कृषि विभाग पर आरोप: हायब्रिड के नाम पर दिया घटिया बीज, नहीं हुई धान की पैदावार

agriculture Department gave poor quality of seed in name of hybrid
कृषि विभाग पर आरोप: हायब्रिड के नाम पर दिया घटिया बीज, नहीं हुई धान की पैदावार
कृषि विभाग पर आरोप: हायब्रिड के नाम पर दिया घटिया बीज, नहीं हुई धान की पैदावार

डिजिटल डेस्क उगली सिवनी । केवलारी ब्लॉक के एक दर्जन से अधिक किसानों ने धान का घटिया बीज देने के आरोप कृषि विभाग पर लगाए हैं। उनका कहना है कि जो बीज दिया गया उसे फसल तो बढ़ी नहीं और उसमें रोग लग गया। जबकि यह कहकर बीज दिया गया था कि यह हायब्रिड है। इस मामले को लेकर किसानों ने कलेक्टर को शिकायत सौंप दी है।पूर्व में भी दर्जनों गांवों के किसान यह शिकायत प्रशासन को कर चुके हैं ।घटिया बीज के कारण धान की पैदावार घटकर 10 से 15 किवंटल प्रति एकड़ रह गई है ।
किसाल बोले हम ठग गए
खरडी के किसान दुर्गेश कुमार, कारोली के बोधनसिंह, अमृतलाल और राजेश कुमार ने आरोप लगया कि उन्हें धान बीज 3333 दिया गया था। यह बताया गया कि इससे उत्पादन बढेगा और बीमारी भी नहीं होगी। एक एकड़ में 25 से 30 किवंटल प्रति धान का उत्पादन का दावा किया गया था। बाद में स्थिति यह हो गई कि फसल नहीं बढ़ पाई और उसमें बीमारी लग गई। किसानों के अनुसार बीज का अंकुरण सही था रोपाई के बाद पौधा भी सही रहा किंतु बलिया निकलते ही कर्षको में हाहाकार मच गया।
सौंप चुके हैं ज्ञापन
किसानों ने बताया कि केवलारी के अतंगर्त उगली, सरेखा, पांडियाछपारा में किसान बीज की ठगी का शिकार हुआ है। इस मामले में कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन को ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की गई थी लकिन इस पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।  किसानो ने आरोप लगाया है की अधिकारियो ने मौके पर न जा कर बिना देखे ही उल्टा किसानो को ही गलत तकनीक से खेती करने और बीज का लैब टेस्ट करने की बात कही। जबकि बीज उक्त बीज को जांच अधिकारियो या विभाग ने बिना टेस्ट लिए ही मार्केट में उतारा है।
 कृषकों को मिट्टी परीक्षण की सलाह- किसान कल्याण तथा कृषि विकास उपसंचालक ने कृषकों को मिट्टी परीक्षण हेतु विशेष सलाह देते हुए बताया गया कि वर्तमान समय में खरीफ फसल कटाई उपरांत खेत खाली हो चुके है, रबी फसल बुआई का कार्य प्रारंभ हो चुका है। अत: आप अपने खेत की मिट्टी की जांच हेतु नमूना तैयार करने हेतु क्षेत्रीय ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, आत्मा किसान मित्र व किसान दीदी से संपर्क कर विधिवत मिट्टी नमूना एकत्रित कर मिट्टी परीक्षण प्रयोगशाला में भेजें जिससे मृदा स्वास्थ्य की जांच हो सकें।

 

Created On :   28 Oct 2017 1:43 PM IST

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