लखीमपुर में किसानों पर हमले को लेकर आक्रोश, जोरदार हुई नारेबाजी- नागपुर में खुली रही दुकानें

Anger over attack on farmers in Lakhimpur, sloganeering intensified and shops remained open
लखीमपुर में किसानों पर हमले को लेकर आक्रोश, जोरदार हुई नारेबाजी- नागपुर में खुली रही दुकानें
विदर्भ में  बंद का असर लखीमपुर में किसानों पर हमले को लेकर आक्रोश, जोरदार हुई नारेबाजी- नागपुर में खुली रही दुकानें

डिजिटल डेस्क, नागपुर। केंद्र सरकार व भाजपा के विरोध में महाविकास आघाड़ी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को बंद प्रदर्शन किया। शहर में प्रमुख चौराहों सहित विविध क्षेत्रों में जमकर नारेबाजी की गई। इस प्रदर्शन के दौरान कुछ स्थानों पर कुछ समय के लिए दुकानों का शटर गिरा। लेकिन जल्द ही सारी दुकानें खुल गई। आवागमन व विविध संस्थाओं का कामकाज अबाधित जारी रहा। उत्तरप्रदेश के लखीमपुर में किसानों की मौत के मामले को लेकर महाविकास आघाड़ी ने केंद्र सरकार व भाजपा शासित राज्य सरकारों के विरोध में बंद प्रदर्शन का आव्हान किया था। कांग्रेस, शिवसेना व राकांपा के कार्यकर्ताओं ने अलग अलग क्षेत्र में प्रदर्शन करके केंद्र सरकार के विरोध में नारे लगाए। मुख्य प्रदर्शन वेरायटी चौक सीताबर्डी में महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने किया गया। महाविकास आघाड़ी के नेताओं ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व की सरकार संवैधानिक नियमों पर आघात कर रही है। मानवाधिकार का ध्यान नहीं रखा जा रहा है। सरकार के विरोध में बोलनेवालों को विविध जांच एजेंसियों के माध्यम से धमकाया जाता है। किसान आंदोलन को लेकर तो भाजपा के नेतृत्व की सरकार एकदम संवेदनहीन हो गई है। किसानों की मांगे सुनने के बजाय उन्हें मार डालने का कार्य किया जाने लगा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विरोध में नारे लगाए गए। शिवाजी पुतला चौक महल, सक्करदरा चौक, गोलीबार चाैक, कमाल चौक, पारडी चौक, वर्धमाननगर चौक, इंदौरा चौक,रामनगर, धरमपेठ में भी नारेबाजी की गई। कांग्रेस के शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे, शिवसेना के महानगर प्रमुख प्रमोद मानमोडे, राकांपा के शहर अध्यक्ष दुनेश्वर पेठे के नेतृत्व में विधानसभा क्षेत्र स्तर पर भी महाविकास आघाडी के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। कहीं कहीं बंद कराने को लेकर विवाद की स्थिति बनी। हालांकि व्यापक पुलिस बंदोबस्त के चलते शांति व्यवस्था कायम रही। इस बंद प्रदर्शन में जनता दल,भाकपा, रिपब्लिकन दल के अलावा अन्य संगठनों पदाधिकारी भी शामिल हुए।

महाविकास आघाड़ी का ढोंग,जनता ने नकारा-बावनकुले

भाजपा ने इस बंद प्रदर्शन को पूरी तरह से विफल कहा है। भाजपा के प्रदेश महासचिव चंद्रशेखर बावनकुले ने पत्रकार वार्ता में कहा है कि महाविकास आघाड़ी को किसानों के नाम पर इस तरह के प्रदर्शन करने का नैतिक अधिकार ही नहीं है। बंद के नाम पर आघाड़ी ने एक ढाेंग किया। उसे जनता ने नकार दिया। सभी प्रतिष्ठान खुले रहे। बावनकुले ने कहा कि उत्तरप्रदेश में किसानों की मौत के मामले का सभी ने निषेध किया है। इस तरह की घटनाएं नहीं होनी चाहिए। लेकिन महाराष्ट्र में किसानों को आघाड़ी सरकार न्याय नहीं दे पा रही है। पुणे के मावल में किसानों पर गोलीबारी जैसे प्रकरणों के चलते यहां की सरकार को इस तरह के प्रदर्शन का अधिकार नहीं है। किसान हित की योजनाएं लंबित है। विकास महामंडल बंद रहने से विदर्भ व मराठवाडा के किसान निराश है। ऐसे में किसी ने महाविकास आघाड़ी के बंद के आव्हान का समर्थन नहीं किया। पत्रकार वार्ता में भाजपा के शहर अध्यक्ष प्रवीण दटके, विधायक कृष्णा खोपडे, विधायक  विकास कुंभारे, भाजपा के प्रदेश पैनलिस्ट चंदन गोस्वामी उपस्थित थे। 

विदर्भ के सात जिलों में  बंद का असर रहा मिलाजुला 

राज्य की महाविकास आघाडी सरकार द्वारा सोमवार को संपूर्ण महाराष्ट्र राज्य में बंद की घोषणा की गई थी। इस बंद के आयोजन के तहत राकांपा, कांग्रेस व शिवसेना के अलावा सरकार में शामिल सभी राजनीतिक दलों ने  अपना समर्थन दिया। व्यवसायियों को पहले से ही अपने प्रतिष्ठान बंद रख आंदोलन के समर्थन में अपना सहयोग देने का आह्वान किया गया था। इसके तहत कहीं प्रतिष्ठान बंद रहे तो कहीं खुले रहे, जिससे इस बंद का असर मिलाजुला रहा।

अमरावती जिले धामणगांव और चिखलदरा तहसील को छोड़कर जिले की सभी तहसीलों में बंद का असर दिखाई दिया। आंदोलनकर्ताओं ने कहीं मोटर साइकिल रैली तो कहीं चौराहों पर खड़ेे रहकर केंद्र व उत्तर प्रदेश सरकार के विरोध में जोरदार नारेबाजी की। वर्धा जिले में  दुकानें शुरू  रहने के चलते कहीं पर बंद का असर नहीं दिखाई दिया।

यवतमाल, चंद्रपुर, गड़चिरोली,गोंदिया में  बंद का मिलाजुला असर देखने मिला। भंडारा जिले में भी बंद का मिलाजुला रहा। इस दौरान दुकानें बंद करवाने पहुंचे एनसीबी पदाधिकारियों को व्यापारियों के विरोध का सामना भी करना पड़ा।

चंद्रपुर में  शिवभोजन थाली केंद्र में ही आंदोलनकारियों ने की तोड़फोड़

चंद्रपुर में  कांग्रेस, राकांपा, शिवसेना आदि महाविकास आघाडी के मित्र पक्षों के आंदोलनकारियों द्वारा ही मामूली दर में भरपेट भोजन के लिए ठाकरे सरकार की महत्वाकांक्षी उपक्रम शिवभोजन केंद्र में  तोड़फोड़ की गई। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उपमुख्यमंत्री अजित पवार, खाद्य  आपूर्ति मंत्री छगन भुजबल, राज्यमंत्री विश्वजीत कदम का फोटाे लगा हुआ बैनर भी फेंककर होटल को तहस-नहस कर दिया।  

 

Created On :   11 Oct 2021 5:43 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story