8 सौ एमएसएमई उद्योग नए सिरे से हो सकेंगे चालू - महाकौशल चेंबर ने प्रशासन से फुटकर व्यापारियों के लिए भी माँगी राहत

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 8 सौ एमएसएमई उद्योग नए सिरे से हो सकेंगे चालू - महाकौशल चेंबर ने प्रशासन से फुटकर व्यापारियों के लिए भी माँगी राहत

डिजिटल डेस्क जबलपुर । सरकार द्वारा राहत पैकेज के बाद उद्योग-व्यापार में नई तरह की चहलकदमी दिखाई देने लगी है। उद्योगपतियों में इस बात को लेकर नई उम्मीद जाग गई है कि जो उद्योग पूरी तरह से ठप होने की कगार पर आ गए थे उनके नए सिरे से चालू होने की आस बँध गई है। महाकौशल चेंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री का कहना है कि जबलपुर जिले में ही करीब 8 सौ ऐसी छोटी-बड़ी एमएसएमई यूनिटें हैं जिनके सामने मार्केट में बने रहने का संकट बन गया था। मगर अब ये उद्योग फिर से वापस गति पकड़ सकते हैं। इन यूनिटों से करीब 20 हजार कर्मचारियों का भी भविष्य जुड़ा हुआ है। 
महाकौशल चेंबर के राजेश चंडोक, शान्तिभाई पटेल, युवराज जैन गढ़ावाल, अखिल मिश्र ने बताया कि प्रशासन से थोक एवं फुटकर बाजार खोलने, पूर्व में दिए गए ऑड-ईवन तारीखों में बाजार खुलने सहित  कमोडिटी के हिसाब से बाजार खुलने के तरीकों को लागू करने चर्चा की गई है।पी-6 
बैंक के चक्कर लगाने पड़े तो योजना दम तोड़ देगी7 शासन के वित्त एवं एमएसएमई विभाग द्वारा प्रमुख चेम्बर्स एवं एसोसिएशन्स के अध्यक्षों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस में महाकौशल चेंबर के अध्यक्ष रवि गुप्ता ने कहा कि कोलेट्रल फ्री लोन के क्रियान्वयन पर पैनी निगाह रखी जाए। लोन के लिए यदि उद्यमी को बैंक के चक्कर लगाने पड़े तो यह योजना दम तोड़ देगी। देश में लगभग 7 करोड़ ट्रेडर्स जिन्होंने इस लॉकडाउन में सरकार का कदम से कदम मिलाते हुए साथ दिया लेकिन इस पैकेज में उनके लिए कोई भी योजना न होना चिन्ता का विषय है। यह भी बताया गया कि व्यापारियों के जो चालान अभी जनरेट हो रहे हैं वे योजना के हिसाब से न होकर सामान्य रूप से निकल रहे हैं। 

Created On :   15 May 2020 2:57 PM IST

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