जहरीले कीड़े के काटने पर अस्पताल में इलाज की सलाह!

Advice for hospital treatment for poisonous insect bites!
जहरीले कीड़े के काटने पर अस्पताल में इलाज की सलाह!
जहरीले कीड़े जहरीले कीड़े के काटने पर अस्पताल में इलाज की सलाह!

डिजिटल डेस्क | रायसेन सर्पदंश की स्थिति में मरीज को तत्काल अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई है। बरसात के दिनों में सांप काटने के केस अत्याधिक सामने आते हैं। सांप के काटने से व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। सांप के काटने को अनदेखा न करें, किसी नजदीकी अस्पताल तुरन्त लेकर जायें, झाड़-फूंक में न रहें, सांप के दांत के नीचे विष की थैली होती है, काटने पर विष की थैली सीधे शरीर में खून के माध्यम से जहर फैल जाता है। सामान्तयः जहरीले सांपों के काटने पर दांतों के दो निशान अलग ही दिखाई देते हैं। गैर विषैले सांप के काटने पर दो से ज्यादा निशान हो सकते हैं, परन्तु ये निशान नहीं दिखता है, ये सोचना गलत होगा कि सांप ने नही काटा है, ज्यादातर सांप गैर विषैले भी होते हैं।

सांप के काटने पर करीब-करीब 95 प्रतिशत मामलों में पहला लक्षण नींद का आना है, इसके साथ ही निगलने या सांस लेने में तकलीफ होती है, आमतौर पर सांप काटने पर आधे घंटे बाद लक्षण दिखाई देने लगते हैं। सांप के काटने पर यह ना करें - रस्सी से न बांधें, ब्लेड से न काटें, पारम्परिक तारीकों का इस्तेमाल न करें, मुंह से खून न चूसें। ओछा, कुनिया के पास न जायें। सांप काटे व्यक्ति को नदी में प्रवाहित करें। अन्धविश्वास में न पड़े। यदि किसी व्यक्ति को सांप काट लेता है तो घटना के तथ्यों का पता लगाएं। गीले कपड़े से डंक की जगह की चमड़ी को साफ करें, जिससे वहां पर लगा विष निकल जाये। सांप काटे व्यक्ति को करवट सुलायें, क्योंकि कई बार उल्टी भी होने लगती है, इसलिये करवट सुलाने से उल्टी श्वसनतंत्र में ना जाये।

जहां पर सांप ने काटा है उस स्थान पर हल्के कपड़े से बांध देवें, ताकि हिलना डुलना बंद हो जाये। उपचार - सांप काटे व्यक्ति को तत्काल नजदीकि अस्पताल ले जाने की व्यवस्था बनायें। सांप के काटने के जहर को मारने के लिये अस्पताल में निःशुल्क एंटी स्नेक इंजेक्शन लगाया जाता है, अस्पताल में उपलब्ध है एवं डाक्टर द्वारा दी गई सलाह के अनुसार उचित उपचार करायें। लोगों को अंधेरे में जाने से बचना चाहिए। बिलों में हाथ नहीं डालना चाहिए तथा झाड़ियों में नहीं चाहिए। इसके साथ ही पानी भरे गड्ढे में नहीं जाना चाहिए और पैरों में चप्पल, जूते पहनकर चलना चाहिए।

Created On :   25 Aug 2021 10:26 AM GMT

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