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अजित पवार बोले- नागपुर में बजट सत्र के लिए करुंगा पूरी कोशिश
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानमंडल का बजट सत्र नागपुर में कराने की मैं पूरी कोशिश करूंगा। कामकाज सलाहकार समिति में चर्चा के बाद इस मुद्दे पर अंतिम फैसला किया जाएगा। प्रश्नकाल के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने यह जानकारी दी। शिवसेना के प्रताप सरनाईक ने नागपुर सत्र के दौरान अधिकारियों को मिलने वाले दैनिक भत्ते को बढ़ाए जाने से जुड़ा सवाल पूछा था। जवाब में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस पर विचार का आश्वासन दिया। इस दौरान विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने इस पर सवाल किया कि भत्ता देने का सवाल तब उठेगा जब नागपुर में अधिवेशन होगा। उन्होंने सरकार से कम से कम बजट सत्र नागपुर में करने की मांग की। जवाब में उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि कोरोना के चलते 2-3 सत्र नागपुर में नहीं हो सके हैं, मेरी कोशिश होगी कि आगामी बजट सत्र नागपुर में हो हालांकि इस पर अंतिम फैसला लेने का अधिकार विधानमंडल कामकाज समिति के पास है। कैबिनेट की बैठक में भी इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
नागपुर में बगैर प्रशिक्षण प्रमाणपत्र बांटने के मामले की होगी जांच
नागपुर जिला परिषद सेस फंड योजना के तहत सॉफ्ट प्लानेट कान्हन संस्था द्वारा बिना लड़कियों को प्रशिक्षण दिए फर्जी तरीके से प्रमाणपत्र देकर सरकार की निधि ले लेने के आरोपों की 15 दिन के भीतर जांच की जाएगी। आरोप सही पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्रश्नकाल के दौरान भाजपा के देवेंद्र फडणवीस, राजेश पवार आदि सदस्यों के सवाल के जवाब में ग्रामीण विकास मंत्री हसन मुश्रीफ ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते ऑफलाइन प्रशिक्षण की इजाजत दी गई। 714 में से 711 लड़कियों के प्रशिक्षण पूरा कर परीक्षा में पास होने के बाद संस्था को करीब 30 लाख रुपए का भुगतान कर दिया गया है। राजेश पवार ने दावा किया कि संस्था ने जिन लड़कियों के प्रशिक्षण लेने की सूची तैयार की है वह 100 फीसदी फर्जी है। जिन लड़कियों ने पहले प्रशिक्षण ले रखा था उन्हीं के नाम पर फिर प्रमाणपत्र जारी कर दिए गए। इसके बाद मंत्री मुश्रीफ ने जांच और कार्रवाई का आश्वासन दिया।
चंद्रपुर के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में दवाओं और दूसरे सामानों की खरीदारी के लिए वित्तवर्ष 2021-22 के लिए डेढ़ करोड़ रुपए की निधि मंजूर की गई है। स्थानीय स्तर पर 50 लाख 86 हजार रुपए की दवा की खरीदारी की गई है। इसके अलावा कोविड के लिए जरूरी दवाएं हॉफकिन के जरिए मुहैया कराई जा रही है। प्रश्नकाल के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री अमित देशमुख ने यह जानकारी दी। भाजपा के सुधीर मुनगंटीवार के रिक्त पद न भरे जाने के सवाल के जवाब में मंत्री देशमुख ने बताया कि कुछ ऐसी परिस्थितियां थीं जिस पर सरकार का बस नहीं था इसके चलते भर्तियों में देरी हुई और अगले अधिवेशन से पहले ज्यादा से ज्यादा रिक्त पदों को भर लिया जाएगा।
महाराष्ट्र में बढ़ रही बिन ब्याही माताओं की संख्या
राज्य में बिन ब्याही नाबालिग माताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। यवतमाल जिले में 72 बिन ब्याही माताएं हैं। इनमें से झरी तालुका में 21 जबकि पांढरकवडा में 20 नाबालिग लड़कियां बिना विवाह के मां बन गई है। जव्हार, मोखाडा जैसे इलाकों में साल 2020 में गर्भवती 131 महिलाओं में से करीब 20 फीसदी की आयु 19 साल के कम थी। विधानसभा में पूछे गए सवाल के लिखित जवाब में महिला एवं बाल विकास मंत्री यशोमती ठाकुर (सोनावणे) ने यह बात स्वीकार की है। भाजपा की भारती लव्हेकर और डॉ संदीप धुर्वे के सवाल के जवाब में मंत्री ठाकुर ने बताया कि मारेगांव तालुका के साखरखेडा में बिनब्याही माताओं के पुनर्वास के लिए केंद्र बनाने का फैसला किया गया है।
Created On :   27 Dec 2021 6:17 PM IST