उसके बाद राकेश को पकड़कर पूछताछ की गई तो उसने डॉ. नीरज साहू व डॉ. जितेंद्र सिंह ठाकुर द्वारा इंजेक्शन देना बताया उसके बाद उन्हे भी गिरफ्तार किया गया है।
अस्पताल से चोरी किए इंजेक्शन
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला है कि डॉ. जितेंद्र ठाकुर बीएचएमएस व डॉ. नीरज साहू बीएएमएस है और उनके द्वारा मरीजों को लगने वाले इंजेक्शन चोरी कर बेच दिए जाते थे। एसटीएफ द्वारा इन दोनों चिकित्सकों का रिकॉर्ड तलब कर जाँच की जा रही है कि उनके द्वारा कितने मरीजों को रेमडेसिविर लगाए गये थे और उनकी वर्तमान में क्या स्थिति है।
इनका कहना है
रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के मामले में दो चिकित्सकों सहित 5 लोगों को गिरफ्तार कर भोपाल कोर्ट भेजा गया है। वहीं प्रकरण की जाँच की जा रही है।
-नीरज सोनी एसपी एसटीएफ
Created On :   23 April 2021 1:50 PM IST