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शहरी क्षेत्रों में लगे लक्ष्य के मुकाबले 84 प्रश. टीके
डिजिटल डेस्क जबलपुर । कोरोना टीकाकरण महाअभियान के अंतर्गत सोमवार को शहरी क्षेत्रों में रिस्पांस कम रहा। अब तक आँकड़ों में लक्ष्य से अधिक टीकाकरण देखा जा रहा था, लेकिन सोमवार को शहरी क्षेत्रों में 84 फीसदी टीके ही लगे। स्वास्थ्य विभाग ने 50 केंद्रों पर 18 हजार 900 टीके लगाने का लक्ष्य रखा था, जिसके मुकाबले 15 हजार 932 हितग्राहियों ने वैक्सीन लगवाई। इधर ग्रामीण क्षेत्रों में 59 केंद्रों पर वैक्सीन लगाई गई, जहाँ मझौली को छोड़कर सभी ब्लॉक में लक्ष्य से ज्यादा टीके लगे। मझौली में 61 फीसदी टीके ही लगे। जिले का ओवरऑल टीकाकरण 93 फीसदी रहा, 31 हजार 200 के टारगेट के मुकाबले 28 हजार 969 लोगों ने कोरोना वैक्सीन लगवाई। अभियान के अंतर्गत स्कूल-कॉलजों में भी विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित किए गए। आज मंगलवार को केवल गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण होगा।
बदबूदार खाना मिलने पर जाँच के निर्देश
पुलिस लाइन स्थित सामुदायिक भवन समेत कुछ अन्य केंद्रों पर ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों ने घटिया और बदबूदार खाना परोसने की शिकायत टीकाकरण अधिकारी से की, जिसके बाद टीकाकरण अधिकारी डॉ. एसएस दाहिया ने जाँच के निर्देश दिए हैं।
जेएनकेविवि में वैक्सीनेशन
जवाहरलाल नेहरू कृषि विवि में टीकाकरण का विशेष सत्र आयोजित हुआ। विश्वविद्यालय की बी.पी.डी. यूनिट में आयोजित टीकाकरण शिविर में सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी डॉ. मुमताज अहमद खान को पहला टीका लगा। सुरक्षा अधिकारी डॉक्टर बंटी शर्मा द्वारा सुरक्षा की विशेष व्यवस्थाएँ की गईं। स्वास्थ्य विभाग के वीरेंद्र कुमार शर्मा एवं टीम का विशेष सहयोग रहा। शाम 4:00 बजे तक 300 से ज्यादा हितग्राहियों को टीका लगाया गया। इस दौरान कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन ने शिविर स्थल पर उपस्थित होकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और आवश्यक निर्देश दिए।
अभिभावक भेजने राजी नहीं हैं
निगरानी समिति में शामिल मेडिकल उमावि के प्राचार्य एसएन श्रीवास्तव ने बताया कि निरीक्षण के दौरान नालंदा पब्लिक स्कूल धनवंतरी नगर, यश वीडीजे धनवंतरी नगर, वर्णी दिगम्बर जैन मंदिर पिसनहारी की मढिय़ा उमावि स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या जीरो रही, हितकारिणी स्कूल देवताल में 8, हितकारिणी स्कूल बीटी तिराहा में 5 विद्यार्थी मिले। शासकीय उमावि मेडिकल में 12 विद्यार्थी पहुँचे थे। तकरीबन ऐसे ही हालत लगभग सभी प्राइवेट स्कूलों के थे, सरकारी स्कूलों में उपस्थिति प्राइवेट की अपेक्षा ज्यादा रही। निगरानी दल को निजी स्कूलों ने तर्क दिया कि, अभिभावक विद्यार्थियों को फिलहाल स्कूल भेजने राजी नहीं हैं।
Created On :   27 July 2021 2:23 PM IST