- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- बीमा के समय सब ओके, क्लेम के वक्त...
बीमा के समय सब ओके, क्लेम के वक्त खामियां ही खामियां
डिजिटल डेस्क, नागपुर. बीमा कंपनियां बीमा धारकों को पॉलिसी देने के पहले उनका मेडिकल चेकअप करवाती हैं। पॉलिसी देने के समय सब कुछ ओके हो जाता है, लेकिन जब बीमा धारक किसी बीमारी के बाद क्लेम करते हैं, तो बीमा कंपनियां यह कहकर क्लेम रिजेक्ट कर देती हैं कि ग्राहक को बीमारी पहले से थी। जबकि कंपनी की टीम की निगरानी में ही मेडिकल चेकअप किया जाता है। राकेश प्रजापति ने मनिपाल सिग्ना हेल्थ इंश्योरेंस से पॉलिसी ली थी। उनकी पत्नी कुसुम प्रजापति का क्लेम कंपनी ने यह कहकर रिजेक्ट कर दिया कि पॉलिसी लेने से पहले ही उन्हें थॉयरॉइड था।
राजेश प्रजापति ने बताया कि उन्होंने 29 अक्टूबर 2018 को मनिपाल सिग्ना से प्रो-हेल्थ ग्रुप पॉलिसी ली थी, जिसका मास्टर पॉलिसी नंबर 100200000001/01/00 है। इसमें 3 लाख का कवर था। हर साल 5554 रुपए प्रीमियम भरता हूं। मेरी पत्नी कुसुम को गिरने के कारण रीढ़ की हड्डी में दिक्कत आ गई। उसे 23 अक्टूबर 2021 को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया। जिस हॉस्पिटल में भर्ती किया गया, वो कंपनी के लिस्ट में है। क्लेम का राशि 49,990 रुपए थी। पत्नी को डिस्चार्ज मिलने के बाद मनिपाल सिग्ना के रामदासपेठ स्थित लोकल ऑफिस में जाकर क्लेम के लिए पूरे कागजात जमा किए।
कई दिन इंतजार करने के बाद जब कंपनी से क्लेम के संबंध में संबंध में फॉलोअप लिया, तब भी कोई जवाब नहीं आया। फिर उन्होंने टोल फ्री नंबर पर बात के लिए कहा। कॉल करने पर कहा गया कि आपकी पत्नी को थॉयराइड है, इस बात की जानकारी आपने नहीं दी थी, जबकि पत्नी को थॉयराइड की समस्या दो वर्ष पहले आई है। कंपनी का कहना है कि कुसुम को पहले से ही थॉयराइड है, इसलिए क्लेम रिजेक्ट कर दिया। कंपनी ने क्लेम नहीं दिया, लेकिन हमने इस वर्ष भी प्रीमियम भरा है।
उचित मंच तक बात- इस नंबर पर बीमा समस्याएं बताएं
इस तरह की समस्या यदि आपके साथ भी है, तो आप दैनिक भास्कर नागपुर के मोबाइल नंबर 9422165556 पर बात करके प्रमाण सहित अपनी समस्या रख सकते हैं। संकट की इस घड़ी में आपकी आवाज को भास्कर द्वारा खबर के माध्यम से उचित मंच तक पहुंचाने का प्रयास किया जाएगा।
Created On :   26 Jun 2022 3:36 PM IST