तालाब के गहरीकरण से निकली मिट्टी का सडक़ के किनारे लगाया ढेर

A roadside pile of soil from the deepening of the pond
तालाब के गहरीकरण से निकली मिट्टी का सडक़ के किनारे लगाया ढेर
पन्ना तालाब के गहरीकरण से निकली मिट्टी का सडक़ के किनारे लगाया ढेर

डिजिटल डेस्क, पन्ना। पन्ना शहर के रानीगंज मोहल्ला स्थिति सिंह सागर तालाब के गहरीकरण का कार्य नगर पालिका द्वारा करावाया जा रहा है। लगभग ३५ लाख रूपये की लागत से तालाब के गहरीकरण के कार्य में मनमानी के आरोप लग रहे है ठेकेदार द्वारा तालाब के गहरीकरण के कार्य से जो मिट्टी निकाली गई है उसमे से काफी मात्रा में मिट्टी को तालाब से लगभग १५० मीटर दूर नगर पालिका द्वारा निर्मित सीमेन्ट क्राकीट सडक़ के दूसरी ओर किनारे ऊँचाई वाले क्षेत्र में डाल दिया गया है जिससे की सीमेन्ट क्राकीट सडक़ के किनारे मिट्टी का ढेर बन गया है और बारिश होने तक ढेर की मिट्टी बहकर सडक़ पर आ जाती है तालाब के दलदल से निकली मिट्टी चिकनी और फिसलन भरी है और बारिश होने की स्थिति में ढेर से बहकर मिट्टी भारी मात्रा में क्रांकीट  सडक़ के ऊपर जमा हो जाती है। जिससे मार्ग में आवागमन बाधित होने तथा लोगों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा साफ-तौर पर नजर आ रहा है। अभी हाल में ही चार दिन पूर्व प्री मानसून की महज कुछ समय तक जब बारिश हुई तो मिट्टी बहते हुये सडक़ पर आकर पट गई थी जिससे उस क्षेत्र में रह रहे लोगों सडक़ से आवागमन में बड़े परेशानी का सामना करना पड़ रहा है बताते है कि लोगों द्वारा क्रांकीट सडक़ में आई मिट्टी की सफाई करके रास्ता सही किया गया। इसके बावजूद ठेकेदार द्वारा सडक़ के दूसरी ओर जो काफी मात्रा में मिट्टी डाल दी गई है उसको वहां हटाने का कार्य नही किया गया है और जब आने वाले दिनों में बारिश नियमित रूप से प्रारंभ होगी तब हर दिन सडक़ में जमा होने वाली मिट्टी रहवासियों तथा आवागमन करने वाले लोगों के लिये परेशानी का सबब बनी रहेगी। कंक्रीट सडक़ के ऊपर मिट्टी जमा होने से मार्ग बाधित होने तथा वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा बना हुुआ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ढुलाई की दूरी का खर्चा बचाने के लिये तालाब से निकली मिट्टी कुछ ही दूर पक्की सडक़ के किनारे डाल दी गई है। ठेकेदार द्वारा की गई मनमानी को नगर पालिका के जिम्मेदार लोगों द्वारा नजरअंदाज किया जाना उनकी उदासीनता का परिचायक है। उल्लेखनीय है कि जो सीमेन्ट कंक्रीट सडक़ बनी है वह मुक्तिधाम तथा कब्रिस्तान पहँुचने का मार्ग है इसके साथ-साथ यही मार्ग आदिवासी चांदमारी बस्ती से जुड़ा हुआ है। जिसके चलते पूरे समय यह इस मार्ग से लोगों की वाहनों की आवाजाही बनी रहती है इसके बावजूद लोगों की सुरक्षा नजरअंदाज कर सड़क़ के किनारे मिट्टी डालकर ढेर बना दिया जाना जिम्मेदारों की न केवल लापरवावही बल्कि जानबूझकर किया गया कार्य है। 
तालाब से निकली मिट्टी बहकर तालाब में पहुंचेगी
नगर पालिका द्वारा तालाब के गहरीकरण का कार्य इस उद्देश्य से कराया जा रहा है कि तालाब जो कि काफी मात्रा में पुर चुका है गहरीकरण से मिट्टी निकलने के बाद तालाब में अधिक पानी संग्रहित होगा किन्तु जिस तरह से तालाब से लगी हुई सीमेन्ट क्रांकीट सडक़ के दूसरी ओर ऊँचाई क्षेत्र में गहरीकरण से निकली मिट्टी डाल दी गई है। बारिश में वह धीरे-धीरे बहते हुये सीमेन्ट क्रांकीट की सडक़ को दलदल में बदलेगी साथ ही साथ पूरी मिट्टी बहकर वापस तालाब में फिर से समा जायेगी। जिससे गहरीकरण के औच्यित पर ही बड़ा सवाल खड़ा हो रहा है। 


 

Created On :   30 May 2022 4:07 PM IST

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