मंडला में बढ़ रहा वायु प्रदूषण, 150 से 200 माइग्रेन तक पहुंचा प्रदूषण

Air pollution Increased in the Mandla, pollution reached 200 Migraine
मंडला में बढ़ रहा वायु प्रदूषण, 150 से 200 माइग्रेन तक पहुंचा प्रदूषण
मंडला में बढ़ रहा वायु प्रदूषण, 150 से 200 माइग्रेन तक पहुंचा प्रदूषण

डिजिटल डेस्क मंडला। लोगों को हर तरह के प्रदूषण से जूझना पड़ रहा है प्रदूषण के मामले में महानगरों से छोटे शहर भी पीछे नहीं रह गए है। यहां मंडला नगर में प्रदुषण का खतरा मंडराने लगा है। सबसे खतरनाक वायु प्रदूषण है जिससे लोगों को कई खतरनाक बीमारियों की चपेट में आना पड़ रहा है।  जिला प्रशासन के पास इसका कोई भी स्थायी हल नहीं है। साल दर साल वायु में प्रदूषण की बढ़ौतरी हो रही है। जिससे लोगो को शुद्व आक्सीजन मिल पाना मुश्किल हो रहा है। मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड जबलपुर के द्वारा संभाग भर के जिलो में वायु प्रदूषण को लेकर सेम्पल लिए जा रहे है। जिससे की समय रहते इसकी रोकथाम की जा सकें।
 बताया गया है कि  मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा संभाग भर के सभी जिलो में वायू प्रदूषण की जांच की जा रही है। जिसमें चौंकाने वाले परिणाम सामने आए। पिछली दो बार की जांच में सामने आया है कि मंडला की आवो हवा शुद्व नहीं रह गई। यहां उद्योग और फैक्ट्री नहीं होने के बाद भी मानक स्तर से कहीं अधिक ज्यादा वायु प्रदूषण फैल रहा है। बोर्ड के सैम्पलर अनिल तिवारी ने बताया है कि महानगर जबलपुर के बाद मंडला, सिवनी, नरसिंहपुर में प्रदूषण तेजी से बढ़ रहा है। इन छोटे शहर व कस्बों में पर्यावरण प्रदूषण हो रहा है। जिसको लेकर सभी जिलों में सेम्पल लिए जा रहे है। जिससे की वायु प्रदूषण की रोकथाम किया जा सकें। सैम्पलर आरएन सिंह ने बताया है कि मंडला नगर में लगातार वाहनों की संख्या बढ़ रही है जिसमें टू व्हीलर व थ्री व्हीलर वाहन अधिक हैं। पुराने और खटारा वाहनो के कारण पर्यावरण में प्रदूषण फैल रहा है। वाहनो की फिटनेस ठीक नहीं है। यहां तक डीजल वाहन सबसे अधिक नुकसान पहुंचा रहे है। नगर में ही सबसे अधिक एक हजार के आसपास छोटे सवारी वाहन दौड़ रहे है। सड़कों पर चलने वाले इन वाहनों का धुंआ वायु में पूरी तरह से प्रदूषण फैला रहे हैं जिससे वातावरण दूषित हो रहा है। इसकी दूसरी वजह यह है कि नगर की खस्ताहाल सड़क और किनारे पड़ी गंदगी से भी प्रदूषण में इजाफा हुआ है। धूल से कण पर्यावरण में मिल रहे है। जिससे लोगों को सांस,दमा व फेफड़ों की बीमारियां होने का खतरा बढ़ गया है।
 हर माह होगी जांच
मप्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा संभाग भर के सभी जिलों में हर माह वायु जांच की जाएगी। जिससे की यह स्पष्ट हो सकें कि किस माह में सबसे अधिक पर्यावरण प्रदूषण हो रहा है। यहां मंडला में तीसरी बार वायु प्रदूषण की जांच की जा रही है। जिसमें मंडला की आहो हवा शुद्व नहीं मिली है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के द्वारा नगर पलिका क्षेत्र में दो मशीने आरडीएस, एफवीएस लगाई गई। इन मशीनो के माध्यम से सौ मीटर दायरा कैच किया जाता है। और आठ से 24 घंटे के भीतर प्रदूषण की जांच रिर्पोट सामने आ जाती है।
150 माईग्रेन से अधिक प्रदूषण
मानक स्तर पर पर्यावरण में प्रदूषण सौ माईग्रेन तक होना चाहिए जिससे मानव स्वास्थ्य पर अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है। पिछली जांच रिपोर्ट में सामने आया है कि  मंडला नगर में यह 150 से दो सौ माईग्रेन तक बढ़ गया है। विंटर सीजन में यह कम है लेकिन गर्मी में इसका ग्राफ और बढ़ जाएगा। यह नगर वसियों के लिए चिंता का विषय है। इसके साथ सिवनी,बालाघाट और नरसिंहपुर जिले में भी यही हाल है। मंडला में कोई उद्योग फैक्ट्री नहीं है। यहां पर्यावरण में वायु प्रदूषण
खस्ताहाल सड़क, अनफिट वाहनो का धुंआ व गंदगी कारण है।

 

Created On :   27 Feb 2018 8:32 AM GMT

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