रेत निकालने के लिए नदी के भीतर बना लिया था रैंप

A ramp was built inside the river to extract sand
रेत निकालने के लिए नदी के भीतर बना लिया था रैंप
रेत निकालने के लिए नदी के भीतर बना लिया था रैंप

डिजिटल डेस्क शहडोल । रोहनिया रेत खदान में नियमों को ताक पर रखकर रेत कारोबारियों ने नदी को भाठते हुए नदी के भीतर अस्थायी रैंप बना लिया था। इसके सहारे वाहन नदी के बीच तक पहुंच जाते थे और रेत का खनन किया जाता है। बुधवार को खनिज और राजस्व विभाग की टीम ने इस अस्थायी रैंप को हटा दिया है। एक दिन पहले मंगलवार को यहां कार्रवाई करने पहुंचे कलेक्टर ने रैंप हटाने के निर्देश अधिकारियों को दिए थे। 
 रैंप को जेसीबी और टै्रक्टर की मदद से हटाया गया। रैंप हटवाने में टीम को चार से पांच घंटे का समय लग गया। बताया जाता है कि बोल्डर का बेस बनाकर रैंप का निर्माण किया गया था। एनजीटी की गाइडलाइन के अनुसार नदी का स्वरूप बिगाड़े बिना मैनुअल तरीके से रेत निकाली जानी चाहिए, लेकिन यहां नदी का स्वरूप बिगाडऩे और नदी का रुख मोडऩे में भी रेत कारोबारी कोई परहेज नहीं कर रहे हैं। रोहनिया खदान लीज पर है। यहां एसआर कंपनी को खनन की लीज मिली हुई है। कार्रवाई के दौरान एसडीएम सोहागपुर मिलिंद नागदेवे, नायब तहसीलदार बुढ़ार भरत सोनी, खनिज इंस्पेक्टर सुरेश कुलस्ते व अन्य अधिकारी मौजूद थे। 
कलेक्टर की अगुवाई में 11 वाहनों पर हुई थी कार्रवाई
मंगलवार को रोहनिया और सोन टोला में रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन पर 11 वाहनों पर कार्रवाई हुई थी। एक वाहन रोहनिया में पकड़ा गया था, जबकि एसडीएम जयसिंहनगर सतीश राय व उनकी टीम ने सोन टोला में 11 वाहनों पर कार्रवाई की थी। इनमें से छह वाहन रोहनिया खदान में ही नदी के दूसरी तरफ से रेत भर रहे थे। जबकि चार वाहन सोन टोला रेत खदान पर पकड़े गए थे। सभी के प्रकरण तैयार कर खनिज विभाग को सौंपे जा रहे हैं।
 

Created On :   19 Dec 2019 3:28 PM IST

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