सुपारी कारखाने पर छापा, 4 लाख 91 हजार का माल जब्त

Areca factory raided, goods worth 4 lakh 91 thousand seized
सुपारी कारखाने पर छापा, 4 लाख 91 हजार का माल जब्त
कार्रवाई सुपारी कारखाने पर छापा, 4 लाख 91 हजार का माल जब्त

डिजिटल डेस्क, नागपुर। अन्न व औषधि विभाग ने मंगलवार को  वाठोड़ा परिसर स्थित एक सुपारी कारखाने पर कार्रवाई की। कुल 23 बोरी सुपारी पकड़ी गई। 1439 किलो की सुपारी की कुल कीमत 4 लाख 91 हजार बताई जा रही है। खबर लिखे जाने तक कार्रवाई पूरी नहीं हुई थी। एफडीए की ओर से कुल तीन सैंपल जांच के लिए भेजे जाने थे। कार्रवाई सह आयुक्त ए. अन्नापुरे के मार्गदर्शन में व सहायक आयुक्त (अतिरिक्त) नितीन मोहिते के नेतृत्व में अन्न सुरक्षा अधिकारी अमित कुमार उपलप व रविराज धापार्डे ने मिलकर की है। जानकारी के अनुसार, वाठोड़ा पुलिस स्टेशन की हद में पुलिस ने 16 नवंबर को ज्योति गृह उद्योग पर छापामार कार्रवाई की थी, जिसमें बारीक, कटी हुई और पूरी सुपारी सहित कुल 4 लाख 91 हजार की सुपारी बरामद कर सड़ी सुपारी के संदेह में अन्न व औषधि विभाग को जानकारी दी गई। विभाग की टीम  बुधवार को स्पॉट पर पहुंची। जानकारी के अनुसार, कारखाने का संचालक रुषभ सुभाष बोत्रा (27) निवासी कामक्षी नगर है। वाठोडा में न्यू सूरज नगर कोहिनूर ल़ॉन के पीछे उसका सुपारी का कारखाना है। मस्कासाथ से कटी हुई और पूरी सुपारी लाकर यहां बारीक करते हुए उन्हें होलसेल में बेचा जाता है। संदेह के आधार पर पुलिस ने कारखाने पर छापामार कार्रवाई की। सूचना मिलने पर एफडीए के अधिकारियों ने स्पॉट पर जाकर देखा। प्राथमिक जांच में कटी हुई सुपारी की ऊपरी सतह खराब देखने को मिली। ऐसे में तीनों श्रेणी की सुपारियों की जांच के लिए सैंपलिंग करने की प्रक्रिया शुरू थी। 

कार्रवाई में लेटलतीफी

सड़ी सुपारी के संदेह में पुलिस उसे जब्त कर सकती है, लेकिन जांच की जिम्मेदारी अन्न व औषधि विभाग को है। 15 दिन में सैंपलिंग करते हुए ऐसे व्यापारियों पर कार्रवाई की जानी चाहिए, लेकिन सैंपलिंग के लिए ही 2 से 3 दिन का समय लग जाता है। उपरोक्त मामले में भी ऐसा ही हुआ। मंगलवार को वाठोड़ा में खराब सुपारी के संदेह पर एक सुपारी कारखाने पर कार्रवाई कर माल जब्त किया गया। अन्न व औषधि विभाग कार्रवाई से अनभिज्ञ था। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस ने उन्हें इसकी जानकारी ही नहीं दी थी। दूसरे दिन दोपहर 12 बजे के आस-पास वाठोड़ा पुलिस ने सूचना-पत्र देकर विभाग को कार्रवाई की  जानकारी दी। इसके बाद विभाग की ओर से जल्द ही अन्न सुरक्षा अधिकारी को भेजकर कार्रवाई अपेक्षित थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। शाम 4 बजे तक एक भी अधिकारी सुपारी की सैंपलिंग के लिए नहीं गया था। इसलिए जांच को लेकर सवाल उठना लाजिमी है।

Created On :   18 Nov 2021 5:30 PM IST

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