चिट्‌ठी बम के बाद महाराष्ट्र की सियासत में तबादला रैकेट का भांडाफोड़, विपक्ष ने फिर गृह मंत्री पर साधा निशाना

After Letter dispute new transferred racket exposed in politics of Maharashtra
चिट्‌ठी बम के बाद महाराष्ट्र की सियासत में तबादला रैकेट का भांडाफोड़, विपक्ष ने फिर गृह मंत्री पर साधा निशाना
चिट्‌ठी बम के बाद महाराष्ट्र की सियासत में तबादला रैकेट का भांडाफोड़, विपक्ष ने फिर गृह मंत्री पर साधा निशाना

डिजिटल डेस्क, मुंबई। पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह के 100 करोड़ रुपए की हफ्ता वसूली के आरोपों के बीच विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने गृह मंत्री अनिल देशमुख पर पुलिस अफसरों के बादले और नियुक्ति में भ्रष्टाचार का एक और गंभीर आरोप लगाया है। फडणवीस ने कहा कि राज्य खुफिया विभाग की तत्कालिन आयुक्त रश्मि शुक्ला ने गृह विभाग की अनुमति से फोन टैपिंग कर तबादला रैकेट का भंडाफोड़ किया था। इसकी रिपोर्ट मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सौंपी गई थी, लेकिन आश्चर्य है कि मुख्यमंत्री ने रिपोर्ट मिलने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की है। भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री ने सरकार बचाने के लिए रिपोर्ट की अनदेखी की है।

मंगलवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि मेरे पास तबादला रैकेट के फोन टैपिंग का 6.3 जीबी का डेटा है। मैं दिल्ली में केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला से मिलकर यह डेटा साझा कर मामले की सीबीआई से जांच कराने की मांग करूंगा। फडणवीस ने कहा कि रिपोर्ट में कई आईपीएस अफसरों और पुलिस अधिकारियों के नाम हैं। इसलिए मैं फोन टैपिंग की रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं करूंगा। उन्होंने कहा कि फोन टैपिंग में जिन पुलिस अफसरों के नाम सामने आए हैं उन्हें उसी पद पर नियुक्त किया गया है। 

फडणवीस ने बताया कि रश्मि शुक्ला को पता चला था कि इस रैकेट में गृहमंत्री के नाम का इस्तेमाल किया जा रहा है। इसमें गृहमंत्री के कार्यालय के लोगों का नाम सामने आ रहा है। तबादले के लिए सीधे पुलिस अफसरों से बातचीत चल रही है। इसके बाद शुक्ला ने राज्य के तत्कालीन पुलिस महानिदेशक सुबोध जायसवाल के जरिए राज्य के गृह विभाग के तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव सीताराम कुंटे से फोन टैपिंग के लिए अनुमति मांगी थी। कुंटे ने इसके लिए अनुमति दी। इसके बाद फोन टैपिंग शुरू की गई तो बड़ी विस्फोटक जानकारी सामने आई। फोन टैपिंग में कई बड़े अधिकारी और नेताओं के नाम और चर्चा सामने आई। इस पर शुक्ला ने 25 अगस्त 2020 को तत्कालिन डीजीपी जायसवाल को रिपोर्ट भेजी। जायसवाल ने यह रिपोर्ट 26 अगस्त 2020 को कुंटे के पास भेज दिया। रिपोर्ट में सीआईडी जांच की सिफारिश की गई थी। इसके बाद यह रिपोर्ट मुख्यमंत्री के पास भेजी गई लेकिन मुख्यमंत्री ने इस रिपोर्ट को गृहमंत्री के पास भेज दिया। गृह मंत्री ने रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करना तो दूर उन्होंने शुक्ला के खिलाफ ही कार्रवाई करते हुए उन्हें महत्वहीन पद पर भेज दिया। उन्हें यह बताने की कोशिश की गई उन्होंने फोन टैपिंग कर गलती की। फडणवीस ने कहा कि तबादले के लिए तत्कालीन पुलिस महानिदेशक जायसवाल पर दबाव डाला गया तो उन्होंने केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने का फैसला लिया। 

15 फरवरी को नागपुर से मुंबई आए थे अनिल देशमुख

विपक्ष के नेता फडणवीस ने कहा कि राज्य के गृहमंत्री देशमुख को बचाने के लिए राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से झूठ बुलवाया गया। पवार को देशमुख के बारे में सही जानकारी नहीं दी गई। फडणवीस ने कहा कि मंगलवार को पवार ने जो ट्वीट किया था इससे यह लगता है कि देशमुख कोरोना संक्रमित होने के कारण 15 से 27 फरवरी के बीच नागपुर के अपने घर में क्वारेंटाईन थे। लेकिन मेरे पास जानकारी है कि देशमुख 15 फरवरी को चार्टड प्लेन से नागपुर से मुंबई में आए गए थे। फडणवीस ने कहा कि देशमुख 15 फरवरी से मुंबई के घर में थे। लेकिन की डेली पुलिस रिपोर्ट के अनुसार देशमुख 17 फरवरी को 3 बजे सह्याद्री और 24 फरवरी को 11 बजे मंत्रालय जाने वाले थे। उस दिन देशमुख सह्याद्री और मंत्रालय में गए थे या नहीं, यह मुझे पता नहीं है। इसलिए मैं इस पर दावा नहीं करूंगा। फडणवीस ने कहा कि मेरा मानना है कि देशमुख 15 से 27 फरवरी के बीच क्वारेंटाईन में नहीं थे वे इस दौरान कई लोगों से मिले थे। फडवीस ने चार्टड प्लेन के यात्रियों की सूची भी दिखाई जिसमें देशमुख के साथ यात्रा करने वाले अन्य 7 लोगों के नाम दर्ज हैं। 

मैं केवल प्राणायाम के लिए घर से बाहर जाता था- देशमुख

फडणवीस के आरोपों पर देशमुख ने जवाब दिया है। देशमुख ने कहा कि मुझे 15 फरवरी को नागपुर के अस्पताल से छुट्टी मिली थी। इसके बाद मैं निजी विमान से मुंबई के घर पर आ गया था। मैं डॉक्टरों की सलाह के अनुसार मुंबई के पार्क में प्राणायाम के लिए जाता था। देशमुख ने कहा कि क्वारेंटाइन के दौरान मै वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए हुई बैठकों में शामिल हुआ था। देशमुख ने कहा कि 1 मार्च से बजट अधिवेशन शुरू होने वाला था। इसलिए इससे पहले अधिवेशन में पूछे जाने वाले सवालों के जवाब के ब्रीफिंग के लिए अधिकारी मेरे घर पर आ रहे थे। 

Created On :   23 March 2021 6:34 PM IST

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