लगातार बाघ मर रहे, आप कर क्या रहे हैं- वन अधिकारियों को एपीसीसीएफ ने लगाई फटकार

APCCF rebuke forest officials in tigers death in shahdol
लगातार बाघ मर रहे, आप कर क्या रहे हैं- वन अधिकारियों को एपीसीसीएफ ने लगाई फटकार
लगातार बाघ मर रहे, आप कर क्या रहे हैं- वन अधिकारियों को एपीसीसीएफ ने लगाई फटकार

डिजिटल डेस्क शहडोल । शहडोल सर्किल में लगातार हो रहे बाघों के शिकार मामले में वन महकमा सख्त हो गया है। बुधवार को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व (बीटीआर) में हुई अधिकारियों की बैठक में भोपाल से पहुंचे एपीसीसीएफ के. रमन ने वरिष्ठ अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि सर्किल में लगातार बाघ मर रहे हैं, आप लोग कर क्या रहे हैं। बैठक में सर्किल के सभी डीएफओ, एसडीओ और रेंज ऑफिसर्स को बुलाया गया था। प्रभारी सीसीएफ मृदुल पाठक की मौजूदगी में एपीसीसीएफ ने कहा कि सभी वन परिक्षेत्रों में नियमित गश्ती होनी चाहिए। कहां कितने वन्य प्राणी घूम रहे हैं, इसकी मॉनीटरिंग होनी चाहिए। इसमें किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। जो लापरवाही करेगा, वह कार्रवाई के लिए भी तैयार रहे। इस दौरान अपनी सफाई देने वाले अधिकारियों को यह कहकर चुप करा दिया गया कि लूज टॉकिंग मत करिए। कुछ अफसरों ने गश्ती के लिए गाडिय़ों का रोना रोया तो उसने कहा गया कि पहले क्या गश्ती नहीं होती थी।
पूरी जानकारी के साथ बुलाया था
बैठक के लिए रेंज ऑफिसर से लेकर सभी अफसरों को बीट निरीक्षण, वन परिक्षेत्र की जानकारी, बीट की जानकारी, कौन कहां पदस्थ है और सभी के फोन नंबर लेकर आने को कहा गया था। बैठक के दौरान सभी की डायरी का भी एक-एक निरीक्षण किया गया कि किसने कितना दौरा किया। सभी अफसरों को चेतावनी देते हुए नियमित गश्ती करने के निर्देश दिए गए हैं। रात गश्ती के लिए विशेष तौर पर कहा गया है।
तीन क्षेत्रों में गश्त के लिए दिए एक्सपर्ट  
सर्किल के संवेदनशील क्षेत्रों शहडोल, खन्नौधी, जयसिंहनगर में गश्ती के लिए दो-दो एक्सपर्ट (मास्टर ट्रेनर) बीटीआर से दिए गए हैं। अधिकारियों से कहा गया है कि इनके साथ संवेदनशील स्थलों पर गश्ती करें। मास्टर ट्रेनर बीटीआर में हर समय जानवरों के बीच में रहते हैं, उनके पास जानवरों के बारे में काफी जानकारी है। वे स्थानीय अमले के साथ घूमकर बताएंगे कि कहां वन्य प्राणी हैं और कहां नहीं।
ग्रामीणों से संपर्क स्थापित करने के निर्देश
ग्रामीणों को वन्य प्राणियों के बारे में जानकारी दीजिए। मुनादी कराइए, पर्चे बंटवाइए। वन्य प्राणियों की सुरक्षा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। आपके क्षेत्रों में वन्य प्राणी है। उनकी सुरक्षा पर लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

 

Created On :   1 Feb 2018 1:39 PM IST

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