22 मैकेनिकों की टीम को इलेक्ट्रिक मेंटेनेंस में उतारा 11000 वोल्ट से झुलसा आयुध कर्मी, वीएफजे में हंगामा

A team of 22 mechanics landed in maintenance 11000 volts scorched ordnance personnel
22 मैकेनिकों की टीम को इलेक्ट्रिक मेंटेनेंस में उतारा 11000 वोल्ट से झुलसा आयुध कर्मी, वीएफजे में हंगामा
22 मैकेनिकों की टीम को इलेक्ट्रिक मेंटेनेंस में उतारा 11000 वोल्ट से झुलसा आयुध कर्मी, वीएफजे में हंगामा

डिजिटल डेस्क जबलपुर । सुबह के वक्त वाहन निर्माणी और आयुध निर्माणी खमरिया में अलग-अलग हादसे हुए। वीएफजे में एक कर्मचारी को 11 हजार वोल्ट का झटका लगा, गनीमत रही कि कर्मचारी की जान बच गई। वहीं ओएफके में 125 एमएम बम उत्पादन वाले सेक्शन में आयुध कर्मी की ऊँगली चिपट गई। गौर करने वाला अजब  संयोग यह है कि दोनों हादसे ठीक 10:30 बजे हुए।           सतर्कता और सुरक्षा में लापरवाही से जुड़े मामले में वीएफजे हमेशा से सुर्खियों में रही है। शुक्रवार को सुबह प्रशासन ने 22 फिटर्स को इलेक्ट्रिक मेंटेनेंस के लिए उतार दिया। इलेक्ट्रीशियन के साथ इनकी ड्यूटी लगाई गई और काम शुरू हो गया। एलए सेक्शन में ट्रांसफार्मरों की साफ-सफाई चल ही रही थी कि फिटर तितरु सिंह मार्को ट्रांसफार्मर से लगी केबिल के संपर्क में आ गया। भीषण चिंगारी निकली और आयुध कर्मी का हाथ बुरी तरह से झुलस गया। सेक्शन में अफरा-तफरी मच गई। तत्काल एम्बुलेंस को बुलाया गया। घायल को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।  
हमारी जान से खिलवाड़ क्यों  7 हादसे के तुरंत बाद श्रमिक नेता मौके पर पहुँच गए और इस बात का खुलासा भी हो गया कि प्रोडक्शन के स्टाफ को इलेक्ट्रिक मेंटेनेंस में लगाया गया है। संयुक्त संघर्ष समिति के नीतेश सिंह, नितिन चाकर, प्यारेलाल दिवाकर, राजकुमार गोंटिया, कमल चौहान, मनोज तिवारी सहित अन्य श्रमिक नेता एजीएम ओपी तिवारी के दफ्तर पहुँचकर प्रदर्शन करने लगे। उनकी गैरमौजूदगी में डीजीएम चौधरी के  कार्यालय के आगे प्रदर्शन किया गया। नेताओं का कहना रहा कि हमारी जान के साथ खिलवाड़ क्यों किया गया। इसके तत्काल बाद श्री चौधरी ने आश्वासन दिया कि किसी कर्मचारी से दूसरे ट्रेड का काम नहीं कराया जाएगा।  
पैलेट ब्लास्ट में ऊँगली दबी, सेक्शन में अफरा-तफरी 7 ओएफके के एफ-3 में सुबह करीब 10:30 बजे पैलेट ब्लास्ट होने से आयुध कर्मी भवानी सिंह की ऊँगली चिपट गई। हादसा उस वक्त हुआ जब पैलेट (बारूद की टिकिया) को मोल्ट मशीन से बाहर निकाला जा रहा था। बहरहाल घायल कर्मी को तत्काल उपचार के लिए भेजा गया। बिल्डिंग नंबर 1084 के इस हादसे में काफी देर तक गहमा-गहमी बनी रही।  यह वही बिल्डिंग है जिसमें 125 एमएम बमों का उत्पादन किया जाता है।
दो सांडों की लड़ाई में हाथ-पैर टूटे7 वीएफजे के मेन गेट के समीप सुबह 9 बजे करीब कर्मचारी रामकुमार मार्कों दो सांडों की लड़ाई में पिस गए। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कर्मचारी के दायाँ हाथ और बायाँ पैर बुरी तरह जख्मी हो गये। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। चिकित्सकीय रिपोर्ट में फैक्चर आया है।

Created On :   4 July 2020 9:27 AM GMT

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