दुष्कर्म पीड़िता से मिलने नहीं दे रहा है प्रशासन 

Administration is not allowing to meet rape victim
दुष्कर्म पीड़िता से मिलने नहीं दे रहा है प्रशासन 
नागपुर दुष्कर्म पीड़िता से मिलने नहीं दे रहा है प्रशासन 

डिजिटल डेस्क , नागपुर।   भंडारा जिले में दुष्कर्म प्रकरण की पीड़िता से मिलने के मामले में प्रशासन भेदभाव कर रहा है। शिवसेना उपनेता सुषमा अंधारे ने आरोप लगाए हैं। अंधारे के अनुसार पार्टी की ओर से 2 लाख रुपए की मदद देने के लिए वे पीड़िता से मिलने का प्रयास कर रही थीं। उन्हें प्रशासन ने रोक दिया, जबकि भाजपावालों को नहीं रोका जा रहा है। भाजपा के लोग आईसीयू तक जा रहे हैं। रविवार को पत्रकार वार्ता में अंधारे ने यह आरोप लगाए।

कांस्टेबल ने रोक दिया : उन्होंने बताया कि, शिवसेना का शिष्टमंडल लेकर हम मेडिकल में पीड़िता से मिलने गए तो हमें वहां कार्यरत कांस्टेबल ने रोक दिया। परिवार के किसी सदस्य को बाहर भेजने को कहा, तो उससे भी इनकार कर दिया गया। कार्यरत कर्मचारियों का कहना था कि, हमें ऊपर से आदेश है। अंधारे ने बताया कि, हमने किसी तरह भेंट की। इस संदर्भ में जब वरिष्ठ पुलिस अधिकारी से पूछा, तो उन्होंने ऐसा कोई ऊपरी आदेश होने से इनकार कर दिया।

परिजनों को मदद लेने से रोका जा रहा :  अंधारे ने कहा कि, पीड़ित व उनके परिेवार के सदस्यों को अन्य किसी से मदद लेने से रोका जा रहा है। जब पीड़िता के परिवार के एक सदस्य से अस्पताल के बाहर बात हुई तब उसने बताया कि, शनिवार को एक महिला मिलने आई थी और उसने ताकीद दी कि, किसी से कोई मदद स्वीकार नहीं करनी है। 

दिल्ली के दौरे : शिवसेना विधायक मनीषा कायंदे ने कहा कि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की दयनीय अवस्था है। पहले सीएम दिल्ली जाते थे तो राज्य के लिए क्या विशेष पैकेज या मदद लाने वाले हैं इस पर सभी की नजरें लगी रहती थीं, लेकिन अब छोटी-छोटी बातों के लिए सीएम को दिल्ली जाना पड़ रहा है। पत्रकार वार्ता में शिवसेना के महानगर प्रमुख किशोर कुमेरिया, नागपुर युवा सेना जिला प्रमुख विक्रम राठोड़, नितीन सोलंकी, वंदना लोणकर उपस्थित थे।
 

Created On :   8 Aug 2022 7:17 AM GMT

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