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किसानों की काउंसलिंग करेंगे कृषि मित्र, पहले लेंगे प्रशिक्षण - बोंडे
डिजिटल डेस्क, नागपुर। किसानों की निराशा दूर करने के लिए सरकार काउंसलिंग कार्यक्रम चलाने जा रही है। राज्य में किसानों को मार्गदर्शन व काउंसलिंग के लिए 5 हजार कृषि मित्र व कृषि ताई नियुक्त किए जा रहे हैं। ये काउंसलर किसानों को फसल बुआई से लेकर काटने तक मार्गदर्शन करेंगे। राज्य के कृषिमंत्री डॉ. अनिल बोंडे ने रविभवन में पत्रकार वार्ता में जानकारी दी।
डॉ. बोंडे ने बताया कि कृषि मित्र व कृषि ताई को निवासी प्रशिक्षण दियाा जाएगा। प्रशिक्षण के लिए करीब 300 कुशल प्रशिक्षकों को अमरावती में प्रशिक्षण दिया गया है। गांवों में जाकर दोनों को 3 दिन का प्रशिक्षण दिया जाएगा। कृषि मित्र व कृषि ताई को 1200 रुपए मासिक मानधन दिया जाएगा। ये मास्टर्स ट्रेनर्स बहुविध फसल प्रणाली, गोपालन, कुक्कुटपाल, मौसम परिवर्तन के अनुरूप फसल के चयन की जानकारी देंगे। इसके अलावा मास्टर्स ट्रेनर्स को आर्ट आफ लिविंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। विश्व बैंक की सहायता से नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी प्रकल्प के अमल में सुधार किया गया है।
नानाजी देशमुख कृषि संजीवनी योजना नए स्वरूप में चलाई जाएगी। विदर्भ व मराठवाड़ा के आपदाग्रस्त व मौसम बदलने में अतिसंवेदनशील 4210 गांवों व विदर्भ के पूर्णा नदी के खारे पानी के पट्टे के 932 गांवों सहित 5142 गांवों में यह प्रकल्प होगा। विश्व बैंक की आर्थिक सहायता से 4 हजार करोड़ रुपए के खर्च का यह प्रकल्प राज्य में 15 जिलों में चलाया जाएगा। 2 से 5 हेक्टेयर जमीन धारक किसानों को प्रकल्प अंतर्गत विविध विषयों का लाभ दिया जाएगा। व्यक्तिगत लाभ के लिए आर्थिक सहायता 50 प्रतिशत से 75 प्रतिशत तक बढ़ाई गई है।
सर्वांगीण विकास के लिए विद्यार्थियों का मार्गदर्शन जरूरी
आज स्पर्धा के युग में विद्यार्थियों को बने रहना आश्यक है । महाविद्यालयीन पाठ्यक्रम के अलावा विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और एमपीएससी-यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए मार्गदर्शन आवश्यक है। इस बारे में महाविद्यालय द्वारा पाठ्यक्रम उक्त प्रावधान करना जरूरी है। यह उद्गार डा. मधुकरराव वासनिक पीडब्ल्यूएस आर्ट्स एंड कॉमर्स कॉलेज के सिद्धार्थ सभागृह में स्मृतिशेष अर्जुनदास गोडबोले स्मृतिशेष पुरस्कार समारोह के वितरण अवसर पर प्रा. चंद्रकला गोडबोले ने व्यक्त किए।
इस अवसर पर इतिहास विषय में गुणवत्ता प्राप्त विद्यार्थियों को स्मृतिशेष राधाबाई गोडबोले स्मृति पुरस्कार प्रदान किया गया। इनमें 11वीं व 12वीं कला-वाणिज्य व एमसीवीसी विभाग के गुणवत्ता प्राप्त विद्यार्थियों को स्मृतिचिह्न व नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डा. यशवंत पाटील ने की। उपप्राचार्य प्रा. प्रशांत झोडे प्रमुखता से उपस्थित थे। कार्यक्रम में पालक-शिक्षक सभा का आयोजन भी किया गया। कार्यक्रम में प्राचार्य पाटील व चंद्रकला गोडबोले के हस्ते रेणुका वर्मा, प्रेरणा कावरे, बादल जपे, देवदीप सोमकुंवर, सोनी यादव, मृणाली वाघमारे, दीपाली मडावी, करिश्मा वानखेड़े, संजू वाहाणे, प्रथम नंदेश्वर आदि विद्यार्थियों को पुरस्कार प्रदान किए गए।
Created On :   24 Sept 2019 3:44 PM IST