- Home
- /
- राज्य
- /
- मध्य प्रदेश
- /
- भोपाल
- /
- MP विधानसभा : नियमों का पालन नहीं...
MP विधानसभा : नियमों का पालन नहीं होने से सवालों को वरीयता देने का प्रावधान खत्म
डिजिटल डेस्क,भोपाल। मप्र विधानसभा में विधायक स्पीकर के स्थाई आदेशों का पालन नहीं करते हैं। इसके कारण स्पीकर सीतासरण शर्मा को अपने स्थाई आदेशों में संशोधन करना पड़ा है। दरअसल विधानसभा सत्र के दौरान हर दिन के लिए प्रत्येक विधायक स्थाई आदेश के तहत परिशिष्ट एक में प्रश्न के फॉर्म में दो तारांकित सवाल दे सकते हैं,लेकिन उन्हें प्रत्येक सवाल के आगे नंबर डालना होता था कि इनमें पहला कौन सा लिया जाएगा।
गौरतलब है कि सदन की कार्यवाही शुरू होने पर सबसे पहले प्रश्नकाल होता है तथा इसमें 25 प्रश्न चर्चा के लिए होते हैं। चर्चा में आने वाले सवालों को ही तारांकित सवाल कहा जाता है। तारांकित सवालों पर सदन के अंदर संबंधित विधायक पूरक प्रश्न पूछते हैं तथा संबंधित विभाग का मंत्री उसका जवाब देता है। तारांकित प्रश्नों के लिए जिस निर्धारित फार्म में विधायक दो सवाल देते थे उनके वे वरीयता नंबर नहीं डालते थे। इस तरह वे स्पीकर के स्थाई आदेशों का पालन नहीं करते थे। इससे विधानसभा सचिवालय के अधिकारी पशोपेश में पड़ जाते थे कि किस तारांकित सवाल को पहले लिया जाए। इस समस्या को देखते हुए विधानसभा अध्यक्ष सीतासरन शर्मा ने अपने स्थाई आदेश में संशोधन कर तारांकित सवाल के फार्म में वरीयता नंबर देने का प्रावधान ही खत्म कर दिया है।
अब विधायकों के दिए तारांकित सवालों में से जो पहले विस सचिवालय में रजिस्टर्ड होगा उसे पहला नंबर दिया जाएगा तथा नियत तारीख को वह सदन के प्रश्नकाल में चर्चा के लिए लिया जाएगा।यहां यह बताना आवश्यक होगा कि सदन की प्रत्येक दिन की कार्यवाही में प्रश्नकाल में सिर्फ 25 प्रश्न ही चर्चा के लिए होंगे। अधिक संख्या में विधायकों के तारांकित सवाल आने पर लॉटरी डालकर उनमें से 25 सवालों का चयन किया जाता है। मप्र विधानसभा अण्डर सेकेट्रेरी शिवनारायण गौर का कहना है कि दो तारांकित सवाल देने के प्रावधान में विधायक वरीयता नंबर डालने के प्रावधान का पालन नहीं कर रहे थे। इसीलिए स्पीकर ने इस प्रावधान को ही खत्म कर दिया है।
Created On :   26 Sept 2017 2:53 PM IST