शरद पवार के बाद मलिक के बचाव में आगे आई शिवसेना 

After Sharad Pawar, Shiv Sena came to the support of Malik
शरद पवार के बाद मलिक के बचाव में आगे आई शिवसेना 
मनी लांड्रिंग शरद पवार के बाद मलिक के बचाव में आगे आई शिवसेना 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के बाद अब शिवसेना भी मनी लांड्रिंग के आरोप में जेल में बंद राज्य सरकार के मंत्री नवाब मलिक के बचाव में उतर आई है। पार्टी के मुखपत्र में लिखे संपादकीय के जरिए शिवसेना ने दावा किया है कि मुंबई पुलिस ने डी गैंग को खत्म कर दिया है लेकिन भाजपा उसका नाम लेकर राजनीतिक विरोधियों को बदनाम कर रही है। पार्टी ने सवाल उठाए हैं कि देंवेंद्र फडणवीस जब मुख्यमंत्री थे तो गृह विभाग भी उनके ही पास था उस समय उन्होंने नवाब मलिक के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की। दावा है कि फडणवीस मलिक से अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी निकालने के लिए केंद्रीय एजेंसियों को फतवा जारी करते हैं लेकिन भविष्य में उनका यह खेल उल्टा भी पड़ सकता है। शिवसेना का यह भी कहना है कि जब शरद पवार रक्षा मंत्री थे तब भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे ने उन पर दाऊद से संबंध के आरोप लगाकर खलबली मचा दी थी। लेकिन गृह विभाग की कमान मिलने के बाद कभी इसकी जांच नहीं कराई। बाद में उन्होंने विधानसभा में कहा कि विरोधियों को बदनाम करने और उनका नामों निशान मिटाने इस तरह के आरोप लगाने पड़ते हैं। संपादकीय में कहा गया कि दाऊद अब भाजपा का प्रिय पात्र बन गया है। विरोधियों को फंसाने और बदनाम करने के लिए भाजपा उनका नाम दाऊद से जोड़ देती है। नवाब मलिक को भी फंसाने के लिए उनका नाम डी गैंग से जोड़ा जा रहा है। यह कोई नया मामला नहीं है ऐसे में जब ये चीजें हुईं क्या तब आरोप लगाने वाले सो रहे थे। केंद्रीय एजेंसियों का योजनाबद्ध तरीके से इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर दाऊद इतना खतरनाक है और उसका जाल इस तरह फैला हुआ है तो केंद्रीय एजेंसियां क्या कर रहीं हैं। शिवसेना ने सवाल उठाया कि जिस तरह अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में हमला कर खत्म किया था दाऊद को मारने के लिए केंद्र सरकार वैसी कार्रवाई क्यों नहीं करती। संपादकीय में सवाल किया गया है कि अबू सलेम जेल में है, छोटा शकील लापता है, हसीना पारकर का निधन हो चुका है दाऊद का भाई इकबाल जेल में है फिर डी गैंग कहां हैं। शिवसेना का दावा है कि डी गैंग केवल राजनीतिक विरोधियों को बदनाम करने के लिए बचा है। संपादकीय में दावा किया गया है कि नवाब मलिक ने कुछ ऐसे मामलों में हाथ डाला जिससे भाजपा की राह मुश्किल हो गई थी। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गई। अनिल देशमुख के मामले में भी कुछ ऐसा ही हुआ। गौरतलब है कि पिछले दिनों ईडी ने अदालत में मलिक के खिलाफ आरोप दाखिल किया था। जिसके बाद अदालत ने माना था कि पहली नजर में मलिक की जमीन हड़पने में दाऊद गिरोह के साथ संलिप्तता नजर आ रही है।  
 

Created On :   24 May 2022 12:54 PM IST

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