इन्फ्ल्यूूएंजा एच 3- एन 2 वायरस को लेकर प्रशासन ने जारी किया अलर्ट 

Administration issued alert regarding influenza H3, N2 virus
इन्फ्ल्यूूएंजा एच 3- एन 2 वायरस को लेकर प्रशासन ने जारी किया अलर्ट 
गोंदिया इन्फ्ल्यूूएंजा एच 3- एन 2 वायरस को लेकर प्रशासन ने जारी किया अलर्ट 

डिजिटल डेस्क, गोंदिया. देश के अनेक राज्यों के साथ ही राज्य के कुछ जिलाे में फ्लू सदृश्य लक्षणों वाले इन्फ्ल्यूूएंजा एएच 3 एन 2 के मरीजों में बढ़ोतरी हो रही है। इस वायरस के कारण कर्नाटक एवं हरियाणा में 2 व्यक्तियों की मृत्यु हुई है। बीमारी की गंभीरता बढ़ने के कारण राज्य में अलर्ट घोषित किया गया है। जिसके चलते जिले मंे नागरिकों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। जिसे देखते हुए नागरिकों से भीड़ भरे स्थानांे पर जाना टालने एवं मास्क का उपयोग करने का आव्हान जिलाधिकारी चिन्मय गोतमारे ने किया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार सामान्य वायरल इन्फेक्शन तीन-चार दिनों में ठीक हो जाता है लेकिन वर्तमान में वायरल इन्फेक्शन के कारण बड़ी संख्या मंे मरीज अस्पतालों मंंे भर्ती हो रहे है। बीमारी एवं इन्फेक्शन के बाद कमजोरी समाप्त होने में अधिक समय लगने की बात सामने आ रही है। यह इन्फेक्शन एच 3, एन 2 वायरस के कारण हाेने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता। इन्फ्ल्यूूएंजा एएच 3 एन 2 का संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है और संक्रामक होने के कारण यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति तक फैल सकता है। इस बीमारी से 1 से 5 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चे, 65 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के नागरिक, गर्भवती माता, डायबिटीज एवं ब्लड प्रेशर के मरीज इससे अधिक प्रभावित हो सकते है। इसके लक्षणों में बुखार आना, गले मंे दर्द, खांसी, सर्दी, बदन दर्द, सिर दर्द जैसे लक्षण ही दिखाई पड़ते है। प्रतिकारक शक्ति कम होने वाले व्यक्तियांे में कई बार बुखार जैसे लक्षण दिखाई नहीं पडते। बच्चांे मंे निमाेनिया जैसी बीमािरयां दिखाई पड़ सकती है। इन्फ्ल्यूूएंजा एएच 3 एन 2 से पीडित व्यक्ति साथ मंे रहने वालांे को भी संक्रमित कर सकता है। संदिग्ध फ्लु की जांच कोविड की तरह ही स्वेब जांच से की जाती है। 

यह है घरेलू उपाय

अधिकतर मरीजों में फ्लू के लक्षण सौम्य स्वरूप के रहते है और उन्हे अस्पताल में भर्ती कराने की आवश्यकता नहीं पडती ऐसे में घर मंे ली जाने वाली सावधानी के विषय मंे भी स्वास्थ्य विभाग ने कुछ उपाय सुझाए है। बड़ा घर होने पर मरीज को अलग कमरे मंे रखे। उसी प्रकार बैठक कक्ष मंे मरीज का जाना टालने, नियमित मास्क का उपयोग करने, मरीज की सेवा यदि संभव हो तो एक ही व्यक्ति द्वारा करने, मरीज के उपयोग में आए कपड़े अथवा रूमाल गर्म पानी मंे आधा घंटे तक भीगाकर रखने के बाद धोने, दिन मंे मरीज कम से कम दो बार गर्म पानी में नमक एवं हल्दी डालकर कुल्ले करें एवं गर्म पानी मंे नीलगिरी तेल डालकर उसकी भांप लंे। बुखार एवं फ्लु जैसे लक्षण खत्म होने के बाद भी कम से कम 24 घंटे बाहर न निकले।

बचाव के लिए यह करें

इन्फ्ल्यूूएंजा एएच 3 एन 2 से बचाव के जो उपाय स्वास्थ्य विभाग ने बताए है उनमें छींक एवं खासते समय मुंह ढंकने, बार-बार साबुन एवं स्वच्छ पानी से हाथ धोने, पौष्टिक आहार लेने, नींबू, आवला, मोसंबी, हरी सब्जियां का अधिक सेवन करने, ध्रूमपान न करने, भरपुर पानी पीने, अलग रहने एवं पर्याप्त निंद लेना प्रमुख है।

ऐसे रोक सकते है संक्रमण 

संक्रमण रोकने के लिए हाथ मिलाना टालने, स्वयं की आंख, नाक एवं मुंह को स्पर्श करने से बचने, टीशु पेपर का पुन: उपयोग टालने, सार्वजनिक स्थानांे पर नहीं थूकने, डाक्टर की सलाह के बिना दवाएं न लेने एवं भीड़ के स्थानांे पर न जाए की सलाह दी गई है। 
 

Created On :   14 March 2023 6:19 PM IST

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