दागदार हुई खाकी : अवैध वसूली- लापरवाही- रेप के मामलों में 5 पुलिस वाले निलंबित, 4 पर FIR

5 Policemen suspended in cases of illegal recovery, negligence, rape, FIR filed against four
दागदार हुई खाकी : अवैध वसूली- लापरवाही- रेप के मामलों में 5 पुलिस वाले निलंबित, 4 पर FIR
दागदार हुई खाकी : अवैध वसूली- लापरवाही- रेप के मामलों में 5 पुलिस वाले निलंबित, 4 पर FIR

डिजिटल डेस्क, नागपुर। गिट्टीखदान निवासी विधवा महिला (45) से दुष्कर्म कर उसके साथ 4 लाख की धोखाधड़ी करने के आरोप में नंदनवन थाने में तैनात रहे पुलिस इंस्पेक्टर अरविंद भोले के खिलाफ मामला 12 मार्च को दर्ज किया गया है। नंदनवन के बाद उसका तबादला पुलिस कंट्रोल रूम में हुआ था। इसके बाद वह लंबी छुट्टी पर चला गया है। उधर, विभागीय कार्रवाई के लिए जांच शुरू हो गई है। 

केस 1 : गिट्टीखदान 

फेसबुक पर हुई दोस्ती : आरोप है कि 2019 में फेसबुक के माध्यम से विधवा की अरविंद भोले से दोस्ती हुई। उस समय भोले नंदनवन में तैनात (द्वितीय पुलिस निरीक्षक) था। भोले ने महिला से खुद के पत्नी के बीमार होने और  दूसरी शादी करने की इच्छा जताई थी। महिला के साथ  8 नवंबर  2020 को कौंडण्यपुर (वर्धा) के एक मंदिर में शादी रचाई। उस समय भोले नंदनवन के एक फ्लैट में रहता था। कुछ दिनों बाद भोले ने पुलिस उपनिरीक्षक कालूसे के फ्रेंड्स कॉलोनी स्थित फ्लैट में किराए से रहने लगा था। 

अश्लील वीडियो बनाया : पुलिस इंस्पेक्टर भोले की नजर विधवा की दौलत पर थी। आरोप है कि अरविंद ने अश्लील वीडियो तो बनाया ही, कई तस्वीरें भी ले लीं। उसके बाद पत्नी के उपचार के लिए विधवा से एक लाख रुपए लिए। भोले ने महिला को बिना बताए उसकी 3 लाख रुपए की सोने की चूडियां भी ले लीं। पैतृक खेती को अपने नाम करने के लिए दबाव बनाया। इनकार करने पर मारपीट शुरू कर दी। 18 फरवरी को महिला को छोड़कर भोले चला गया। उसने महिला का नंबर ब्लॉक कर दिया। महिला ने पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार से मिलकर सारी कहानी बताई। उसके बाद गिट्टीखदान थाने में भोले पर मामला दर्ज किया गया। महिला का एक 21 साल का बेटा भी है। उसके पति की वर्ष 2000 में सड़क हादसे में मौत हो चुकी है।

केस 2 : ठाणे 

ठाणे के अधिकारी से इतनी वसूली की कि उसने आत्महत्या कर ली

ठाणे के अंबरनाथ पुलिस थाना क्षेत्र के बाल विकास प्रकल्प अधिकारी सचिन साबले (35) की आत्महत्या के मामले में ठाणे पुलिस ने नागपुर के यशोधरा नगर क्षेत्र की निवासी नीता मानकर, उसकी बेटी, नीता मानकर का भाई दादाराव, यशोधरानगर के तत्कालीन थानेदार रमाकांत दुर्गे (वर्तमान में नागपुर के पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात), उपनिरीक्षक दीपक चव्हाण और वर्तमान में वरिष्ठ थानेदार अशोक मेश्राम के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस आयुक्त अमितेश कुमार ने बताया कि दीपक चव्हाण को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। उधर अशोक मेश्राम ने कहा कि मुझे बेवजह इस मामले में लपेटा जा रहा है। 

पुलिस ने ऐंठी मोटी रकम : सूत्रों के अनुसार, नीता मानकर की कई पुरुषों के साथ दोस्ती थी। उसके पहले पति ने आत्महत्या कर ली थी। नीता मानकर के दूसरे पति अरुण (एसटी बस चालक) ने आत्महत्या कर ली थी। एमपीएससी परीक्षा की तैयारी के समय नीता और सचिन की पहचान हुई। सचिन को ठाणे में बाल विकास प्रकल्प अधिकारी पद पर नियुक्ति मिली और नीता महिला विकास अधिकारी बन गई। नीता और सचिन के बीच शुरू हुए प्रेम संबंध की जानकारी मिलने पर दूसरे पति अरुण से विवाद हुआ। गत वर्ष दिसंबर में नागपुर के यशोधरा नगर थाना क्षेत्र में रहने वाले अरुण ने भी आत्महत्या कर ली। यशोधरा नगर थाने में आकस्मिक मृत्यु का मामला दर्ज किया गया। इस प्रकरण की जांच उपनिरीक्षक दीपक चव्हाण कर रहे थे। नीतू ने चव्हाण के साथ मिलकर सचिन को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। आरोप है कि नीता शादी का दबाव डाल रही थी और यशोधरा नगर पुलिस बेवजह फंसाने की धमकी दे रही थी। दीपक चव्हाण ने सचिन से वसूली शुरू कर दी। सचिन ने चव्हाण के जरिए इंस्पेक्टर दुर्गे को 4.50 लाख रुपए दिए। चव्हाण ने दोबारा रकम 2 लाख रुपए मांगे। दुर्गे का तबादला होने के बाद वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक अशोक मेश्राम को यशोधरा नगर के थानेदारी दी गई। चव्हाण ने मेश्राम के नाम पर भी 3 लाख रुपए मांगे।

फांसी लगाई : 18 फरवरी को सचिन ने फ्लैट में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सचिन ने सुसाइड नोट लिखकर अपने भाई चंद्रकांत और दोस्त को मेल  किया, जिसमें नीता, उसकी बेटी, दादाराव, नागपुर पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात रमाकांत दुर्गे, उपनिरीक्षक दीपक चव्हाण और अशोक मेश्राम का नाम था। ठाणे पुलिस ने उपनिरीक्षक चव्हाण को प्रशिक्षण हासिल कर बाहर निकलते ही गिरफ्तार किया।

केस 3 : मानकापुर

घायल वृद्ध को नहीं मिला इलाज, इसलिए 4 पुलिसकर्मी निलंबित 

नागपुर में मानकापुर थाने के उपनिरीक्षक ए लाकडे, हवलदार राहुल बोटरे, रोशन यादव व मुख्यालय में तैनात सिपाही संजय पांडे को निलंबित कर दिया गया है।  मानकापुर निवासी भैयालाल बैस (64) 8 मार्च को सुबह लापता हो गए थे। 9  मार्च की शाम करीब 4.30 से 5 बजे के बीच गोरेवाड़ा क्षेत्र में उनका शव मिला। आरोप है कि भैयालाल को जख्मी हालत में सिपाही संजय पांडे ने देखा था। वह सूचना देकर चला गया। मानकापुर थाने के उपनिरीक्षक ए लाकडे, हवलदार राहुल बोटरे, रोशन यादव, सिपाही संजय पांडे को भैयालाल की मौत के लिए दोषी माना गया है। इसलिए चारों को निलंबित कर दिया गया है।

Created On :   14 March 2021 3:38 PM IST

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