सरपंच, सचिव, उपयंत्री पर होगी कार्रवाई , मस्टर रोल में नाबालिगों के नाम 

Action will be taken on sarpanch, secretary, sub-minister, names of minors in muster roll
सरपंच, सचिव, उपयंत्री पर होगी कार्रवाई , मस्टर रोल में नाबालिगों के नाम 
सरपंच, सचिव, उपयंत्री पर होगी कार्रवाई , मस्टर रोल में नाबालिगों के नाम 

डिजिटल डेस्क शहडोल । ग्राम पंचायत बिसनपुरवा जनपद पंचायत गोहपारू के सरपंच, सचिव, उपयंत्री एवं ग्राम रोजगार सहायक पर कार्रवाई होगी। ग्राम पंचायत में पीएम आवास, शौचालय निर्माण, लघु तालाब निर्माण और पौधरोपण के कार्यों में भारी अनियमितता पाई गई है।कमिश्नर आरबी प्रजापति ने कार्रवाई के लिए जिला पंचायत सीईओ को निर्देश दिए हैं। सोमवार को जारी किए पत्र में नियमानुसार राशि की वसूली एवं अनुशासनात्मक कार्रवाई करने को कहा गया है। ग्राम पंचायत बिसनपुरवा के ग्रामीणों ने 1 अक्टूबर को कमिश्नर के समक्ष उपस्थित होकर ग्राम पंचायत के कार्यों में हुई अनियमितता के संंबंध में शिकायत की थी। इसके बाद कमिश्नर ने मामले की जांच डिप्टी कमिश्नर से कराई थी। डिप्टी कमिश्नर से जांच के दौरान पीएम आवास, शौचालय निर्माण, लघु तालाब निर्माण में अनियमितता के साथ मस्टर रोल में नाबालिक बच्चों के नाम दर्ज किया जाना पाया है। इसके लिए सरपंच मित्ता माझी, सचिव हीरालाल प्रजापति, उपयंत्री सीताशरण शुक्ला, ग्राम रोजगार सहायक जीतेेंद्र उपाध्याय और मेट रामकमल केवट को दोषी पाया गया है। डिप्टी कमिश्नर से जांच रिपोर्ट कमिश्नर को सौंप दी थी। कमिश्नर ने सोमवार को जांच रिपोर्ट सीईओ जिला पंचायत पार्थ जायसवाल को भेजते हुए दोषी पाए गए सभी संबंधितों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही की गई कार्रवाई से अवगत कराने के निर्देश भी दिए गए हैं। 
जांच में पाई गई इस तरह की अनियमितता
लघु तालाब में धान की फसल मिली : सरपंच मित्ता माझी की पत्नी कौशिल्या केवट के खेत में 2016-17 में 2.56 लाख की लागत से लघु तालाब का निर्माण किया गया। वर्तमान में यहां धान की फसल लगाई गई है। योजना के तहत शासकीय राशि का दुरुपयोग हुआ है।
16 पीएम आवास अपूर्ण पाए गए : जांच के दौरान गांव में 19 हितग्राहियों के पीएम आवास का भौतिक सत्यापन किया गया। इनमें से तीन आवास पूर्ण पाए गए जबकि 16 हितग्राहियों के आवास पूर्ण नहीं हैं। अधरे आवास होने पर भी पंचायत द्वारा पूर्ण राशि का भुगतान किया जा चुका है।
एक भी शौचालय पूर्ण नहीं मिला : जांच अधिकारी द्वारा गांव में 21 शौचालयों का मौके पर भौतिक सत्यापन किया गया, लेकिन एक भी शौचालय पूर्ण और उपयोगी नहीं मिला है। जबकि राशि का भुगतान किया जा चुका है। 
मस्टररोल में नाबालिगों के नाम : जांच के दौरान सचिव ने बताया कि मेट द्वारा लघु तालाब निर्माण एवं सीसी रोड निर्माण में सरपंच के नाबालिक नाती और नातिन के नाम से हाजिरी भरी गई थी। सचिव ने बताया सरपंच से राशि वापस ले ली गई है। 
 

Created On :   12 Nov 2019 1:45 PM IST

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