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MP : अपेक्स बैंक भी हुआ 'डिजिटल', शुरू हुई ATM सुविधा
डिजिटल डेस्क,भोपाल। किसानों को सहकारिता से जोड़ने और ई-बैंकिंग से रूबरू करवाने के लिहाज से अपेक्स बैंक ने कुछ अहम फैसले लिए हैं। मध्य प्रदेश के 11.43 लाख किसानों को एक साल के अंदर प्राथमिक कृषि साख समितियों (PACS) का सदस्य बनाया गया है। किसानों डीएमआर खाते के माध्यम से ऋण देने के व्यवस्था की गई है। इस व्यवस्था के बाद किसान अपनी आवश्यकता के मुताबिक राशि निकाल सकेंगे। किसानों को रूपे किसान क्रेडिट कार्ड जारी किए जाने का काम भी शुरू कर दिया गया है। इसके माध्यम से वह किसी भी बैंक के ATM से किसी भी स्थान से आवश्यकतानुसार राशि निकाल सकेंगे।
गौरतलब है कि किसानों को सहकारिता से जोड़ने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाया गया है। अपेक्स बैंक स्तर पर अपने ग्राहकों को ATM सह- डेबिट कार्ड उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ ही अपेक्स बैंक की मुख्य शाखा भोपाल में स्वयं का ATM स्थापित किया गया है जहां से अन्य बैंकों के ATM कार्डधारक भी राशि निकाल सकेंगे। इसके अतिरिक्त शीर्ष बैंक में ई-कामर्स सुविधा भी शुरू हो चुकी है। शीर्ष बैंक में नवीन नियुक्ति की प्रक्रिया संपन्न होकर नव-नियुक्त कर्मचारियों को देश के प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थान बर्ड, लखनऊ में प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है। जिला सहकारी केंद्रीय बैंकों में भर्ती के खिलाफ उच्च न्यायालय के सामने प्रकरण दायर होने से भर्ती प्रक्रिया अभी रूकी हुई है ।
सालाना बैठक में हुआ मंथन
अपेक्स बैंक के 53वें वार्षिक साधारण सम्मेलन के मौके पर बैठक में वर्ष 2016-17 के दौरान ब्याज अनुदान, मुख्यमंत्री कृषक ऋण सहकारी योजना एवं मध्यकालीन ऋण परिवर्तन मद में अब तक की सर्वाधित राशि रूपए 1049.00 करोड़ प्रदान किए जाने के लिए राज्य शासन का विशेष आभार व्यक्त किया गया। किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज दर पर ऋण वितरण करने एवं मुख्यमंत्री कृषक सहकारी ऋण सहायता योजना के तहत प्राथमिक कृषि सहकारी साख समितियों के माध्यम से लिए गए वस्तु ऋणों के मूलधन पर अतिरिक्त 10 प्रतिशत छूट प्रदान किए जाने पर माननीय मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया गया ।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए बैंक के पूर्व उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ सहकारी नेता कैलाश सोनी ने विचार व्यक्त किए। शीर्ष बैंक की वित्तीय उपलब्धियों का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि 31 मार्च 2017 की स्थिति पर बैंक की अंशपूंजी में पिछले वर्ष की अपेक्षा 50.11 करोड़ की वृद्धि दर्ज करते हुए रूपए 565.92 करोड़ की अंशपूंजी संकलित की गई। रक्षित निधियां 9.84 प्रतिशत की वृद्धि के साथ रूपए 1145.30 करोड़ रहीं। नाबार्ड एवं राज्य शासन से वर्षान्त पर ऋणार्जन बकाया 7344.94 करोड़ रहा। अमानतों में वर्ष के दौरान 17.73 प्रतिशत की वृद्धि दर हासिल करते हुए वर्षान्त पर 5901.31 करोड़ थी।
बैंक का विनियोजन 3544.35 करोड़ रहा। विनियोजन में 142.97 प्रतिशत की वृद्धि दर अर्जित की गई। वर्षान्त पर ऋण बकाया 10690.68 करोड़ रहा। गत वर्ष बैंक की कार्यशील पूंजी जो 13060.18 करोड़ थी वह इस वर्ष बढ़कर 15221.75 करोड़ हो गई। बैंक का सी.आर.ए.आर. वर्षान्त पर 11.62 प्रतिशत रहा। 31 मार्च 2017 की स्थिति पर बैंक का परिचालन लाभ 150.71 करोड़ रूपए अर्जित किया गया, जो गत वर्ष की अपेक्षा 29.14 करोड़ रूपए अधिक है। बैठक में जेपी गुप्ता, अपर पंजीयक, सहकारी संस्थाएं(साख), बैंक के प्रभारी प्रबंध संचालक प्रदीप नीखरा एवं प्रकाश सिंह मेहरा, नेमीचन्द जैन, रमेशचंद्र धाकड़, कैलाश पाटीदार, प्रकाश रत्नपारखी भी मौजूद रहे।
Created On :   26 Sept 2017 7:56 AM IST