भीषण आग से 9 टाल और 2 गोदाम खाक, कम पड़ गए दमकल वाहन

9 stalls and 2 godowns destroyed due to fierce fire, fire engines fell short
भीषण आग से 9 टाल और 2 गोदाम खाक, कम पड़ गए दमकल वाहन
ऑर्डनेंस फैक्ट्री से भी पहुंचे टैंकर भीषण आग से 9 टाल और 2 गोदाम खाक, कम पड़ गए दमकल वाहन


डिजिटल डेस्क जबलपुर। महानद्दा क्षेत्र में लगी आग इतनी भीषण थी कि इसकी चपेट में आने से 9 टाल, फार्मास्यूटिकल और पीवीसी पाइप के दो गोदाम जलकर खाक हो गए। आग को बुझाने के लिए नगर निगम के दमकल वाहन भी कम पड गए। आर्डनेंस फैक्ट्री के साथ पनागर जनपद से भी मदद मांगी गई। आग पर पूरी तरह काबू पाने में करीब 12 घंटे का वक्त लगा।
आग लगने का कोई कारण अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। साथ ही नुकसान का भी हाल फिलहाल आंकलन नहीं हो सका है। नगर निगम के फायर अधिकारी कुशाग्र ठाकुर ने बताया कि शनिवार की रात करीब 11 बजे साहू कॉलोनी के पीछे लकड़ी के टाल में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। ऐसा भी हुआ कि निगम के दमकल वाहन कम पड़ने लगे, तो पनागर, ऑर्डिनेंस फैक्ट्री खमरिया सहित अन्य स्थानों से वाहनों को बुलाया गया। कुल 78 ट्रिप टैंकर पानी लगे। रात 11 बजे लगी आग को सुबह 6 बजे तक काबू कर लिया गया,
लेकिन धुआँ उठता रहा। सुबह 11.30 बजे आग पूरी तरह शांत हुई। निगमायुक्त संदीप जीआर, असिस्टेंट फायर अधिकारी राजेंद्र पटेल भी मौके पर डटे रहे।
तीन सवाल, जिनके जबाव जरुरी है-
01- कैसे लगी आग, कम्प्रेशर ब्लास्ट..?
आसपास के लोगों का कहना हैकि टाल कर्मियों के खाने पकाने के लिए जलाई गई आग फैली होगी। यह भी कहा जा रहा है कि टाल में लगा कम्प्रेशर ब्लास्ट होने से हादसा हुआ होगा। क्योंकि उस दौरान तेज धमाके की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी थी। फिलहाल अग्निकांड की पुख्ता वजह सामने नहीं आ सकी है।
02- इतनी भीषण कैसे, 12 टाल कतार से-
आग की लपटों के इतने तेजी से बढने पर दमकल कर्मी खुद हैरान है। फायर अधिकारी ने बताया कि हादसे के क्षेत्र में तकरीबन 12 टाल हैं। जहां पुरानी लकड़ियां रखी हुईं थी। यही वजह है कि आग की लपटे तेजी से फैलती चली गईं। वहीं फार्मास्यूटिकल गोदाम और पीवीसी पाइप के गोदाम ने आग में घी डालने का काम किया।
03- लाखों का नुकसान, अभी पता नहीं-
हादसे में 9 टाल में रखी लाखों की लकड़ी जलकर खाक हो गई। वहीं दोनों गोदामों को भी भारी नुकसान हुआ है। अभी नुकसान का आंकलन नहीं हो सका है। दमकल सूत्र कहते है कि पूरी छानबीन के बाद ही अनुमानित आंकडा सामने आ सकेगा। कहा जा रहा है कि पूर्व में भी टालों में आग लग चुकी है लेकिन अधिकारी बेपरवाह बने हुए हैं।
ऑन द स्पॉट-
- आग की भीषण लपटों को बढता देख क्षेत्रीय लोगों ने भी पानी की टंकी से पाइप लगाकर आग बुझाने का प्रयास किया।
- मौके पर मौजूद पूर्व पार्षद कुंवर पाल सिंह शेरू ने बताया िक आग को समय पर काबू नहीं किया गया होता तो पूरी बस्ती खाक हो जाती।
- हादसे के दौरान इतना तेज धमाका हुआ कि आसपास के घरों की खिड़कियों में लगे कांच भी टूट गए।
- इस क्षेत्र के चारों तरफ घना रिहायशी इलाका है, आग बढती तो आसपास के घर इसकी चपेट में आ जातेेेेेे।
- आग की लपटों को जहां बढने से रोका गया उससे लगते ही कोल्ड स्टोरेज है, आग यहां पहुंचती तो कई कम्प्रेशर फट सकते थे।
फायर अमले को सेल्यूट
रात भर आग बुझाने में जूझता रहा दमकल अमला जब सुबह आग बुझाकर जाने लगा तो स्थानीय लोगों ने उन्हें सेल्यूट किया। लोगों का कहना है िक आसपास फर्नीचर, प्रिंटिंग, टाइल्स, सर्जिकल गोदामों भी है।
मौके पर गहमा-गहमी
आग लगने की जानकारी लगते ही 12.15 बजे सीएसपी और टीआई मौके पर पहुँचेे। किसी बात पर स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए और गहमा-गहमी का माहौल बन गया। सीएसपी ने सभी को शांत कराया। बिजली विभाग के ईई हिमांशु अग्रवाल भी पहुँचे। रविवार सुबह निगम अधिकारी, कांग्रेस नेता जगत बहादुर अन्नू, विधायक तरुण भनोत सहित अन्य भी पहुँचे।

 

Created On :   5 Sept 2021 11:56 PM IST

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