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इस किसान ने 3 हेक्टेयर खेती से कमाए 5 लाख रूपए, मिला कृषक फेलो सम्मान
डिजिटल डेस्क बालाघाट। बालाघाट के सपूत श्री चैनसिंह बैस ग्राम रामपायली के कृषक को उत्कृष्ट कृषि हेतु प्रदेश के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय द्वारा जे.ने.कृ.वि.वि. कृषक फेलो सम्मान 2017 से नवाजा गया है। प्रदेश के कृषि मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन, विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विजय सिंह तोमर एवं संचालक विस्तार सेवायें डॉ. पी.के. बिसेन द्वारा श्री बैस को दस हजार रू. का चेक प्रशस्ति पत्र, शील्ड, शाल एवं श्रीफल देकर सम्मानित किया गया।
यह सम्मान विश्वविद्यालय द्वारा प्रतिवर्ष स्थापना दिवस के अवसर पर प्रदेश के तीन उत्कृष्ट कृषकों को दिया जाता है। प्रदेश भर से इस हेतु प्रविष्ठियां मंगाई जाती है एवं उच्चस्तरीय समिति प्रविष्ठियों में से उत्कृष्ट कृषकों का चयन करती है। प्रदेश के तीन कृषकों में बालाघाट के कृषक का चयन होना जिले के लिये अत्यंत गौरव का विषय है।
रामपायली ग्राम के श्री बैस कृषि में विविधता द्वारा अपनी खेती को लाभ का व्यवसाय बना रहे है। आप अपनी 3 हेक्टेयर भूमि में धान की फसल के साथ-साथ सब्जियों की खेती करते है। मछली पालन के साथ-साथ सिंघाड़ा उत्पादन भी करते है। सिघांड़ा उत्पादन में आप बिना कांटे वाली किस्म लाल गुलरा का उपयोग करते है, जिसे तालाब के बजाय धान की गहरी बंधियों में उगाया जा सकता है। तालाब के मेड़ पर अरहर उत्पादन धारवाड़ विधि द्वारा करते है। साथ ही गेंदे के पौधे लगाते है, जिससे कीड़ो नियत्रंण होता है, एवं अतिरिक्त आय होती है। आपने गौबर गैस ईकाई का निर्माण कराया है, जिसकी स्लरी का उपयोग आप केंचुआ खाद निर्माण में करते है।
चैनसिंह बैस यथासंभव रासायनिक खाद एवं दवाईयों का उपयोग कम करते है, जिससे लागत में कमी आती है, एवं उत्पाद गुणवत्ता पूर्ण होते है। कृषक श्री बैस अपनी कृषि से 4-5 लाख की आय प्रतिवर्ष प्राप्त कर लेते है। सिर्फ धान पर आश्रित खेती नही होने के कारण आपको किसी प्रकार की प्राकृतिक या जैविक आपदा सीधे प्रभावित नही करती है। एक फसल खराब होने पर अन्य फसलों से आय प्राप्त हो जाती है।
इनकी खेती जिले में अन्य कृषको के लिये अनुकरणीय हैं। राणा हनुमान सिंह कृषि विज्ञान केन्द्र जिले के अन्य कृषकों से अपील करता है, कृषि आय को दुगना करने के माननीय प्रधानमंत्री प्रदेश मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री के संकल्प को पूरा करने के लिए आप बहुआयामी एवं बहुफसली खेती अपनाये ताकि चैनसिंह बैस की तरह आपकी आय की प्रतिकूल परिस्थितयों में भी प्रभावित न हो एवं प्रधानमंत्री जी का कृषि आय को दुगना करने का संकल्प साकार हो सके।
Created On :   10 Oct 2017 5:02 PM IST