कर्नाटक में बैठक कर एप लोन के लिए वसूली करने वाले गिरफ्तार 

Arrested for collecting app loan after meeting in Karnataka
कर्नाटक में बैठक कर एप लोन के लिए वसूली करने वाले गिरफ्तार 
शिकंजा कर्नाटक में बैठक कर एप लोन के लिए वसूली करने वाले गिरफ्तार 

डिजिटल डेस्क, मुंबई। धुले के एक सब्जी विक्रेता के नाम पर हासिल किए गए मोबाइल नंबर से कर्नाटक में बैठकर लोन ऐप के लिए वसूली करने वाले पांच आरोपियों को महाराष्ट्र साइबर ने गिरफ्तार किया है। मुंबई के मुलुंड इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति की शिकायत पर आरोपियों पर साइबर सेल ने शिकंजा कसा है। गिरफ्तार किए गए ज्यादातर आरोपी उच्च शिक्षित हैं। एक के पास एमबीए की भी डिग्री है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मधुकर पांडे ने सोमवार को बताया कि आरोपियों को ‘हैप्पी लोन ऐप’ के लिए वसूली के मामले में पकड़ा गया है। छानबीन में खुलासा हुआ है कि आरोपी 5-6 और लोन ऐप के लिए इसी तरह वसूली करते थे। वसूली के बदले उन्हें वेतन और मोटा कमीशन मिलता था। हैप्पी लोन ऐप से मुंबई के मुलुंड इलाके में रहने वाले एक व्यक्ति ने 8 हजार रुपए का कर्ज लिया था लेकिन 94 हजार रुपए भरने के बावजूद आरोपी उसे लगातार परेशान कर रहे थे। उसके परिवार वालों को उसकी अश्लील तस्वीरें भेज रहे थे। शिकायत मिलने के बाद साइबर पुलिस ने छानबीन शुरू की तो पता चला कि वसूली के लिए जिस ह्वाट्सएप नंबर का इस्तेमाल किया जा रहा है उसका सिमकार्ड धुले जिले के साईबाबा नगर इलाके में रहने वाले महादू गवली नाम के 46 वर्षीय सब्जी विक्रेता के नाम पर रजिस्टर्ड है। पूछताछ करने पर गवली ने बताया कि उसके नाम पर किसी ने फर्जी तरीके से सिमकार्ड हासिल किया है। इसके बाद मामले में तकनीकी जानकारी के आधार पर पुलिस ने कर्नाटक के  उत्तर कन्नड और धारवाड जिलों से सुहैल सैयद, अहमद रजा हुसैन, सय्यद अतहर, मोहम्मद कादरी और मुफ्तीयाज पीरजादे नाम के पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया। 

एप लोन को लेकर मिली 2084 शिकायतें 

ठगी के लिए इस्तेमाल किया गया ऐप गुजरात के पते पर दर्ज है लेकिन छानबीन के दौरान यह पता फर्जी निकला। आरोपियों के सहारे साइबर पुलिस गिरोह के सरगना तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। बता दें कि एप लोन के जरिए ठगी के मामले में राज्यभर से साइबर पुलिस को अब तक ऑनलाइन 2084 शिकायतें मिल चुकीं हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी कर्ज चुकाने के बावजूद लोगों को लगातार परेशान कर उनसे और वसूली करते रहते थे। पांडे ने बताया कि फिलहाल 69 ऐसे लोन ऐप की पहचान की गई है जो लोगों को आसानी से 10 हजार रुपए तक का कर्ज उपलब्ध कराते हैं फिर वसूली एजेंटों द्वारा परेशान कर कई गुना ज्यादा रकम वसूलते हैं। गूगल के अधिकारियों को इन लोन ऐप को बंद करने को निर्देश दिए गए हैं। डीसीपी संजय शिंत्रे ने बताया कि कोर्ट में पेशी के बाद आरोपियों को 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। मामले की छानबीन की जा रही है। 

 

Created On :   13 Jun 2022 8:42 PM IST

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