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जिला अस्पताल में 900 रुपए में होगी हर तरह की सीटी स्कैन
डिजिटल डेस्क शहडोल । जिला अस्पताल में तीन माह के भीतर सीटी स्कैन की सुविधा शुरू हो जाएगी। इसके लिए पुराने गाइनी विभाग में जगह तय हो गई है। मशीन पीपीपी मोड पर लगाई जाएगी। यहां हर तरह की सीटी स्कैन की जांच 900 रुपए में होगी। सोमवार को रोगी कल्याण समिति की बैठक में इस पर चर्चा हुई। सीटी स्कैन के लिए पहले स्थानीय स्तर पर एजेंसी तय होनी थी। इसके लिए अस्पताल प्रबंधन ने प्रयास भी शुरू कर दिए थे, लेकिन बाद में भोपाल मुख्यालय से एक एजेंसी तय की गई जो शहडोल समेत प्रदेश के 19 जिला अस्पतालों में मशीन लगाएगी। इसके लिए जिला अस्पताल में 800 वर्ग फीट की जगह की डिमांड की गई थी। सिविल सर्जन डॉ. एनके सोनी ने बताया कि पुराने गाइनी विभाग के लेबर रूम को सीटी स्कैन के लिए आरक्षित कर दिया गया है। अब कंपनी के कर्मचारियों को जगह फाइनल करना है। इसके बाद मशीन के इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा शुरू होने से जिले की करीब 10 लाख की आबादी को बड़ी राहत मिलेगी। अभी सीटी स्कैन के लिए लोगों को निजी अस्पतालों या जबलपुर मेडिकल कॉलेज जाना पड़ता था।
देने पड़ते हैं 5 हजार तक
शहर के कुछ निजी अस्पतालों में सीटी स्कैन की सुविधा है, लेकिन वहां की फीस 3 से 5 हजार रुपए है। एक आम आदमी के लिए यह रकम काफी ज्यादा है। लोगों को राहत देने के लिए काफी समय से जिला अस्पताल में सीटी स्कैन की सुविधा शुरू करने की कवायद की जा रही थी। अब एजेंसी तय होने के बाद इसके तीन माह में शुरू होने की उम्मीद है। जो जानकारी मिल रही है उसके मुताबिक निजी अस्पतालों से आधे से कम रेट में जिला अस्पतालों में सीटी स्कैन हो सकेगा। इसके लिए 900 रुपए तय किए गए हैं।
आईसीसीयू यूनिट तैयार, इसी माह शुरू होने की उम्मीद
जिला अस्पताल में मरीजों के लिए एक और सुविधा इसी माह शुरू होने की उम्मीद है। अस्पताल में आपातकालीन गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीसीयू) तैयार हो गया है। 10 बेड वाले इस कक्ष में गंभीर मरीजों को भर्ती किया जाएगा। अस्पताल प्रशासक कर्नल पीएन शुक्ला के मुताबिक यूनिट को इसी महीने 25 जनवरी तक शुरू करने की तैयारी है। कक्ष में बेड लग गए हैं। बिजली की व्यवस्था भी हो गई है और एसी भी लगा दिया गया है। तैयारी पूरी है, स्टाफ की ड्यूटी लगाकर इसे शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि यूनिट शुरू होने से हार्ट अटैक के मरीजों के लिए बड़ी सुविधा हो जाएगी। अभी तक अस्पताल में सिर्फ तीन बेड का आपातकालीन चिकित्सा कक्ष ही (आईसीयू) था। इस वजह से इमरजेंसी में कई बार मरीजों को रेफर करना पड़ता था। आईसीसीयू शुरू होने से गंभीर मरीजों को विशेष इलाज की सुविधा मिल सकेगी। आपातकालीन गहन चिकित्सा कक्ष में दो कमरे हैं। एक में छह बेड लगे हैं, दूसरे में चार बेड।
Created On :   16 Jan 2018 1:37 PM IST