रूस में फँसे 9 स्टूडेंट्स, भारत आकर उठाना पड़ेगा क्वारेंटाइन का खर्च

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रूस में फँसे 9 स्टूडेंट्स, भारत आकर उठाना पड़ेगा क्वारेंटाइन का खर्च

डिजिटल डेस्क  जबलपुर । रूस में फँसे जबलपुर के 9 छात्र-छात्राओं की भारत आने की खुशी उस समय परेशानी में बदल गई, जब उन्होंने भारतीय दूतावास की ओर जारी फॉर्म में उस शर्त को देखा, जिसमें कहा गया है कि भारत आकर उन्हें क्वारेंटाइन का खर्च स्वयं उठाना पड़ेगा। इस शर्त को लेकर अभिभावक भी परेशान हो रहे हैं। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार लालमाटी निवासी श्रेया सिंह, हनुमानताल निवासी अनुव्रता दुबे, बिलहरी निवासी संस्कृति गोहिया, त्रिमूर्ति नगर निवासी वैष्णवी मिश्रा, धनवंतरी नगर निवासी दृष्टि ब्रजपुरिया, संजीवनी नगर निवासी प्रियांशु महेरे के अलावा करिश्मा सिंघई,  वर्धमान जैन और राधिका सोनी रूस की पर्म यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस कर रहे हैं।  भारतीय दूतावास ने रविवार को एक फॉर्म जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि छात्र-छात्राओं को अपने खर्च पर रूस में कोरोना टेस्ट कराना होगा। इसके साथ ही छात्र-छात्राओं को भारत आने का किराया स्वयं वहन करना है।  छात्र-छात्राएँ पहले ही अपनी टिकट बुक करा चुके हैं। अभिभावकों का कहना है कि ज्यादातर छात्र-छात्राएँ मध्यमवर्गीय परिवारों से हैं। कोरोना जैसी महामारी में क्वारेंटाइन का खर्च छात्र-छात्राओं से लेना उचित नहीं है। छात्र-छात्राओं को भारत में रहने के बाद भी रूस स्थित अपने हॉस्टल और फ्लैट का खर्च देना होगा। अिभभावकों ने भारत सरकार से छात्र-छात्राओं का खर्च उठाने की अपील की है।
 

Created On :   5 May 2020 2:49 PM IST

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