नाथसागर बांध के 18 गेट खोले,ओवर फ्लो होने के चलते फैसला

AURANGABAD : 18 gates of Nathasagar dam opened, due to overflow
नाथसागर बांध के 18 गेट खोले,ओवर फ्लो होने के चलते फैसला
नाथसागर बांध के 18 गेट खोले,ओवर फ्लो होने के चलते फैसला

डिजिटल डेस्क, औरंगाबाद-पैठण। नाथसागर बांध के लबालब होने के कारण देर रात करीब 18 गेट करीब आधा फीट तक खोल दिए गए। तहसीलदार महेश सावंत ने जानकारी देते हुए बताया कि इससे करीब 10,000 क्यूसेक गति से गोदावरी पात्र में जल छोड़ा जा रहा है। बांध के गेट खोलने का फैसला  21 सितंबर को तहसील कार्यालय में प्राकृतिक आपदा विभाग की बैठक में लिया गया। 

गौरतलब है कि नाथसागर से पानी छोड़े जाने के निर्णय को लेकर पैठण शहर के अलावा राज्य की आम जनता की भी कई दिनों से निगाहें लगी हुई थीं। जायकवाड़ी स्थित नाथसागर बांध की जलभंडार क्षमता 1522 फीट हैं। इस बीच ऊपरी जलाशयों से करीब 68 हजार क्यूसेक जल आवक जारी होने से किसी भी समय नाथसागर बांध ओवरफ्लो की आशंका जताई जा रही थी। इसे लेकर पैठण शहर व गोदावरी नदी पात्र के तटवर्तीय इलाके के लोग थोड़े परेशान नजर आ रहे हैं। पानी छोड़ने के बाद जिले में बाढ़ की आशंका के चलते अलर्ट घोषित करने के साथ ही प्रशासन एवं आपदा विभाग ने कमर कस ली है। नाथसागर से पानी छोड़े जाने की खबर के बाद पैठण में उमड़ने वाले पर्यटकों की भीड़ पर काबू पाया जा सके इस बात का भी प्रशासन की ओर ध्यान रखा गया है ।
 
सैकड़ों लोगों की जान पर बनी
नाथसागर बांध के पाणलोट क्षेत्र व नाशिक जिले में मूसलाधार बारिश जारी है, जिसे देखते हुए बांध में तेज गति से जल भराव जारी है। वहीं नाथसागर के ऊपरी सभी तालाब 100 प्रतिशत लबालब हो गए हैं। जिस कारण ऊपरी जलाशयों से सीधे नाथसागर में पानी आ रहा हैं। सिंचाई प्रशासन के हठधर्मी के चलते 21 सितंबर की सुबह दरवाजे खोलने का निर्णय रद्द किया गया। इससे पैठण शहर सहित तटवर्तीय इलाकों की आम जनता भयभीत नजर आ रही है। प्रशासन के खिलाफ असंतोष भी व्यक्त किया जा रहा हैं। नाथसागर बांध का जलस्तर 98.4 होने के बाद बांध से पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया। इससे फिर एक बार 2006 जैसी बाढ़ स्थिति निर्माण की संभावना हैं।

नदी तट में न जाने की चेतावनी
ऊपरी जलाशयों से करीब 30 हजार क्यूसेक गति से नाथसागर बांध में पानी दाखिल हो रहा हैं। किसी भी वक्त गोदावरी पात्र में पानी छोड़ने की संभावना को देखते हुए अधिकारियों ने नदी तट का निरीक्षण किया। इस दौरान नगर निगम प्रशासन ने ठोस उपायों पर चर्चा की। इस बीच मछुआरों व तटवर्तीय निवासियों को पात्र में जाने से मना किया गया है। नदी पात्र में लगे बिजली पंप व अन्य सामग्री निकालकर सुरक्षित ठिकानों पर रखने, जीवित तथा आर्थिक नुकसान से बचने के लिए पूर्वदक्षता लेने की अपील करते हुए अफवाह पर विश्वास न करने की सलाह पुलिस निरीक्षक अशोक गिरी ने दी हैं।

Created On :   22 Sept 2017 12:18 PM IST

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