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जिला परिषद की लेटलतीफी से 51 स्कूल सौर ऊर्जा से वंचित
डिजिटल डेस्क, नागपुर. जिला परिषद के 564 स्कूल में सौर ऊर्जा के पैनल लगाने का नियोजन किया गया। खनिज प्रतिष्ठान से निधि मंजूर हुई। महाराष्ट्र एनर्जी डेवलपमेंट यानी मेडा को सौर पैनल लगाने की जिम्मेदारी दी गई। जिप के कुछ पदाधिकारी और सदस्यों ने इसका विरोध किया। जिसके चलते प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच टकराव होने पर मेडा को विलंब से निधि हस्तांतरित हुई। इस बीच सामग्री के दाम बढ़ जाने पर 51 स्कूलों को सौर ऊर्जा प्रकल्प से कम करना पड़ा। विरोध करने के पीछे उनका व्यक्तिगत स्वार्थ बताया जाता है। तत्कालीन पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के कार्यकाल में खनिज प्रतिष्ठान से स्कूलों में सौर ऊर्जा के लिए 7 करोड़, 18 लाख रुपए की निधि मंजूर की गई थी। मेडा को 564 स्कूलों में सौर पैनल लगाने की जिम्मेदारी दी गई। उससे पहले जिप में सत्ता परिवर्तन हुआ और महाविकास आघाड़ी ने सत्ता काबिज कर ली। मेडा के माध्यम से स्कूलों में सौर पैनल लगाने का विरोध किया गया। प्रशासन और जनप्रतिनिधि के बीच टकराव के चलते प्रकल्प लड़खड़ा गया। अंत में मेडा के माध्यम से सौर ऊर्जा पैनल लगाने पर सहमति हुई। इसी में काफी समय बीत गया। इस बीच सामग्री के दाम बढ़ गए, जिससे मंजूर निधि से 564 स्कूलों में सौर पैनल लगाना संभव नहीं था। निविदा पर निविदा निकाली गई, लेकिन कोई ठेकेदार कंपनी काम करने के लिए सामने नहीं आई। आखिरकार स्कूलों की संख्या 564 से घटाकर 513 कर दी गई। जिप की लेटलतीफी के कारण 51 स्कूलों को सौर ऊर्जा से वंचित कर दिया गया।
पहले चरण में 287 स्कूलों में सौर ऊर्जा
जिप स्कूल का बिजली बिल नहीं भरने पर आए दिन कनेक्शन कट होने की नौबत आती है। इस समस्या से मुक्ति दिलाने के लिए तत्कालीन पालकमंत्री बावनकुले ने सभी स्कूलों में सौर ऊर्जा की व्यवस्था करने की पहल की थी। पहले चरण में डीपीडीसी से 287 स्कूलों के लिए 4 करोड़, 28 लाख रुपए निधि मंजूर की। मेडा ने इन स्कूलों में सौर पैनल लगाए हैं।
मेडा ने जिप से मांगे शेष 4.39 करोड़ रुपए
खनिज प्रतिष्ठान ने स्कूलों में सौर ऊर्जा के लिए 7.18 करोड़ रुपए मंजूर किए। पहली किस्त 2 करोड़, 92 लाख रुपए पौने दो साल पहले जिप को प्राप्त हुए। उसे मेडा को हस्तांतरित किया गया। शेष 4.39 करोड़ रुपए मेडा ने जिप से हस्तांतरण करने की मांग की है। जिप खनिज प्रतिष्ठान निधि से मंजूर रकम की मांग करेगी। निधि प्राप्त होने पर मेडा को हस्तांतरण किया जाएगा। बताया जाता है कि, जिला परिषद से शेष रकम मिलने के बाद मेडा सौर ऊर्जा पैनल लगाने के काम की शुरुआत करेगी।
Created On :   29 May 2022 6:54 PM IST