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आदित्य ठाकरे ने कहा - फिक्र न करें, महाराष्ट्र आपके लिए सुरक्षित
डिजिटल डेस्क, मुंबई। प्रदेश के राजशिष्टाचार व पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने महाराष्ट्र के विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले अफगानिस्तान के विद्यार्थियों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। उन्होंने अफगानिस्तान के विद्यार्थियों को आश्वासन दिया है कि जब तक वे महाराष्ट्र में रहेंगे तब तक सुरक्षित रहेंगे। मंगलवार को राज्य अतिथिगृह सह्याद्री में अफगानिस्तान के विद्यार्थियों के प्रतिनिमंडल ने आदित्य से मुलाकात की।
आदित्य ने कहा कि मुझ से मुंबई और पुणे विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले अफगानिस्तान के विद्यार्थियों ने मुलाकात की है। मैंने उनसे कहा कि जब तक आप लोग महाराष्ट्र में हैं तब तक सुरक्षित हैं। राज्य में विद्यार्थियों की आवश्यक देखभाल की जाएगी। विद्यार्थियों को कोई असुविधा नहीं होने दी जाएगी। आदित्य से अफगानिस्तान के विद्यार्थियों ने वीजा खत्म होने की समस्या के बारे में बताया है। कुछ विद्यार्थियों के पास भारत में रहने के लिए दो से तीन साल का वीजा है। जबकि कुछ विद्यार्थियों की पढ़ाई पूरी होने आई है और उनका वीजा खत्म होने वाला है। इसलिए विद्यार्थी चिंतित हैं कि वे अफगानिस्तान में दौबारा कैसे लौटेंगे।
यदि अफगानिस्तान में गए तो उनका आगे क्या होगा। आदित्य ने कहा कि मैं विद्यार्थियों की विभिन्न मांगों और सुझावों को केंद्र सरकार तक पहुंचाने का प्रयास करूंगा। राज्य सरकार को ज्यादा अधिकार नहीं है लेकिन विद्यार्थियों की व्यथा को सुनना जरूरी था। इसलिए मैंने उनसे मुलाकात की है। आदित्य ने बताया कि महाराष्ट्र में अफगानिस्तान के लगभग साढ़े तीन से चार हजार लड़के और लड़कियां हैं।
हिंदुस्तान है बड़ा भाई
अफगानिस्तानी छात्रों के प्रतिनिधिमंडल के एक सदस्य ने कहा कि हम लोग हिंदुस्तान को बड़ा भाई मानते हैं। अफगानिस्तान में काफी लोग फंसे हुए हैं। अफगानिस्तान से निकलने के लिए वीजा प्रक्रिया बड़ी मुश्किल से पूरी हो पा रही है। हमने आदित्य ठाकरे से मदद का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण मौका है कि अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया है। अफगानिस्तान में हो रही राजनीति के पीछे पाकिस्तान है। उन्होंने कहा कि मुंबई और पुणे में लगभग 5 हजार अफगानिस्तान के विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं। यदि ये विद्यार्थी पढ़ाई पूरी करके अफगानिस्तान में जाते हैं तो वहां पर उनकी जान को खतरा होगा। इन छात्रों में से कईयों के अफगानिस्तान में अपने परिजनों से सम्पर्क नहीं हो पा रहा है।
Created On :   18 Aug 2021 12:31 PM IST